Chaiti Chhath Puja 2022: नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय चैती छठ पूजा कल से, जानें अर्घ्य देने का शुभ मुहूर्त
Chaiti Chhath Pooja 2022:शारदीय नवरात्र की तरह ही वासंतिक नवरात्र की पूजा भी धूमधाम से की जाती है.नौ दिनों तक देवी मां दुर्गा की उपासना की जाती है. बिहार में नवरात्रि के साथ ही चैती छठ पूजा का भी खास महत्व होता है.वासंतिक चैती छठ पूजा में भी पूरे विधि-विधान से भगवान भास्कर की आराधना की जाती है.
Chaiti Chhath Puja 2022: हिंदू सनातन धर्म में चैत्र मास को काफी पवित्र महीना माना जाता है। इस महीने में चैत्र नवरात्र के आरंभ होने के साथ विक्रम संवत 2079 का आरंभ, चैती छठ, रामनवमी, कामदा एकादशी व्रत समेत कई प्रमुख पर्व और त्योहार आते हैं. 5 अप्रैल से पूर्वांचली और उत्तरवासियों का महापर्व यानी छठ महापर्व शुरू हो रहा है.
चैती छठ पूजा 2022 की प्रमुख तिथियां Chaiti Chhath puja 2022 date)
05 अप्रैल 2022, मंगलवार – नहाय-खाय
06 अप्रैल 2022, बुधवार – खरना
07 अप्रैल 2022, गुरुवार – डूबते सूर्य का अर्घ्य
08 अप्रैल 2022, शुक्रवार – उगते सूर्य का अर्घ्य
इस साल खास है नवरात्रि का पर्व
Chaiti Chhath Puja 2022: इस साल रेवती नक्षत्र व ऐन्द्र योग होने से नवरात्र का महत्व बढ़ गया है. दो अप्रैल को कलश स्थापना के साथ घरों से लेकर मंदिरों में मां दुर्गा की पूजा शुरू हो जाएगी. आठ अप्रैल शुक्रवार को आद्रा नक्षत्र व शोभन योग में मां की प्रतिमा का पट खुलेगा. चैत्र शुक्ल अष्टमी शनिवार को है और नौ अप्रैल को नवमी है, 10 को हवन व कन्या पूजन किया जाएगा. वहीं, 10 अप्रैल को रामनवमी के दिन भगवान राम की पूजा अर्चना की जाएगी.
छठ पूजा सामग्री लिस्ट
Chaiti Chhath Puja 2022: प्रसाद रखने के लिए बांस की दो तीन बड़ी टोकरी, बांस या पीतल के बने तीन सूप, लोटा, थाली, दूध और जल के लिए ग्लास, नए वस्त्र साड़ी-कुर्ता पजामा, चावल, लाल सिंदूर, धूप और बड़ा दीपक, पानी वाला नारियल, गन्ना जिसमें पत्ता लगा हो, सुथनी और शकरकंदी, हल्दी और अदरक का पौधा हरा हो तो अच्छा, नाशपाती और बड़ा वाला मीठा नींबू, जिसे टाब भी कहते हैं, शहद की डिब्बी, पान और साबुत सुपारी, कैराव, कपूर, कुमकुम, चन्दन, मिठाई.
Chaiti Chhath Puja 2022: छठी मैया को मानते हैं सूर्य की बहन
Chaiti Chhath Puja 2022: मान्यताओं के अनुसार छठी मैया को सूर्य देव की बहन माना जाता है। इसलिए छठ पूजा के दौरान सूर्य की उपासना की जाती है. कहा जाता है कि सूर्य की पूजा करने से छठी मैया प्रसन्न होती हैं.