पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की एक निजी कंपनी कॉर्पोरेट पावर लिमिटेड पर लगभग 4037.87 करोड़ रुपये के फ्रॉड का आरोप लगा है. सीबीआई ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कोलकाता की एक निजी कंपनी और इसके प्रवर्तकों/निदेशकों सहित अन्य, अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों के खिलाफ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के आरोप में एक शिकायत पर मामला दर्ज किया है. आरोप है कि 20 बैंकों से 4037.87 करोड़ की हेराफेरी की गई है.
Also Read: ममता बनर्जी ने कहा : कोरोना को लेकर जनता पर किसी तरह की बंदिशें लगाने की राज्य सरकार की कोई योजना नहीं
सीबीआई के अनुसार, इस मामले की जांच के तहत कंपनी और उसके पदाधिकारियों के पश्चिम बंगाल के कोलकाता, दुर्गापुर व उत्तर 24 परगना के कुछ ठिकानों में छापेमारी की गयी, इसके अलावा झारखंड के रांची, महाराष्ट्र के मुंबई व नागपुर, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम समेत देशभर के करीब 16 ठिकानों पर छापेमारी की गयी है. छापेमारी के दौरान कंपनी से जुड़े लोगों से पूछताछ कर उनके बयान भी दर्ज किये गये हैं. इसके अलावा मामले से जुड़े कुछ दस्तावेज व डिजिटल उपकरण भी जब्त किये गये हैं. इन दस्तावेज को लेकर फिलहाल केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर कुछ कहने से इनकार किया है.
Also Read: ममता बनर्जी ने लगाया आरोप कहा दिल्ली से चलती है मेघालय और असम की सरकार
केंद्रीय जांच ब्यूरो ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर कोलकाता स्थित निजी कंपनी और इसके प्रमोटरों/निदेशकों, अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों सहित अन्य के खिलाफ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है. 20 बैंकों के संघ को 4037.87 करोड़ का चूना लगाया गया है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, लीड बैंक ने 30.09.2013 को खाते को एनपीए के रूप में घोषित किया और बाद में अन्य सदस्य कंसोर्टियम बैंकों ने भी उक्त खाते को एनपीए के रूप में वर्गीकृत किया.
Also Read: लालन शेख की मौत के मामले में पश्चिम बंगाल सीआईडी ने सीबीआई को जारी किया नोटिस
रिपोर्ट : अमित शर्मा कोलकाता