Kolkata news: बोलपुर में मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिला तृणमूल कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद उसके और उसकी पुत्री सुकन्या के करीबी बताए जा रहे विद्युत वरण गायन को सीबीआई (CBI) ने फोन ट्रेस कर दक्षिण 24 परगना के बारासात से हिरासत में लिया गया है. उनका मूल घर दक्षिण 24 परगना के जयनगर में है. अनुब्रत मंडल के आशीर्वाद से ही विधुत वरण गायन भी आज अनुब्रत मंडल की पुत्री सुकन्या के कई कारोबार में पार्टनर है.
क्या है पूरा मामला
सीबीआई का मानना है की पशु तस्करी के पैसे का एक हिस्सा विधुत वरण गायन को भी मिलता है. सीबीआई ने इस मामले की जांच के लिए रविवार को बोलपुर कालिकापुर में विधुत वरण गायन के घर छापामारी अभियान चलाया था. लेकिन इस दौरान विधुत वरण घर में नही थे. उनकी पत्नी महुआ गायन ने कहा कि वह इलाज के लिए कोलकाता गए थे. इसके बाद सीबीआई ने उसके फोन को ट्रैक करना शुरू कर दिया था. लेकिन वह कोलकाता के किसी अस्पताल में नहीं मिला. बाद में सीबीआई ने उसे दक्षिण बारासात से हिरासत में लिया है. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक विद्युत अनुब्रत की बेटी सुकन्या के साथ राइस मिल का सह-मालिक है. उसके पास इतना पैसा कहाँ से आया? सुकन्या से संपर्क कैसे विकसित हुआ? किसने उन्हें कंपनी का निदेशक बनने की पेशकश की? जांचकर्ता उनसे ये सवाल पूछना चाहते हैं.
विधुत वरण गायन के पास रखा गया था पैसा
सूत्रों के मुताबिक विधुत वरण गायन बोलपुर नगर पालिका का एक साधारण कर्मचारी ड्राइवर था. बावजूद वह इतनी बड़ी संपत्ति का मालिक कैसे बन गए हैं. उसके पास कोलकाता में चार फ्लैट और बोलपुर में तीन घर हैं. उसके नाम कई जमीनें भी हैं. सीबीआई का दावा है कि गौ तस्करी के पैसे का एक बड़ा हिस्सा विधुत वरण गायन के पास रखा गया था. सीबीआई को अनुब्रत के साथ विधुत वरण गायन का संबंध होने के कई सबूत भी मिले हैं. इस बीच, उसके फोन और व्हाट्सएप संदेशों को डीकोड करके, सीबीआई को पता चला है कि विद्युत अनुब्रत से नियमित रूप से बात करता था.
आसनसोल कोर्ट में किया जाएगा पेश
इधर, अनुब्रत मंडल को बुधवार को फिर आसनसोल कोर्ट में पेश किया जाएगा. मंगलवार को अनुब्रत को शारीरिक जांच के लिए अलीपुर के कमांड अस्पताल ले जाया गया था. इस दिन सीबीआई अधिकारियों ने बोलपुर में अतिरिक्त जिला उप पंजीयक कार्यालय (एडीएसआर) की तलाशी ली थी. अनुब्रत और उनके करीबी रिश्तेदारों के जमीन के दस्तावेजों आदि की लंबे समय तक जांच की गई थी. कल ही करीब छह घंटे बाद करीब साढ़े चार बजे सीबीआई के अधिकारी बोलपुर सुपर मार्केट के पास एक निजी बैंक की शाखा में पहुंचे.
जांच में माधव कैवर्त्य का मिला नाम
जांच में सीबीआई को विधुत वरन के अलावा माधव कैवर्त्य का नाम मिला है. यह माधव अनुब्रत के बॉडीगार्ड सहगल हुसैन के बेहद करीब थे. वह बोलपुर में कंकाली तला के पास एक पेट्रोल पंप के मालिक के रूप में भी जाने जाते हैं. स्थानीय अटकलों के अनुसार, एक मध्यमवर्गीय परिवार से माधव सहगल के स्नेह के कारण एक पूरे पेट्रोल पंप के मालिक बन गए थे. माधव की ढाई साल की बेटी की इसी वर्ष 27 अप्रैल को इलामबाजार के चौपहारी जंगल में सड़क हादसे में मौत हो गई थी. माधव के न होने पर भी सीबीआई ने उसकी संपत्ति के स्रोत के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है.
रिपोर्ट: मुकेश तिवारी