कैबिनेट ने खनिजों पर टैक्स और डीजल-पेट्रोल का मूल्य बढ़ाने का फैसला किया. साथ ही प्रोफेशनल टैक्स का दायरा बढ़ाते हुए इसमें व्यापारी वर्ग को भी शामिल कर लिया. पहले इसके दायरे में सिर्फ नौकरीपेशा और प्रोफेशनल ही शामिल थे. कैबिनेट ने यह फैसला कोविड-19 के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट से उबरने के लिए लिया है. कैबिनेट ने आठ स्थानीय निकायों में चुनाव नहीं होने के कारण प्रशासक नियुक्त करने का फैसला किया है. डीजल-पेट्रोल का मूल्य बढ़ाने से राज्य सरकार को \”144 करोड़ की अतिरिक्त आय होगी. वहीं वन भूमि खनन पर सेस लगाने से सरकार को 500 से 600 करोड़ की अतिरिक्त आय होने की उम्मीद है.
कैबिनेट ने खनिजों पर सेस बढ़ाने का फैसला किया है. इसे कोविड-19 सेस के नाम से जाना जायेगा. इसके दायरे में राज्य में कोयला सहित अन्य खनिजों का खनन करनेवाली कंपनियां आयेंगी. कैबिनेट के फैसले के आलोक में प्रति एमटी कोयले के डिस्पैच पर 10 रुपये, लौह अयस्क पर पांच रुपये, बॉक्साइट पर 20 रुपये, लाइमस्टोन पर 10 रुपये और मैगनीज के डिस्पैच पर पांच रुपये प्रति एमटी की दर से सेस लगेगा. कैबिनेट ने वन उपज अधिनियम में संशोधन करते हुए वन क्षेत्र से निकाले जानेवाले खनिजों जैसे डोलोमाइट, फेल्सपार, कॉपर सहित अन्य सभी खनिजों पर 57 रुपये प्रति एमटी की दर से सेस लगाने का फैसला किया है. इसके अलावा मोरम मिट्टी और पत्थर आदि पर 35 रुपये प्रति घन मीटर की दर से सेस लगाने का फैसला किया है.
झारखंड में बुधवार को कोरोना के कारण 10वीं मौत हुई है. संक्रमित 25 वर्षीय एक महिला थी, जो मालसिरिंग पिठोरिया की रहनेवाली थी और रिम्स में भर्ती थी. महिला का पति भी रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती है. इधर, बुधवार को राज्य में 56 नये कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं. इन्हें मिला कर राज्य में अब तक 1895 संक्रमित मिल चुके हैं. इनमें से 1121 संक्रमित इलाज के बाद स्वस्थ हो कर अपने घर लौट चुके हैं. फिलहाल राज्य में कोरोना के कुल 773 एक्टिव केस हैं. बुधवार को कोडरमा से 24, हजारीबाग से 19, पूर्वी सिंहभूम से पांच और लोहरदगा से तीन कोरोना पॉजिटिव मिले हैं.
वहीं, रामगढ़ व रांची से दो-दो और गुमला से एक संक्रमितों के मिलने की पुष्टि हुई है. रांची से मिले दोनों संक्रमित चलकुसा के रहनेवाले हैं. दोनों एक ही परिवार के सदस्य हैं. वहीं, कोडरमा से मिले 24 और हजारीबाग में मिले 19 संक्रमित प्रवासी बताये जा रहे हैं. इधर, रिम्स के कोविड वार्ड में भर्ती एक और व्यक्ति की मौत हुई है. हालांकि, उसकी दो दिन पहले ही रिपोर्ट निगेटिव आयी थी. इस कारण स्वास्थ्य विभाग ने उसकी मौत को कोरोना से हुई मौत के आंकड़े में शामिल नहीं किया है.
आइआइटी आइएसएम ने कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई को आसान बनाने के लिए बीते तीन माह में कई आविष्कार किये हैं. संस्थान के आविष्कारों की केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल भी प्रशंसा कर चुके हैं. संस्थान के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की टीम ने प्रो एआर दीक्षित के नेतृत्व में अल्ट्रा वायलेट रेडिएशन चेंबर बनाया है. इसमें अस्पताल के इस्तेमाल होनेवाले कपड़ों और अन्य औजार को रखकर कोरोना वायरस समेत किसी भी तरह के वायरस से डिस-इनफेक्ट किया जा सकता है.
एक वेंटिलेटर का चार लोग कर सकते हैं इस्तेमाल : आइआइटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो एआर दीक्षित की टीम ने एक कोविड19 के इलाज में वेंटिलेटर की कमी को दूर करने का तरीका भी खोजा है. उनकी टीम ने मार्च के शुरू में वेंटिलेटर के लिए चार मुंह वाला सेक्शन पाइप बनाया है. इससे इमरजेंसी की स्थिति में एक वेंटिलेटर को चार लोग इस्तेमाल कर सकते हैं.
लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के हमले में पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा प्रखंड की चिंगड़ा पंचायत के कोषाफलिया गांव के वीर सपूत गणेश हांसदा (21 वर्ष) शहीद हो गये. इसकी सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी. शहीद गणेश हांसदा का पार्थिव शरीर गुरुवार की शाम रांची स्थित एयरपोर्ट लाया जायेगा. एयरपोर्ट पर सलामी दी जायेगी. इसके बाद पार्थिव शरीर को उनके गांव ले जाया जायेगा. वहीं, साहिबगंज के शहीद कुंदन ओझा का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट से सािहबगंज भेजने की संभावना है.
लद्दाख में झारखंड के गणेश हांसदा के शहीद होने पर मुख्यमंत्री ने शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि जब-जब देश की सीमा व संप्रभुता पर हमला हुआ है, झारखंडी सपूतों ने अपने प्राणों की आहुति देकर उसकी रक्षा की है. इसके पूर्व भी झारखंडी वीर कुंदन ओझा के शहीद होने की खबर आयी थी.
रांची नगर निगम की ओर से नेशनल गली से चैती दुर्गा मंदिर तक (अपर बाजार) 1.55 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. लेकिन, निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. यही वजह है सड़क पर बिछायी गयी चिप्स उखड़ रही है. स्थानीय लोगों ने चिप्स को हाथ में उठा कर दिखाया.
वार्ड 18 की पार्षद आशा देवी ने नगर आयुक्त से इसकी शिकायत की है. वहीं पूर्व पार्षद व कांग्रेस नेता राजेश गुप्ता छोटू ने कहा कि निगम के अधिकारियों की कार्यशैली अब तक नहीं बदली है. अब भी निगम के अधिकारी ठेकेदारों के साथ मिल कर निगम को लूटने में लगे हैं. एक सप्ताह पहले ही एक ओर की सड़क का निर्माण कराया गया है.
Posted by : Pritish Sahay