Chaitra Navratra 2021 : चैत्र नवरात्र आज से शुरू, चतरा के भद्रकाली मंदिर में मां शैलपुत्री की हुई विधिवत पूजा, कोरोना के बीच ऐसी है मंदिर की व्यवस्था
Chaitra Navratra 2021, इटखोरी (विजय शर्मा) : पिछले साल की तरह इस साल भी चैत्र नवरात्र कोरोना काल में आज (13 अप्रैल) से शुरू हो गया. चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा मंगलवार को चतरा के इटखोरी स्थित प्रसिद्ध मां भद्रकाली मंदिर समेत अन्य पूजा स्थलों में कलश स्थापना कर विधिवत पूजा अर्चना की जा रही है. इसको लेकर मंदिर में पूरी तैयारी की गई है. आज शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की गयी और मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गयी. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है.
Chaitra Navratra 2021, इटखोरी (विजय शर्मा) : पिछले साल की तरह इस साल भी चैत्र नवरात्र कोरोना काल में आज (13 अप्रैल) से शुरू हो गया. चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा मंगलवार को चतरा के इटखोरी स्थित प्रसिद्ध मां भद्रकाली मंदिर समेत अन्य पूजा स्थलों में कलश स्थापना कर विधिवत पूजा अर्चना की जा रही है. इसको लेकर मंदिर में पूरी तैयारी की गई है. आज शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की गयी और मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गयी. इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है.
कोरोना को लेकर झारखंड सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए मां भद्रकाली मंदिर में पूजा की जायेगी. पुजारी नागेश्वर तिवारी व सुरेंद्र पांडेय ने जानकारी दी कि पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना की जाती है. इस बार माता का आगमन अश्व(घोड़ा) पर हो रहा है तथा प्रस्थान मानव कंधा पर होगा. कलश स्थापना के लिए सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक शुभ मुहूर्त है. इसके अनुसार शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना की गयी. आपको बता दें कि मां भद्रकाली मंदिर में प्राचीन काल से नवरात्र की पूजा होती आ रही है.
कोरोना महामारी के कारण इस बार मां भद्रकाली मंदिर में भीड़ की इजाजत नहीं दी गयी है. दूसरे प्रदेशों से आने वाले साधकों पर विशेष नजर रखी जा रही है. पूजा को लेकर मंदिर में सोशल डिस्टैंसिंग का पूरी तरह पालन किया जा रहा है. मास्क भी अनिवार्य है. इसके बगैर मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है.
Also Read: Chaitra Navratri 2021: आज नवरात्रि पर ऐसे करें कलश स्थापना, जानें हवन से लेकर पूजन तक की सरल विधि
आपको बता दें कि चैत्र नवरात्रि आज 13 अप्रैल मंगलवार से शुरू होकर 22 अप्रैल तक चलेगी. नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है. जिसकी शुरुआत नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना से की जाती है. इस दिन को कलश स्थापना के नाम से भी जाना जाता है. नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व है. इस दिन भक्त घर पर कलश स्थापना कर नौ दिनों तक माता का विधि-विधान से पूजन करते हैं.
Posted By : Guru Swarup Mishra