West Bengal : सीबीआई अधिकारी बता व्यवसायी के घर से ले भागे 30 लाख रुपये
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मशहूर बॉलीवुड फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर सीबीआई अधिकारी बनकर लुटेरों के गिरोह ने एक व्यवसायी के घर में फर्जी रेड डालकर वहां से 30 लाख रुपये नकद और लाखों के सोने व हीरे के जेवरात लूट लिये.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मशहूर बॉलीवुड फिल्म स्पेशल 26 की तर्ज पर सीबीआई अधिकारी बनकर लुटेरों के गिरोह ने एक व्यवसायी के घर में फर्जी रेड डालकर वहां से 30 लाख रुपये नकद और लाखों के सोने व हीरे के जेवरात लूट लिये. घटना दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर थानांतर्गत रूपचंद मुखर्जी लेन में की है. पीड़ित व्यवसायी का नाम सुरेश वाधवा (60) है. इस घटना के बाद उन्होंने घटना के करीब साढ़े तीन घंटे बाद भवानीपुर थाने में जाकर इसकी शिकायत दर्ज करायी. मामले की गंभीरता को देखते हुए भवानीपुर थाने की पुलिस के साथ लालबाजार के डिटेक्टिव डिपार्टमेंट की टीम मौके पर पहुंची और इसकी जांच शुरू कर दी. पुलिस का कहना है कि इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद तस्वीरों की मदद से आरोपियों की कार को चिन्हित कर लिया गया है. जहां इस वारदात को अंजाम दिया गया, वहां से भवानीपुर थाने की दूरी सिर्फ 400 मीटर के करीब है.
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क्या है मामला
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़ित व्यवसायी सुरेश वाधवा ने शिकायत में बताया कि उनका फुड केमिकल का व्यवसाय है. जब वह अपने घर पर थे, तभी 8-9 लोग उनके घर पर पहुंचे. वे सभी खुद को सीबीआई अधिकारी बता रहे थे. पुलिस का स्टीकर लगी तीन गाड़ियों से आये थे. उन लोगों में से कुछ लोगों के हाथ में डंडे भी थे. उनके पहनावे से लगा कि सच में वे सीबीआई अधिकारी हैं. वहां आने की वजह पूछने पर उनलोगों ने कहा कि वह रेड करने आये हैं. यह कहकर ही वे लोग कमरे की तलाशी लेने लगे. इस बीच एक कमरे की आलमारी में रखे हुए 30 लाख रुपये उन लोगों ने अपने कब्जे में ले लिया. कमरे में पांच से छह महिलाएं थीं. वे सभी उन महिलाओं के शरीर से सोने के गहने उतरवा लिये और आलमारी में रखे कुछ और गहने ले लिये. इस तरह से लाखों के स्वर्ण आभूषण व नकदी लेकर वहां से फरार हो गये.
सीजर लिस्ट नहीं देने पर हुआ संदेह
पीड़ित व्यवसायी ने पुलिस को शिकायत में बताया कि सभी लोग जब रुपये व गहने लेकर वहां से बाहर निकल रहे थे तो उन्होंने जब्त रुपये और गहनों का सीजर लिस्ट नहीं दिया. व्यवसायी के अनुसार उन्होंने जब उन लोगों से पूछा कि इन रुपयों और जेवरात को वापस लेने के लिए कहां संपर्क करना होगा, तो वे कोई जवाब नहीं दिये और गाड़ी में बैठकर चले गये. घटना के समय उनके अलावा घर में 5 से 6 महिलाएं थीं. इसके कारण वे शोर नहीं मचा सकी. जब सभी लोग बिना कोई जवाब दिये निकल गये तो उन्हें संदेह हुआ. इस बीच तीन घंटे बीत चुका था. तब जाकर उन्हें उन लोगों के फर्जी सीबीआई अधिकारी होने का संदेह हुआ और फिर उन्होंने भवानीपुर थाने में जाकर पूरे मामले की शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है.
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