Chandra Grahan 19 November : 580 साल बाद लगेगा ऐसा चंद्र ग्रहण, इस चंद्र ग्रहण से जुड़ी जरूरी बातें और समय
19 नवंबर 2021 को आंशिक चंद्र ग्रहण है. वैसे तो यह भारत के बहुत कम हिस्सों में दिखाई देगा लेकिन नवंबर महीने में लगने वाला चंद्र ग्रहण अपने आप में खास है. जानें 19 नवंबर को लगने वाले चंद्र ग्रहण से जुड़ी कुछ खास बातें.
साल 2021 का अंतिम चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगेगा. यह चंद्रगहण भारतीय समय के अनुसार 19 नवंबर को सुबह 11 बजकर 34 मिनट पर लगेगा जो शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. इस दौरान पूजा-पाठ और अन्य शुभ कार्य नहीं किया जा सकेगा. जानें इससे जुड़ी अन्य बातें.
19 नवंबर के दिन चंद्रमा और पृथ्वी के बीच अधिक दूरी के कारण यह चंद्रग्रहण काफी लंबी अवधि का होने जा रहा है. 19 नवंबर को लगने वाला यह चंद्र ग्रहण खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा. हिंदू पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा तिथि पर ही लगता है. भारतीय समय के अनुसार ग्रहण 19 नवंबर को प्रातः 11:34 मिनट से आरंभ होगा और इसका समापन सायं 05:33 मिनट पर होगा. ग्रहणकाल की कुल अवधि- लगभग 05 घंटे 59 मिनट तक होगी. बता दें कि इस चंद्र ग्रहण से पहले इत लंबा चंद्र ग्रहण19 फरवरी 1440 को लगा था. यानि 580 वर्षों के बाद इतनी लंबी अवधि का चंद्रग्रहण 19 नवंबर 2021 को लगने जा रहा है. और इसके बाद वर्ष 2669 के 8 फरवरी को ऐसी ही लंबी अवधि का चंद्रग्रहण लगेगा. नासा के मुताबिक, एक साल में अधिकतम तीन चंद्र ग्रहण हो सकते हैं. अनुमान है कि 21वीं सदी में कुल 228 चंद्र ग्रहण होंगे.
19 नवंबर को लगने वाला आंशिक चंद्र ग्रहण भारतीय समयानुसार 19 नवंबर की सुबह 11 बजकर 34 मिनट से शाम को 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा. इस चंद्रग्रहण को भारत में मणिपुर की राजधानी इंफाल और उसके सीमावर्ती क्षेत्रों में देखा जा सकेगा.
19 नवंबर को लगनेवाला आंशिक चंद्रग्रहण इस साल यानी वर्ष 2021 का आखिरी चंद्रग्रहण होगा. इससे पहले इस साल 26 मई को चंद्रग्रहण लगा था जिसे लाल रंग का होने के कारण सुपरमून या रेडब्लड मून कहा गया.
19 नवंबर को लगने वाले आंशिक चंद्र ग्रहण के 15 दिन बाद ही सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है. यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जो 4 दिसंबर 2021 को लगेगा.
19 नवंबर को लगने जा रहे चंद्रग्रहण को दुनिया के कई हिस्सों जैसे – यूरोप, ऑस्ट्रेलिया, उत्तरी-दक्षिणी अमेरिका, प्रशांत महासागर, अंटार्कटिका, हिंद महासागर और एशिया में देखा जा सकेगा.
जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है तो इस घटना को ही चंद्र ग्रहण कहते हैं. लेकिन जब पूरा चंद्रमा पृथ्वी की छाया में रहता है तो पूर्ण चंद्रग्रहण होता है और जब चंद्रमा का सिर्फ एक भाग पृथ्वी की छाया में होता है तो ऐसी स्थिति में आंशिक चंद्र ग्रहण लगता है.