कोलकाता (नवीन कुमार राय) : पश्चिम बंगाल प्रदेश भाजपा का राजधानी कोलकाता के हेस्टिंगस स्थित मुख्य चुनावी कार्यालय सुबह से ही रणक्षेत्र बना था. तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता वहां मंच बनाकर सभा कर रहे थे. इस दौरान वहां आने वाले भाजपा नेताओं और सांसदों की गाड़ियों पर हमला करके तोड़-फोड़ भी कर रहे थे. पूरे इलाके में इस घटना को लेकर तनाव फैला रहा.
पुलिस स्थिति को नहीं संभाल पायी, तो लाल बाजार से अतिरिक्त पुलिस बल को बुलाया गया. तब जाकर स्थिति नियंत्रित हो पायी. तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच इस दौरान हुई झड़प में कई लोग जख्मी हो गये. पूरे मामले की गंभरता को देखते हुए बंगाल भाजपा प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा.
पिछले दिनों अमित शाह की मेदिनीपुर में आयोजित रैली में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सांसद सुनील मंडल की कार पर हुए ‘हमले’ से श्री विजयवर्गीय ने गृह मंत्री को अवगत कराया. शनिवार सुबह हेस्टिंग्स में जब सुनील मंडल भाजपा के चुनाव कार्यालय जा रहे थे, तभी तृणमूल के कुछ कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर उनकी कार को घेर लिया और विरोध प्रदर्शन किया.
सुनील मंडल को काले झंडे भी दिखाये गये. खुद को उत्तर कोलकाता तृणमूल कांग्रेस अनुसूचित सेल का कार्यकर्ता बताते हुए तृणमूल कांग्रेस के लोगों ने सुनील मंडल से कहा कि वे यह स्पष्ट करें कि वह तृणमूल कांग्रेस में हैं या नहीं. अगर वह भाजपा में शामिल हो गये हैं, तो सांसद पद से इस्तीफा दें और तृणमूल के सभी पद छोड़ें.
प्रदर्शनकारियों ने सुनील की गाड़ी कुछ देर के लिए रोक ली. इस दौरान उनकी गाड़ी पर भी हमला हुआ. हालांकि, इसके बाद पुलिस की सुरक्षा में भाजपा के मुख्य चुनावी कार्यालय पहुंचे. इस मुद्दे पर कैलाश ने बिना देर किये अमित शाह को पत्र लिखकर उन्हें मौजूदा हालात से अवगत कराया. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से फोन पर भी बात की.
भाजपा सूत्रों के अनुसार, कैलाश ने केंद्रीय गृह मंत्री से कहा कि यह घटना इस बात का सबूत है कि पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है. सुनील की कार पर ‘हमले’ के आरोपों के अलावा, राज्य भाजपा कुछ दिनों पहले डायमंड हार्बर के रास्ते में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की कार पर हमले की घटना को भी इससे जोड़कर देख रही है.
कैलाश विजयवर्गीय ने दोनों घटनाओं का उदाहरण देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री से शिकायत की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शुभेंदु अधिकारी के काफिले को भी निशाना बनाया. शुभेंदु अधिकारी सहित भाजपा में शामिल होने वाले अन्य नेता स्वागत कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हेस्टिंग्स कार्यालय आ रहे थे.
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इससे पहले, पार्टी दफ्तर के बाहर तृणमूल मंच बनाकर विरोध सभा कर रही थी. जब सुनील की कार भाजपा कार्यालय के पास पहुंची, तो उसे रोक दिया गया. देखते ही देखते तृणमूल-भाजपा के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गये. इस समय तक शुभेंदु वहां नहीं पहुंचे थे. लेकिन, जब वह कार्यक्रम के समापन के बाद पार्टी कार्यालय से बाहर निकले, तो उनकी कार को चारों ओर से घेरकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
भाजपा ने कहा है कि पूरे बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति चरमरा गयी है. प्रदेश में विपक्षी राजनीतिक दलों पर बंदिशें लगायी जा रहीं हैं. उनकी लोकतांत्रिक गतिविधियों को रोका जा रहा है. माहौल राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के अनुकूल है. हालांकि, भाजपा का मानना है कि नड्डा की कार पर हमला और सुनील की कार को लेकर विरोध प्रदर्शन एक जैसा नहीं है. लेकिन, यह ‘प्रवृत्ति’ खतरनाक है. विशेष रूप से, राज्य विधानसभा वोट से पहले.
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तृणमूल के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने सांसद सुनील मंडल की कार के विरोध की घटना को ‘सहज और सामान्य प्रतिक्रिया’ करार दिया. उन्होंने कहा कि यह योजनाबद्ध नहीं था. सुनील ने पार्टी को धोखा दिया है. राज्य के मंत्री फिरहाद हकिम ने दोहराया कि इस घटना में तृणमूल कांग्रेस पार्टी का कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं था.
पूरे प्रकरण पर शुभेंदु अधिकारी ने कहा, ‘मुझे यह सोचकर भी शर्म आती है कि मैंने अपने 21 साल ऐसे दल को दिये.’ उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस एक कंपनी है. प्राइवेट लिमिटेड कंपनी. मैं इतने समय से कंपनी में था. अब मैं एक राजनीतिक दल में शामिल हो गया हूं.
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उसी बैठक में राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘कभी सरकार का नारा था, छोटा परिवार, खुशहाल परिवार. हम कहते हैं, बड़ा परिवार, खुशहाल परिवार. एक समय जनसंघ था. यह अब बहुत बड़ा हो गया है. जिन गांवों में डाकघर नहीं है, वहां भाजपा का झंडा लगा हुआ है.’ दिलीप घोष ने कहा, ‘2021 के चुनावों से पहले, मोदी सरकार के सुशासन बनाम तृणमूल के कुशासन का पर्दाफाश हो जायेगा.’
Posted By : Mithilesh Jha