रांची की टीम ने 3 दिन में चाकुलिया की सड़क को दुरुस्त करने का दिया था अल्टीमेटम, एक माह बाद भी नहीं बदली सूरत
पूर्वी सिंहभूम के धालभूमगढ़ में धालभूमगढ़ से बेंद तक की सड़क बदहाल है. पक्की सड़क पर कीचड़ ही कीचड़ है. सड़क से चलना मुश्किल है. लोग फिसलकर गिर रहे हैं. घायल हो रहे हैं. इस परेशानी को दूर करने वाला कोई नहीं है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट.
विधायक समीर महंती ने काफी प्रयास के बाद धालभूमगढ़ से बेंद तक सड़क का निर्माण शुरू कराया. परंतु यह योजना चाकुलिया के लोगों के लिए गले की फांस बन गयी है. जब मौसम साफ था, तब अच्छी सड़क को ही दुरुस्त किया गया. बारिश शुरू हुई तब चाकुलिया बिरसा चौक से काकडीशोल तक सड़क की खुदाई कर दी गयी. इसके बाद लोगों को आवागमन में परेशानी होने लगी. कुछ कसर बाकी थी उसे संवेदक ने डस्ट मिला गिट्टी बिछाकर पूरा कर दिया.
बारिश में सड़क कीचड़ में तब्दील हो गयी है. दो माह से लोगों का आवागमन बाधित हो गया है. स्कूली बच्चे फिसल कर गिर रहे हैं. महिलाएं और छोटे बच्चे सड़क पर चलते-चलते अचानक गिरकर कीचड़ में सन जा रहे हैं. इसकी शिकायत तमाम पदाधिकारियों से की गयी, परंतु इसका कोई असर नहीं हुआ. जांच के नाम पर क्वालिटी कंट्रोलर की टीम चाकुलिया पहुंची. भरोसा दिलाया कि जल्द ही सड़क को दुरुस्त कर दिया जायेगा. स्थानीय लोगों के समक्ष संवेदक एवं विभागीय पदाधिकारियों को तीन दिनों के भीतर सड़क को दुरुस्त करने का अल्टीमेटम भी दे दिया, 30 दिन बीत गये. परंतु सड़क की हालत नहीं बदली. लोगों में काफी आक्रोश है.
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सबसे अधिक परेशानी बच्चों को हो रही
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स्थानीय निवासी सतीश बारिक ने बताया कि दो माह से सड़क पर चलना मुश्किल है. लोग गिरकर घायल हो रहे हैं. स्कूली बच्चे स्कूल पहुंचने से पहले कीचड़ में सन जा रहे हैं. परंतु विभाग आंखें मूंदकर बैठा है.
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रमाकांत शुक्ला कहते हैं कि कई बार शिकायत के बाद सड़क की जांच करने रांची से टीम पहुंची. जांच कर लौटने के बाद टीम ने भी चुप्पी साध ली. जिस पर भरोसा था उसने भी कोई कार्रवाई नहीं की.
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अनिल मिश्रा ने कहा कि सड़क की बुरी स्थिति के कारण मिस्त्रीपाड़ा के लोग घर से नहीं निकल पा रहे हैं. सड़क पर लोग गिरकर घायल हो रहे हैं. शिकायत के बाद भी संवेदक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही है.
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एक और स्थानीय निवासी हैं प्रशांत बेरा. उन्होंने कहा कि मिस्त्रीपाड़ा में सड़क पूरी तरह से कीचड़ में तब्दील हो गयी है. सड़क ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. एक तरफ भारी वाहनों का आवागमन, दूसरी ओर मिस्त्रीपाड़ा की कीचड़मय सड़क से नर्क का एहसास हो रहा है.
इधर, घाटशिला में बिजली कटौती से बढ़ी परेशानी
घाटशिला में अनियमित बिजली आपूर्ति जारी है. शनिवार को बारिश के दौरान दो से तीन बार बिजली कटौती हुई. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के पदाधिकारियों का कहना है कि जेबीवीएनएल में किसी तरह की खराबी नहीं है. मगर बिजली कटौती हो रही है. जेबीवीएनएल के पदाधिकारी का कहना है कि बिजली कटौती की जानकारी विभाग के महाप्रबंधक को दी गयी है. ताकि अनियमित बिजली आपूर्ति के खिलाफ कार्रवाई की जा सके.
चालकडीह : लटक रहे तार से हादसे की आशंका
इधर, चालकडीह में सोनाखून-राजस्टेट सड़क के किनारे बिजली विभाग का तार नीचे लटक रहा है. इससे कभी भी दुर्घटना घट सकती है. सड़क के किनारे लटक रहे तार के पास ही लोग मवेशी चराते हैं. इससे लोगों में विभाग के प्रति आक्रोश है. ग्रामीणों का कहना है कि दो खंभों को अगर सड़क के किनारे लगाकर बिजली के तार को ऊपर खींच दिया जाता, तो समस्या दूर हो जाती.
गुड़ाबांदा में महिला का शव बरामद, जांच में जुटी पुलिस
गुड़ाबांदा पुलिस ने शनिवार को तेतुलडांगा से आसनबनी चौक के बीच सड़क किनारे से महिला का शव बरामद किया है. गुड़ाबांदा थाना के उप निरीक्षक रामचरण साव ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की. पूछताछ में महिला की पहचान धानी मुर्मू (32) के रूप में की गयी है.