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WB News: सीएम ममता बनर्जी के करीबी मंत्री फिरहाद हकीम के घर सीबीआई की छापेमारी, जानें क्या है मामला

पश्चिम बंगाल में छापेमारी का दौरा जारी है. ईडी के बाद अब सीबीआई फॉर्म में आ गई है. इस बार मंत्री फिरहाद हकीम के घर रेड पड़ी है. मामला नगरपालिकाओं में नियुक्ति में भ्रष्टाचार से जुड़ा है.

By Jaya Bharti | October 8, 2023 11:50 AM
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West Bengal News: पश्चिम बंगाल में ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है. इस बार मंत्री फिरहाद हकीम के घर पर सीबीआई ने छापा मारा है. बता दें कि मंत्री फिरहाद हकीम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफी करीबी माने जाते हैं. फिरहाद हकीम के घर रेड के पीछे का कारण नगरपालिकाओं में नियुक्ति में भ्रष्टाचार है. बीते गुरुवार को इसी मामले में ईडी की टीमों ने उत्तर 24 परगना के कई ठिकानों के अलावा सॉल्टलेक में भी रेड की थी. सुबह छह बजे से शुरू किये गये तलाशी अभियान में ईडी के करीब 150 सदस्यों की अलग-अलग टीमें विभिन्न नगरपालिकाओं के चेयरमैन, पूर्व चेयरमैन एवं कुछ पार्षद के घर पहुंचीं थी. राज्य के खाद्य मंत्री रथिन घोष के मध्यमग्राम के माइकल नगर के घर में छापामारी अभियान चलाया गया. बताया जा रहा है कि वर्ष 2014 से 2018 तक रथिन घोष मध्यमग्राम नगरपालिका के अध्यक्ष रह चुके हैं. इसी कारण अवैध नियुक्ति मामले में रथिन घोष की भूमिका की जांच के लिए गुरुवार को 15 घंटे से ज्यादा समय तक उनके घर पर तलाशी अभियान चलाया गया. मंत्री का बयान भी लिया गया. केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, मनी ट्रेल की जांच के दौरान इडी को कुछ दस्तावेज मिले हैं. उसी आधार पर आगे की जांच की जायेगी.

तृणमूल के इन प्रभावशाली नेताओं के घरों की ली गयी तलाशी

ईडी सूत्र बताते हैं कि मंत्री रथिन घोष के अलावा कमरहट्टी नगरपालिका के चेयरमैन गोपाल साहा के बेलघरिया स्थित घर की तलाशी ली गयी. उत्तर 24 परगना के बड़ानगर नगरपालिका की चेयरमैन अपर्णा मौलिक के फ्लैट में तलाशी अभियान चलाया गया. बड़ानगर में ही एक तृणमूल पार्षद के घर पर इडी की टीम तलाशी लेने पहुंची. दक्षिण दमदम नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन पाचू राय के घर पर भी इडी की टीम तलाशी लेने पहुंची. इसके अलावा दक्षिण दमदम नगरपालिका के उपाध्यक्ष निताई दत्त के लेकटाउन में घर पर छापामारी अभियान चलाया गया. टीटागढ़ के पूर्व चेयरमैन के घर पर भी इडी की टीम रेड करने पहुंची. सभी 14 ठिकानों पर छापामारी करने के पहले चारों तरफ से केंद्रीय बल के जवानों ने घेर लिया. इसके बाद करीब 15 घंटे से ज्यादा तलाशी अभियान चलाया गया.

कैसे भ्रष्टाचार का हुआ था खुलासा

ईडी सूत्र बताते हैं कि इसके पहले शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार अयन शील के घर पर जब उनकी टीम छापामारी करने पहुंची थी तो वहां से कई दस्तावेज मिले थे. उन दस्तावेजों की जांच में वर्ष 2014 से 2018 के बीच राज्य के कई नगरपालिकाओं में अयन शील की कंपनी द्वारा लोगों की अवैध तरीके से नियुक्तियां करने का मामला सामने आया.अयन शील के सॉल्टलेक स्थित उसके घर पर तलाशी अभियान चलाने के दौरान उन्हें काफी दस्तावेज मिले हैं. कई इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज भी जब्त की गयी है. उसी आधार पर जिन अधिकारियों के नाम का खुलासा हुआ, उनके यहां छापामारी की जा रही है. मंत्री एवं अन्य नगरपालिकाओं के चेयरमैन से पूछताछ में कई नयी जानकारियां मिली है. दिनभर जांच अभियान चलाने के बाद कई दस्तावेज उनके हाथ लगे हैं, कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी मिले हैं. जिसके बाद जांच को आगे बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी.

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