आज का पंचांग, 17 अप्रैल 2021: नवरात्रि के पांचवें दिन और खरना के मौके पर जानें आज का पंचांग, सभी शुभ मुहूर्त और राहु काल के बारे में
Aaj Ka Panchang, 17 April 2021, Shubh Muhurat, Chaitra Navratri 2021 5th Day, Chaiti Chhath Puja 2021, Kharna: आज चैत्र शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि 09 बजकर 50 मिनट तक है. इसके उपरांत षष्ठी तिथि आरंभ हो जायेगी. ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी की मानें तो आज नवरात्रि का पांचवां दिन है. इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा होगी साथ ही साथ आज चैती छठ में खरना भी मनाया जाएगा. ऐसे में आइये जानते हैं 17 अप्रैल का पंचांग व आज के सभी शुभ मुहूर्त और राहुकाल के बारे में...
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आज का पंचांग
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आज का शुभ मुहूर्त
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आज का राहु काल समय
Aaj Ka Panchang, 17 April 2021, Shubh Muhurat, Chaitra Navratri 2021 4th Day, Chaiti Chhath Puja 2021, Kharna: आज चैत्र शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि 09 बजकर 50 मिनट तक है. इसके उपरांत षष्ठी तिथि आरंभ हो जायेगी. ज्योतिर्विद दैवज्ञ डॉ श्रीपति त्रिपाठी की मानें तो आज नवरात्रि का पांचवां दिन है. इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा होगी साथ ही साथ आज चैती छठ में खरना भी मनाया जाएगा. ऐसे में आइये जानते हैं 17 अप्रैल का पंचांग व आज के सभी शुभ मुहूर्त और राहुकाल के बारे में…
17 अप्रैल 2021, शनिवार
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चैत्र शुक्ल पक्ष पंचमी दिन 09:50 उपरांत षष्टी
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श्री शुभ संवत -2078, शाके -1943, हिजरी सन -1442-43
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सूर्योदय -05:41
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सूर्यास्त -06:19
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सूर्योदय कालीन नक्षत्र- मृगशिरा उपरांत आद्रा, शोभान-योग, वा -करण
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सूर्योदय कालीन ग्रह विचार -सूर्य -मेष, चन्द्रमा -वृष, मंगल -मिथुन, बुध -मेष, गुरु -कुम्भ, शुक्र -मेष, शनि -मकर, राहु -वृष, केतु -वृश्चिक
चौघड़िया
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प्रात: 06:00 से 07:30 तक चर
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प्रातः 07:30 से 09:00 तक लाभ
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प्रातः 09:00 से 10:30 बजे तक अमृत
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प्रातः10:30 बजे से 12:00 बजे तक काल
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दोपहरः 12:00 से 01:30 बजे तक शुभ
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दोपहरः 01:30 से 03:00 बजे तक रोग
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दोपहरः 03:00 से 04:30 बजे तक उद्वेग
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शामः 04:30 से 06:00 तक चर
उपाय
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नवरात्र में माता दुर्गाजी को शहद को भोग लगाने से भक्तो को सुंदर रूप प्राप्त होता है व्यक्तित्व में तेज प्रकट होता है।
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आराधनाःॐ सौम्यरुपाय विद्महे वाणेशाय धीमहि तन्नौ सौम्यः प्रचोदयात् ॥
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खरीदारी के लिए शुभ समयःदोपहरः12:00 से 01:30 बजे तक लाभ
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राहु काल:10:30 से 12:30 बजे तक.
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दिशाशूल-नैऋत्य एवं पश्चिम
Posted By: Sumit Kumar Verma