Chaiti Chhath 2022: महापर्व चैती छठ को लेकर गुरुवार की शाम को भगवान सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया. शुक्रवार की सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और इसके साथ ही व्रतियों का 36 घंटे का निर्जल्ला उपवास खत्म होगा. अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए दोपहार बाद ही विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. सभी ने पहला अर्घ्य दिया.
रांची के इन इलाकों में दिया गया अर्घ्य
राजधानी रांची के नामकुम के अलावा रातू, नगड़ी समेत अनेक स्थानों पर भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया गया. गुरुवार को दोपहर बाद विभिन्न छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी. इस दौरान व्रतियों ने पानी में उतरकर भगवान सूर्य की आराधना की. इसके बाद अर्घ्य दिया गया.
लातेहार में श्रद्धालुओं ने दिया पहला अर्घ्य
चैती महापर्व छठ के मौके पर लातेहार जिला मुख्यालय एवं अन्य प्रखंडों में हजारों श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया. शहर के रेलवे स्टेशन रोड स्थित चाणक्य नगरी और औरंगा छठ घाट में काफी संख्या में छठ व्रतियों ने भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर सुख एवं समृद्धि की कामना की. सूर्यनारायण पूजा समिति, चाणक्य नगरी द्वारा छठ घाट में बेहतर लाइटिंग की व्यवस्था की गयी थी. महासमिति के अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि इस वर्ष चैती छठ करने वालों की संख्या अन्य वर्षों की तुलना में अधिक थी.
छठ घाटों पर पुलिस बल तैनात
वहीं, थाना प्रभारी अमित कुमार के निर्देश पर शहर के बाइपास चौक में छठ व्रतियों की सहायता के लिए पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. शहर के पप्पू कल एवं रेलवे स्टेशन क्षेत्र स्थित छठ घाट में काफी संख्या में छठ व्रतियों भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया. इसके अलावा बानपुर, करकट, पोचरा, नावागढ़ आदि ग्रामीण क्षेत्रों में भी काफी संख्या में लोगों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दे कर सुख व समृद्धि की कामना की. इस मौके पर लक्ष्मी प्रसाद, संजय पांडेय, दीपक साव, नारायण राम, लक्ष्मण प्रसाद विशाल कुमार पप्पू, अनिल कुमार पप्पू, राजू यादव, गणेश राम, रवि शंकर प्रसाद, मनीष दास, कौशल किशोर राज, रणधीर दास, शुभम गुप्ता, रवि कुमार, सकेंद्र यादव, सिद्धार्थ सिंह, धीरज कुमार, बिनोद गुप्ता, धीरज पांडेय व आयुष आदि सक्रिय देखा गया.
बड़कागांव प्रखंड के विभिन्न छठ घाटों में भगवान सूर्य को दिया गया अर्घ्य
हजारीबाग जिला अंतर्गत बड़कागॉव प्रखंड के आसपास के क्षेत्रों में चैती छठ महापर्व पर भगवान सूर्य का प्रथम अर्घ्य विभिन्न छठ घाटों में दिया गया. इसके बाद भगवान सूर्य एवं माता छठ की कथा एवं पूजा-अर्चना की गई. छठ व्रती अपने-अपने घरों से दोहपर बाद छठ घाट पहुंचे. जहां पानी में घंटो खड़े रहकर भगवान सूर्य के अस्त होने का इंतजार करती रही. जब घड़ी की सुई 5:55 मिनट पर पहुंची, तो सूर्य अपनी लाल आभा लिए हुए क्षितिज के नीचे ढल रहा था, तब छठ व्रतियों ने अर्घ्य देना शुरू किया.
पतरातू डैम पर श्रद्धालुओं की भीड़
इधर, रामगढ़ के पतरातू क्षेत्र में छठ व्रतधारी महिला- पुरुष पानी में खड़े होकर अस्त होते भगवान सूर्य को पूजा- अर्चना करते हुए अर्घ्य दिया गया. व्रतधारी घर से ढोल-बाजे के साथ दंडवत प्रणाम करते हुए घाट तक पहुंचे और छठ माता से मन्नतें मांगी. छठ पूजा को लेकर मानव सेवा संस्था द्वारा डैम के लेक रिसोर्ट पर सात घोड़ों पर सवार भगवान सूर्य देव की प्रतिमा स्थापित की गई. इसके अलावा जगह-जगह तोरण द्वार भी बनाया गया. वहीं, संस्था द्वारा फल, फूल व दूध का वितरण भी किया गया. मौके पर संस्था के राजीव रंजन, गणेश करमाली, सुनील कुमार सिंह, विनोद कुमार, सोनू कुमार, मो कलाम, मो इस्माइल अंसारी, मो अब्दुल कलाम, गौतम महतो, तबरेज अंसारी, शंभू शरण सिंह, अरविंद सिंह, तिलक मुंडा, विशेश्वर मुंडा, कोलेश्वर मुंडा, राजकुमार, योगेंद्र महतो, राजेश करमाली, रोहित कुमार, महावीर महतो आदि उपस्थित थे.
Posted By: Samir Ranjan.