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सीसीएल कुजू कोलियरी : जहरीली गैस से दम घुटने से मौत, आज हुआ अंतिम संस्कार, अब भी जारी है अवैध उत्खनन

क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी सह खनन अभियंता संजय सिंह ने बताया कि यह बंद पड़ी भूमिगत खदान है. खदान में पर्याप्त मात्रा में मिथैन गैस होने की वजह से ऑक्सीजन की कमी हो गयी, जिससे मजदूर घुसते ही बेहोश होकर गिर पड़ा होगा. काफी देर तक खदान में बेहोश पड़े होने के कारण उसकी मौत दम घुटने से हो गयी.

By Guru Swarup Mishra | October 15, 2022 7:11 PM

Jharkhand News: सीसीएल कुजू कोलियरी के पास बंद पड़ी भूमिगत खदान में कोयला काटने गये 32 वर्षीय मजदूर की जहरीली गैस से दम घुटने से हुई मौत के बाद शनिवार को पोस्टमार्टम किया गया. इसके बाद शव को कुजू कोलियरी स्थित धौड़ा लाया गया, जहां लोगों के सहयोग से चंदा इकट्ठा कर व सीसएल की एंबुलेंस से शव को उसके पैतृक गांव चिरलौगा टंडवा भेज दिया गया, जहां उसका दाह संस्कार किया गया. मृतक की दो पुत्रियां व एक पुत्र हैं. हादसे में मौत के बाद भी अवैध कोयला उत्खनन जारी है.

दम घुटने से मजदूर की मौत

एसडीपीओ किशोर कुमार रजक व पुलिस इंस्पेक्टर संजय कुमार गुप्ता, ओपी प्रभारी धनंजय प्रसाद ने घटना स्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान एसडीपीओ ने आसपास के ग्रामीणों व वार्ड सदस्य से पूछताछ की. लोगों ने बताया कि उन्हें आज तक पता नहीं चल पाया कि यहां पर अवैध मुहाना है. घटना स्थल पहुंचने के बाद ऐसा कुछ भी नहीं मिला, जिससे पता चले कि इस स्थल पर लगातार अवैध उत्खनन हो रहा है. पूर्व में भी इस भूमिगत खदान से सीसीएल द्वारा कोयला का उत्खनन नहीं हुआ है. खदान आने-जाने के लिए पगडंडी भी नहीं बनी है. सभी जगहों पर घास-फूस उग आये हैं. इस संबंध में क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी सह खनन अभियंता संजय सिंह ने बताया कि यह खदान ठेकेदारी के समय बंद पड़ी भूमिगत खदान है. खदान में पर्याप्त मात्रा में मिथैन गैस होने की वजह से ऑक्सीजन की कमी हो गयी, जिससे मजदूर घुसते ही बेहोश होकर गिर पड़ा होगा. काफी देर तक खदान में बेहोश पड़े होने के कारण उसकी मौत दम घुटने से हो गयी.

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मौत के बाद भी जारी है अवैध उत्खनन

मृतक का शव पोस्टमार्टम के बाद कुजू कोलियरी धौड़ा पहुंचा. यहां परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. शव के घर पर पड़े रहने तक सीसीएल प्रबंधन की सांसें भी अटकी रहीं. प्रबंधन को डर सता रहा था कि कहीं ग्रामीण और परिजन गैस रिसाव से मौत के मामले में हंगामा न कर दें. प्रबंधन ने आनन-फानन में एंबुलेंस व बोलेरो के माध्यम से शव व उसके परिजनों को पैतृक गांव भिजवाया. इधर, अवैध उत्खनन के दौरान मजदूर की मौत के बाद भी कई जगहों पर मजदूरों को अवैध उत्खनन करते देखा गया. साइकिल पर कोयला लोडकर रामगढ़-रांची ले जाते नजर आये. सीसीएल कुजू क्षेत्र में कई बंद पड़ी खदान हैं. जिनके इर्द-गिर्द कई अवैध मुहाने बनाये गये हैं. हालांकि पुलिस, सीसीएल द्वारा समय-समय पर अवैध खदानों पर डोजरिंग की जाती है. बावजूद इसके मजदूर चोरी-छिपे अवैध रूप से कोयला काटकर जीविकोपार्जन करते हैं.

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लोहागेट खदान में वर्षों से धधक रही है आग

सीसीएल कुजू कोलियरी के लोहागेट खुली खदान में वर्षों से आग लगी हुई है, जो आग अंदर ही अंदर धधक रही है. इसका दायरा बढ़ता ही जा रहा है. अगर समय रहते प्रशासन व प्रबंधन ने ध्यान नहीं दिया तो बड़ी घटना घट सकती है. जिस लोहागेट के पास आग लगी हुई है, उससे नया फोर-सिक्स लेन की दूरी महज 500-700 मीटर है. ऐसे में लापरवाही भारी पड़ सकती है.

रिपोर्ट : धनेश्वर, कुजू, रामगढ़

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