पश्चिम बंगाल में संदेशखालीकांड को एक सप्ताह बीत चुका है. शुक्रवार सुबह ईडी (ED) ने तीन जगहों पर नया ऑपरेशन चलाया. लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसी संदेशखाली और बनगांव की घटना से ‘सीख’ लेते हुए शुक्रवार की छापेमारी के दौरान में काफी सतर्क नजर आई. ईडी के अधिकारियों को अतिरिक्त केंद्रीय बलों के साथ बंगाल के अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा मंत्री सुजीत बोस, तृणमूल कांग्रेस विधायक तापस रॉय और उत्तरी दमदम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुबोध चक्रवर्ती के आवासों पर छापे मारे है. केंद्रीय जांच एजेंसी के साथ जब भी सेना छापेमारी पर जाती है तो उनके हाथों में हमेशा बंदूकें देखी जाती हैं लेकिन शुक्रवार को फोर्स के पास आत्मरक्षा के लिए ढाल और हेलमेट के साथ ही उनके हाथों में लाठी-डंडे भी नजर आये. यानी की पूरी सुरक्षा के साथ इस बार ईडी ने छापेमारी अभियान चलाया है.
ईडी ने शिकायत की थी कि संदेशखाली में ऑपरेशन के दौरान अधिकारियों को स्थानीय पुलिस का सहयोग नहीं मिला. लेकिन शुक्रवार को जिन तीन ठिकानों पर ईडी के अधिकारी तलाशी अभियान चला रहे हैं, वहां स्थानीय पुलिस भी मौजूद है. ईडी ने सीआरपीएफ के साथ मंत्री सुजीत बोस के घर पर छापेमारी की. मंत्री सुजीत बोस के घर के सामने केंद्रीय बलों का ‘एरिया डोमिनेशन’. अग्निशमन मंत्री के घर के सामने जुटी सीआरपीएफ लगातार निगरानी कर रही है. इसके साथ ही लोगों को भीड़ एकत्र करने से मना किया जा रहा है. पूरे इलाकें में सीआरपीएफ के जवानों काे तैनात किया गया है.
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केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, शिक्षा भर्ती भ्रष्टाचार मामले की जांच में फंसे अयान शील के दफ्तर की तलाशी के दौरान उन्हें कंप्यूटर में एक फोल्डर मिला. इसमें किसके पास कितना पैसा गया, उससे संबंधित कोड नामों की एक सूची थी. ईडी सूत्रों के मुताबिक, अयान शील से पूछताछ के दौरान कोड नाम उजागर करते समय सुजीत बोस का नाम सामने आया था.
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