Kanpur: मिनी टर्मिनल के रूप में विकसित होगा चंदारी रेलवे स्टेशन, कानपुर सेंट्रल पर कम होगा ट्रेनों का लोड
कानपुर में चंदारी स्टेशन से श्यामनगर, यशोदानगर, कोयलानगर, नेताजी नगर, कर्मचारी नगर, सैदुल्लापुरवा, मंगलाविहार, कोयला नगर, स्वर्ण जयंती, गोपालनगर, गांधीग्राम सहित 12 से अधिक मोहल्ले नजदीक में है. दिल्ली, हावड़ा रूट की प्रमुख ट्रेनों का ठहराव शुरू होते ही तीन लाख आबादी को फायदा होगा.
Kanpur News: चंदारी रेलवे स्टेशन को मिनी टर्मिनल के रूप में विकसित करने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल गई है. पिछले दिनों यात्री सलाहकार कमेटी के सदस्यों ने भी चंदारी स्टेशन को विकसित करने की सिफारिश की थी. हावड़ा-दिल्ली रूट की पैसेंजर, मेल, एक्सप्रेस सहित 12 नई ट्रेनों को चलाने की तैयारी है. कुछ ट्रेनों को चंदारी से ही चलाने की योजना है. चंदारी स्टेशन को मिनी टर्मिनल के रूप में विकसित करने से सेंट्रल स्टेशन का यात्री लोड 20 फीसदी कम होगा यात्री लोड कम होते ही सेंट्रल स्टेशन पर मौजूद सुविधाएं यात्रियों के अनुकूल हो जाएंगी. दिवाली, छठ पूजा के मद्देनजर चलाई गई स्पेशल ट्रेनों में से 70 ट्रेनों को गोविंदपुरी से निकाला गया. इससे साबित हो चुका है कि गोविंदपुरी टर्मिनल स्टेशन के रूप में पूरी तरह डेवलप है. अभी वहां से 15 और नियमित ट्रेनों को निकालने का फैसला हो चुका है. अनवरगंज स्टेशन के प्लेटफार्म दो और तीन को दिसंबर तक 24 कोच के बराबर लंबा करने का काम पूरा हो जाएगा. सेंट्रल स्टेशन होकर दिल्ली या फिर लखनऊ को जाने वाली मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों को इस रूट से वाया फर्रुखाबाद चलाने का रास्ता भी साफ हो जाएगा.
तीन लाख की आबादी को होगा फायदा
कानपुर में चंदारी सेंट्रल स्टेशन का सबसे नजदीकी स्टेशन है. इस स्टेशन से श्यामनगर, यशोदानगर, कोयलानगर, नेताजी नगर, कर्मचारी नगर, सैदुल्लापुरवा, मंगलाविहार, कोयला नगर, स्वर्ण जयंती, गोपालनगर, गांधीग्राम सहित 12 से अधिक मोहल्ले नजदीक में है. दिल्ली, हावड़ा रूट की प्रमुख ट्रेनों का ठहराव शुरू होते ही तीन लाख आबादी को फायदा होगा.
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डीएफसी पर मार्च तक मालगाड़ी डायवर्ट
डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर पर मार्च-2024 तक सभी मालगाड़ियां डायवर्ट करने की तैयारी है. दिल्ली-हावड़ा रूट पर रोजाना चल रही 120 मालगाड़ियों में से 80 से अधिक डायवर्ट हो चुकी है. बाकि नहीं हो सकी है. ऐसा होने के बाद न्यू कानपुर से सेंट्रल और चंदारी तक मालगाड़ियों का लोड खत्म होने से दूसरी ट्रेनें बढ़ाने का रास्ता साफ हो जाएगा.