पुलिस ने सीसीएल कर्मी संजय कुमार हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. घटना के तीन दिन बाद पुलिस ने मामले से जुड़े तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक महिला सहित होन्हे गांव के प्रदीप गंझू (पिता अंदु गंझू) व रोहन यादव (पिता फागुन यादव) शामिल हैं. तीन मोबाइल फोन जब्त किया है. संजय की हत्या प्रेम प्रसंग व आपसी दुश्मनी को लेकर की गयी है. यह जानकारी एसडीपीओ शंभु कुमार सिंह ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कांफ्रेंस कर दी.
उन्होंने बताया कि संजय की हत्या सुनियोजित तरीके से की गयी थी. बताया कि मृतक संजय कुमार का गांव की ही एक महिला के साथ प्रेम संबंध था. अपराधियों ने प्लानिंग के तहत महिला का इस्तेमाल करते हुए संजय को रात्रि में फोन कर घर बुलाया. महिला के बुलाने पर घर से कुछ दूरी पर संजय को घात लगाये बैठे अपराधियों ने दबोच लिया. उनके साथ मारपीट करते हुए उन्हें गोड़वार रेलवे ट्रैक की तरफ ले गये, जहां गला दबा कर अधमरा कर ऊंचाई से नीचे धकेल दिया.
नीचे धकेलने के बाद आरोपियों को उनके बचने का शक हुआ, तो उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया. ट्रेन गुजरने के बाद अपराधियों को लगा कि उनकी मौत हो गयी होगी, तब सभी लौट गये. एसडीपीओ ने बताया कि घटना में आठ से दस लोग शामिल थे. जिनकी पहचान कर ली गयी है. अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर अभियान चलाया जा रहा है. बहुत जल्द सभी को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा.
घटना के खुलासा के लिए पुलिस ने डॉग स्क्वायड, तकनीकी शाखा टीम का भी सहयोग लिया. मालूम हो कि 23 मार्च को सीसीएल कर्मी की हत्या कर दी गयी थी. मामले के उद्भेदन को लेकर पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने एसआइटी टीम गठन किया. टीम ने 72 घंटे के अंदर मामले का खुलासा कर दिया. एसडीपीओ ने बताया कि संजय पर पूर्व में भी हमला हुआ था, जिसमें उनके हाथ में गोली लगी थी. टीम में एसडीपीओ के अलावा थाना प्रभारी विजय कुमार सिंह, एसआई अभिनव आनंद, एएसआई उमानाथ सिंह, थाना रिजर्व गार्ड व अनुमंडल क्यूआरटी टीम शामिल थी.