झारखंड के रजरप्पा में मिला कोयले का अकूत भंडार, पांच वर्षों तक होगा उत्पादन
सीसीएल रजरप्पा प्रोजेक्ट के महाप्रबंधक पीएन यादव ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर इस कोयले का उत्पादन लगभग पांच वर्षों तक सुनिश्चित किया जा सकता है. कोयले की खोज के लिए 4000 मीटर में ड्रीलिंग के लिए प्रस्तावित योजना बनायी गयी है.
रजरप्पा (रामगढ़): सीसीएल रजरप्पा प्रोजेक्ट में कोयले का अकूत भंडार मिला है. इससे भविष्य में यहां पांच वर्ष के लिए कोयला उत्पादन सुनिश्चित माना जा रहा है. सीएमपीडीआई को रजरप्पा क्षेत्र के विभिन्न भागों में 3100 मीटर ड्रीलिंग करने के बाद कोयले का भंडार मिला. इसकी जानकारी रजरप्पा के महाप्रबंधक पीएन यादव ने दी. उन्होंने बताया कि रजरप्पा विस्तारीकरण योजना बनायी गयी है. इसके तहत डीएलएफ, सेक्शन-1, सेक्शन-2, सब स्टेशन में ड्रीलिंग करायी गयी. यहां कोयला होने का पता चला.
रजरप्पा का टर्नओवर 103 फीसदी
सीसीएल रजरप्पा प्रोजेक्ट के महाप्रबंधक पीएन यादव ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर इस कोयले का उत्पादन लगभग पांच वर्षों तक सुनिश्चित किया जा सकता है. कोयले की खोज के लिए 4000 मीटर में ड्रीलिंग के लिए प्रस्तावित योजना बनायी गयी है. महाप्रबंधक ने बताया कि सीसीएल रजरप्पा प्रोजेक्ट ने कोयला उत्पादन, कोल डिस्पैच एवं रैक लोडिंग में काफी ग्रोथ किया है. वित्तीय वर्ष 2022-23 की तुलना में इस वित्तीय वर्ष 2023-24 के अगस्त तक कोयला उत्पादन में 51 फीसदी, कोल डिस्पैच में 85 फीसदी एवं रैक लोडिंग में 25 फीसदी ग्रोथ हुआ है. इस तरह रजरप्पा का टर्नओवर 103 फीसदी हुआ. शुद्ध मुनाफा 160 फीसदी पहुंच गया है.
कोयले का भंडार मिलना रजरप्पा के लिए शुभ संकेत
रजरप्पा महाप्रबंधक पीएन यादव ने इसमें कामगारों, अधिकारियों व यूनियन प्रतिनिधियों का सहयोग बताया. गौरतलब है कि रजरप्पा प्रोजेक्ट पिछले कई वर्षों से कोयले की समस्या से जूझ रहा है. कड़ी मेहनत के बाद किसी तरह उत्पादन लक्ष्य को हासिल किया जा रहा है. ऐसी स्थिति में कोयले का भंडार मिलना रजरप्पा के लिए शुभ संकेत है.