Chaiti Chhath 2022: मंगलावार को नहाय खाय के साथ चैती छठ महापर्व की शुरुआत हो गयी है. चार दिवसीय इस महापर्व के पहले दिन कद्दू भात के साथ छठ व्रतियों ने इसकी शुरुआत की है. इसको लेकर तैयारी पहले से ही शुरू हो गयी थी. वहीं, चैती छठ महापर्व को लेकर छठ व्रतियों के साथ-साथ लोगों में काफी उत्साह देखा गया.
कद्दू भात के साथ महापर्व छठ की शुरुआत
हजारीबाग जिला के बड़कागांव प्रखंड तथा आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार से नहाय खाय के साथ लोक आस्था का महापर्व चैती छठ की शुरुआत हुई. चैती छठ को लेकर व्रतियों ने सुबह से ही तैयारी कर ली थी. मंगलवार को सुबह स्नान ध्यान करने के बाद व्रतियों ने बिना खाए कद्दू भात विधि के अनुसार बनाया. जिसका ग्रहण कर अब कल खरना की तैयारी में जुट गयी है. खरना का समय बुधवार की शाम को है.
खरना के साथ 36 घंटे का निर्जला व्रत
इधर, नवरात्र की पूजा के साथ-साथ छठ पूजा के लिए घाट भी बना लिया गया है. पुरोहित महेंद्र पांडेय ने बताया कि छठ पर्व पर सूर्य देव की पूजा-अर्चना की जाती है. यह पर्व पूरी तरह से सफाई एवं स्वच्छता से जुड़ा हुआ है. माना जाता है कि चैती छठ में 36 घंटे निर्जला व्रत करना काफी कठिन होता है. इसी कारण इस पूजा को सर्वोच्च स्थान दिया गया है.
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इस तरह दें सूर्य को अर्घ्य
पंडितों के अनुसार, सूर्य को अर्घ्य देने से पहले जल में रोली या फिर लाल चंदन मिलाएं. साथ ही लाल फूल के साथ अर्घ्य दें. साथ ही अर्घ्य देते वक्त आपके दोनों हाथ सिर से ऊपर होने चाहिए. ऐसा करने से सूर्य की सभी किरणें शरीर पर पड़ती है. जिससे भी कई वैज्ञानिक दृष्टिकोण से लाभ मिलते हैं.
इस दिन मनाया जाएगा चैती छठ
6 अप्रैल (बुधवार) – खरना
7 अप्रैल (गुरुवार)- डूबते सूर्य को अर्घ्य
8 अप्रैल (शुक्रवार) – उगते सूर्य का अर्घ्य
इन घरों में हो रहा महापर्व छठ
बड़कागांव में महापर्व छठ झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय सदस्य झमन प्रसाद, अभिनेता पंकज कमल, आरती कमल, काड़तरी में रामधनी महतो, शिक्षक विनोद कुमार, शिक्षिका पूनम कुमारी, ममता कुमारी, जैनेंद्र कुमार, छात्रधारी महतो, गोपाल महतो, अशोक कुमार नागमणि, सांढ़ पंचायत में मिथिलेश कुमार, संजय प्रसाद समेत लगभग 100 घरों में महापर्व छठ पूजा का आयोजन हो रहा है.
रिपोर्ट : संजय सागर, बड़कागांव, हजारीबाग.