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Chandra Grahan 5 July 2020 Timing in India : साल का तीसरा सबसे बड़ा चंद्र ग्रहण, जानें किन राशियों पर क्‍या पड़ा प्रभाव

Chandra Grahan 5 July 2020 Timing in India, chandra grahan ka rashiyo par kya prabhav padega : 5 जुलाई को साल का चौथा ग्रहण लग रह है. जबकि साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लगेगा. गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima 2020) के दिन लगने वाला चंद्र ग्रहण सुबह 8 बज कर 37 मिनट में शुरू होगा और 11 बजकर 21 मिनट में समाप्त हो जाएगा, चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 2 घंटा 43 मिनट और 54 सेकेंड की होगी. दिन में चंद्र ग्रहण लगने के कारण भारत में यह दिखाई नहीं देने वाला है और यही वजह है कि इस ग्रहण का सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.

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ग्रहण काल के बाद मंदिर में दान करें

जिन राशियों पर चंद्रग्रहण का अशुभ प्रभाव पड़ेगा, उन्हें ग्रहण काल के बाद पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करना चाहिए. स्नान करने के बाद मंदिरों में दान करना चाहिए. गाय को भोजन कराएं और गरीबों की मदद करनी चाहिए.

ग्रहण के बाद ये काम जरूर करें

- ग्रहण समाप्त होने पर स्नान करके उचित व्यक्ति को दान करने का विधान है.

- ग्रहण के समय गुरुमंत्र, इष्टमंत्र अथवा भगवन्नाम जाप अवश्य करें, ग्रहण समाप्त होने के बाद पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें.

- ग्रहण के बाद पुराना पानी और अन्न फेक देना चाहिए. नया भोजन पकाकर खाये और ताजा पानी भरकर पिए.

- सूर्य ग्रहण पूरा होने पर उसका शुद्ध बिम्ब देखकर ही भोजन करना चाहिए.

- ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है.

कई देशों में दिख रहा चंद्रग्रहण, आने लगी तस्वीरें

साल 2020 का तीसरा चंद्रग्रहण लग चुका है. यह ग्रहण यूरोप, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में दिख रहा है. इसकी तस्वीरें अनेक माध्यमों से आनी शुरू हो गई है. भारतीय समय के अनुसार यह ग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट से शुरू हो गया है जो कि 11 बजकर 22 मिनट पर खत्म होगा.

लग चुका है चंद्र ग्रहण, इन कामों को करने से बचें

- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के सीधे प्रभाव में नहीं आना चाहिए.

- ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को चाकू-छुरी या तेज धार वाले हथियार का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से गर्भ में पल रहे शिशु के शरीर पर नकारात्मक असर हो सकता है.

-ग्रहण की अवधि में सिलाई-कढ़ाई का कार्य भी न करें और न ही किसी प्रकार की चीज़ों का सेवन करें.

ग्रहण के दौरान करें यह काम, मिलेगा लाभ

चंद्र ग्रहण लगने के पहले खाने पीने वाली चीजों में तुलसी दल या तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए. इससे खाना दूषित होने से बच जाता है और ग्रहण की समाप्ति पर इसका उपयोग किया जा सकता है. लेकिन याद रहे कि ग्रहण लगने के समय तुलसी का पौधा नहीं छूना चाहिए और नहीं तुलसी का पत्ता तोड़ना चाहिए.

गर्भवती महिलाएं रखें विशेष सावधानी

ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है. ऐसी मान्यता है कि ग्रहण के हानिकारक प्रभाव से गर्भ में पल रहे शिशु के शरीर पर उसका नकारात्मक असर होता है. इस लिए गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.

चंद्र ग्रहण कुछ मिनटों के बाद हो जाएगा प्रारंभ

चंद्र ग्रहण अब कुछ ही मिनटों के बाद शुरू हो जाएगा. 08 बज कर 54 मिनट में शुरू होगा और 11 बजकर 21 मिनट में समाप्त हो जाएगा, चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 2 घंटा 43 मिनट और 54 सेकेंड की होगी.

चंद्र ग्रहण के दौरान ये 5 कार्य भूलकर भी न करें.

- ग्रहण के दौरान भोजन न करें, भोजन पकाएं भी नहीं.

- गर्भवती महिला घर के अंदर ही रहें, बाहर न निकलें.

- चंद्र ग्रहण के दौरान मन में नकारात्मक विचार न लाएं.

- चंद्र ग्रहण के दौरान किसी की बुराई और बाणी को खराब न करें.

- चंद्र ग्रहण के दौरान किसी जानवर को चोट न पहुंचाएं.

जानिए कैसे चंद्रग्रहण की नकारात्मक ऊर्जा होती है दूर

ग्रहण चाहे सूर्य हो या चंद्र दोनों ही अशुभकाल माने जाते हैं. ग्रहण के दौरान धरती पर बुरी शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है, इसलिए ग्रहणकाल के समय तुलसी का प्रयोग घर की शुद्धि करने में किया जाता है. तुलसी होने से सभी नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है. तुलसी का इस्तेमाल नकारात्मक ऊर्जा खत्म करने के लिए किया जाता है.

जानें कहां दिखई देगा चंद्र ग्रहण

5 जुलाई लगने वाला ये चंद्र ग्रहण अमेरिका, अफ्रीका और यूरोप में दिखाई देगा. ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा और उसका सूतक भी भारत में मान्य नहीं होगा.

क्या ग्रहण के दौरान पानी पी सकते हैं

ग्रहण के दौरान पानी पीने से बचना चाहिए, क्योंकि इस दौरान बैकटेरिया ज्यादा एक्टिव होते हैं, जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं.अगर आप बीमार हैं या आप गर्भवती हैं तो आप हल्का गर्म पानी पी सकते हैं. इसमें 8-10 बूंदे तुलसी का जूस या पत्ते ड़ाल कर उबाल सकते हैं.

मीन राशि पर चंद्रग्रहण का प्रभाव

परिवार के लोगों के साथ समय गुजरेगा. परिवार में खुशी का मौहाल बना रहेगा. विवाद की स्थिति से बचें. लेनदेन न करें. लंबे समय से रूका हुआ कोई कार्य पूर्ण हो सकता है. वित्तीय रूप से दिन अच्छा रहेगा. जीवन साथी का पूर्ण सहयोग मिलेगा. क्रोध और विवाद से बचें.

कुंभ राशि पर चंद्रग्रहण का प्रभाव

कोई रोग परेशान कर सकता है. डाक्टर के पास भी जाना पड़ सकता है. इसलिए इस दिन संभल कर रहें. खानपान पर ध्यान दें. आज दिमाग को आराम देने की कोशिश करें. आराम करें.

मकर राशि पर चंद्रग्रहण का प्रभाव

यह चंद्र ग्रहण आपकी राशि के द्वादश भाव में होगा, जिसके चलते सबसे अधिक आपका निजी जीवन प्रभावित होने वाला है.वैवाहिक जातकों को भी इस दौरान विशेष सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि आशंका है कई आपका जीवन साथी के साथ किसी बात को लेकर विवाद हो.स्वास्थ्य जीवन के लिहाज से भी, आपके लिए ये ग्रहण थोड़ा प्रतिकूल रहने वाला है.

धनु राशि पर चंद्रग्रहण का प्रभाव

धनु राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण मानसिक तनाव लेकर आ सकता है. पैसों के मामले में इस समय ध्यान रखने की जरूरत है. आपको रोजाना खर्चों में परेशानी आ सकती है. छोटे भाई-बहनों के साथ झगड़े से बचें. संतान की ओर से आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. नौकरी-व्यवसाय में इस समय आपको अधिक मेहनत करने की जरूरत है.

वृश्चिक राशि पर चंद्रग्रहण का प्रभाव

आज के दिन आप एकांत में रहना पसंद करेंगे. पत्नी के साथ अच्छा समय गुजरेगा. पुरानी बातों को याद कर आप भावुक हो सकते हैं. इस दिन सेहत का भी ध्यान रखें. यात्रा करनी पड़ सकती है.

तुला राशि पर चंद्रग्रहण का प्रभाव

चंद्र ग्रहण का आपकी राशि पर भी प्रभाव पड़ रहा है. चंद्र ग्रहण का आपकी राशि पर मिलाजुला प्रभाव पड़ रहा है. इसलिए इस दिन जो भी करें सोच विचार कर ही करें. मित्र और किसी रिश्तेदार को लेकर कोई तनाव की स्थिति बन सकती है. इस दिन वही कार्य करें जिसमें आपका मन लगता हो. क्रोध करने से बचें.

कन्या राशि पर चंद्रग्रहण का प्रभाव

कन्या राशि के जातक खान-पान पर संयम बरतें. इस राशि के जातकों पर चंद्रग्रहण का अशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा. आपको किसी भी तरह के संक्रमण से बचने की जरूरत है. परिवार और पैसों के मामले में सावधानी बरतें. कहीं भी निवेश करना अच्छा नहीं है. खान-पान पर संयम बरतने की जरूरत है. भागदौड़ से दूरी बनाएं और असुरक्षा की भावना मन में न लाएं.

सिंह राशि पर चंद्रग्रहण का असर

चतुर्थ भाव और चंद्रमा बचपन को दर्शाता है. ऐसे में इस ग्रहण के दौरान, आशंका है कि पूर्व की कुछ समस्याएं आपको पुनः परेशान करें. इसलिए समय रहते उनकी पहचान कर, उन्हें ठीक करने के लिए ये समय शुभ है. इसके अलावा अपने परिवार के सदस्यों के साथ, यदि कोई विवाद चल रहा था तो, उसे हल करने के लिए भी समय उत्तम रहने वाला है. हालांकि आपको अपनी मां की सेहत के प्रति सजक रहने की सलाह दी जाती है.

कर्क राशि पर चंद्रग्रहण का असर

कर्क राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण का मिला-जुला असर होगा. चंद्र ग्रहण के कारण कर्क राशि वालों में तनाव हो सकता है. हालांकि व्‍यापार और नौकरी में लाभ के संयोग हैं. दांपत्य जीवन प्रभावित हो सकता है.

मिथुन राशि के जातकों पर ऐसा होगा चंद्रग्रहण का असर

मिथुन राशि के जातकों पर चंद्र ग्रहण का फल ठीक नहीं है. इस राशि के जातकों का ग्रहण के कारण मन विचलित रहेगा. विवाद से बचें और मन से नकारात्मक विचारों को निकाल दें. हालांकि आपके लिए एक अच्‍छी खबर चंद्र ग्रहण लेकर आ रहा है, किसी पुराने मित्र से आपकी मुलाकात हो सकती है.

वृष राशि वाले सेहत को लेकर रहें सचेत

वृष राशि के जातकों को चंद्र ग्रहण के कारण रोग परेशान कर सकता है. इसलिए वृष राशि वाले अपनी सेहत को लेकर सचेत रहें. व्यापार को लेकर जल्‍दबाजी न करें, हालांकि नये संबंधों में वद्धि को सकती है. घर से बाहर निकलने से बचें और खर्च पर नियंत्रण रखें.

मेष राशि के जातकों में बढ़ सकता है तनाव

चंद्र ग्रहण का असर मेष राशि के जातकों पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है. बताया जा रहा है मेष राशिवालों में ग्रहण के कारण मानसिक तनाव बढ़ सकता है. मन अशांत रहेगा और आलस हावी रहेगा जिससे काम में मन नहीं लेगगा. हालांकि इसका फल अच्‍छा भी है कि मेष राशियों वालों की आय में वृद्धि होगी.

ग्रहण के दौरान करें ये काम

गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय भगवान का ध्यान करना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण काल में मंत्र का जाप करना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को अपने पास एक नारियल रखना चाहिए. नारियल रखने से ग्रहण का नकारात्मक उर्जा का प्रभाव नहीं पड़ता है.

ग्रहण के दौरन घर की खिड़कियों को रखें बंद

ग्रहण के दौरन घर की सभी खिड़कियों को ढक देना चाहिए, ताकि ग्रहण की कोई भी किरण घर में प्रवेश न कर सके. ग्रहण के दौरान या पहले भोजन बना हुआ है तो उसे फेंकना नहीं चाहिए. बल्कि उसमें तुलसी के पत्ते डालकर उसे शुद्ध कर लेना चाहिए. ग्रहण के समाप्ति के बाद स्नान-ध्यान कर घर में गंगाजल छिड़कना चाहिए.

धनु राशि में लगेगा चंद्र ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण धनु राशि में लगेगा. धनु राशि में गुरु बृहस्पति और राहु मौजूद हैं. अतः ग्रहण के दौरान बृहस्पति पर राहु की दृष्टि धनु राशि को प्रभावित करेगी. धनु राशि के जातकों का मन अशांत रह सकता है. उनके मन में नकारात्मक विचार आ सकते हैं.

ग्रहण के दौरान इस मंत्र का करें जाप

ग्रहण के समय में व्यक्ति को भगवान वासुदेव या फिर श्रीकृष्ण मंत्र का जाप करना चाहिए. इस दिन आप ओम नमो भगवते वासुदेवाय या श्रीकृष्णाय श्रीवासुदेवाय हरये परमात्मने, प्रणत: क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम: मन्त्र का जाप करना चाहिए.

ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्ते का खास महत्व

ग्रहण के दौरान सूतक शुरू होने से पहले लोगों को खाने-पीने की चीजों में खासकर अचार, मुरब्बा, दूध, दही और अन्य खाद्य पदार्थों में कुश तृण या तुलसी का पत्ता रख देना चाहिए. ऐसा करने से खाने की चीजों पर ग्रहण का प्रभाव नहीं पड़ेगा.

ग्रहण के दौरान नहीं है कोई पाबंदी

आज गुरु पूर्णिमा है. इस दौरान चंद्र ग्रहण लग रहा है. यह सामान्य तौर से दिखने वाला चंद्रग्रहण होगा. पूर्णिमा की रात अगर आसमान साफ रहा तो चांदनी रात में चांद को देखते हुए खाना भी खा सकते हैं क्योंकि इस ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार की धर्म संगत पाबंदी नहीं रहेगी.

लगातार लगेगा कल तीसरा ग्रहण

बीते एक महीने में लगातार यह तीसरी बार ग्रहण लग रहा है. 5 जून को भी चंद्र ग्रहण लगा था, इसके बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण लगा था. तीसरा ग्रहण आज 05 जुलाई रविवार को लग रहा है. इस तरह से इस साल का तीसरा चंद्रगंहण होगा और कुल चौथा ग्रहण कल लगेगा.

भारत में नहीं पड़ेगा प्रभाव

गुरु पूर्णिमा के दिन लगने वाला ग्रहण आंशिक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा और भारत में दिखाई भी नहीं देगा, इसलिए ज्योतिषियों की मानें तो इस ग्रहण का भारत में प्रभाव नहीं पड़ेगा. यह चंद्र ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा.

गुरु पूर्णिमा पर चंद्रग्रहण का असर

कल गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा. कल ही चंद्र ग्रहण भी लग रहा है. चंद्र ग्रहण सुबह 08 बजकर 38 मिनट पर प्रारंभ होगा. वहीं, 11 बजकर 21 मिनट पर समाप्त होगा. ग्रहण अवधि 02 घण्टे 43 मिनट 24 सेकेंड रहेगा. गुरु पूर्णिमा के दिन लगने वाला चंद्रग्रहण भारत के संदर्भ में बहुत ज्यादा प्रभावशाली नहीं होगा. क्योंकि यह एक उपच्छाया चंद्रग्रहण है और भारत में दिखाई भी नहीं देगा. यह ग्रहण धनु राशि पर लगने वाला है तो इस दौरान धनुराशि वाले लोगों का नम कुछ अशांत रह सकता है. इस दौरान गुरु पूर्णिमा पर पूजा-अर्चना किया जा सकता है.

भारत में नहीं दिखेगा चंद्र ग्रहण

कल गुरु पूर्णिम है. कल ही चंद्र ग्रहण लग रहा है. यह ग्रहण उपछाया ग्रहण होगा. कल जो चंद्र ग्रहण लग रहा है वह भारत में नहीं दिखेगा और इसका धार्मिक महत्व भी नहीं रहेगा. लिहाजा पूर्णिमा से संबंधित सभी पूजन कर्म किए जा सकेंगे. इस ग्रहण का सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.

अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस पर चंद्रग्रहण का संयोग

5 जुलाई को लगने वाला चंद्रग्रहण इस बार अमेरिका में दिखेगा. यह एक मात्र संयोग है कि ग्रहण अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस पर दिखेगा.

2 घंटे 43 मिनट तक चंद्रग्रहण

साल का तीसरा चंद्रग्रहण तकरीबन 2 घंटे 43मिनट की होगी. ग्रहण भारतीय समयानुसार 8.11 मिनट पर शुरू हो जाएगा. हालांकि इस बार ग्रहण के सूतक का प्रभाव भारत में नहीं पड़ेगा.

गुरु पूर्णिमा के दिन पड़ रहा है चंद्रग्रहण

कल चंद्रग्रहण के समय ही गुरु पूर्णिमा है. गुरु पूर्णिमा के दिन भारत में त्यौहार और पर्व मनाया जाता है. गुरु पूर्णिमा के दिन भी चंद्रग्रहण लगने से लोगों में मन में सूतक का संशय बना हुआ है. हालांकि इस बार भारत में ग्रहण नहीं लगेगा, इसलिए गुरु पूर्णिमा पर कोई असर नहीं होगा.

1 महीने में दूसरा चंद्रग्रहण

बीते एक महीने में लगातार यह दूसरी बार है जब चंद्रग्रहण लगा है. 5 जून को भी चंद्र ग्रहम लगा था. वहीं साल का पहला चंद्र ग्रहण जनवरी में लगा था. बता दें कि इस साल 4 चंद्र ग्रहण लगेगा.

क्या है उपछाया चंद्रग्रहण

उपछाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा पूरी तरह काला नहीं होता है, जबकि केवल उसका आकार धुंधला दिखायी देता है. ऐसे में चंद्रमा की चमक कम हो जाती है या मलीन हो जाती है. इसलिए इसे उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं ना कि चंद्रग्रहण.

नहीं है कोई पाबंदी

यह सामान्य तौर से दिखने वाला चंद्रग्रहण होगा. पूर्णिमा की रात अगर आसमान साफ रहा तो चांदनी रात में चांद को देखते हुए खाना भी खा सकते हैं क्योंकि इस ग्रहण के दौरान किसी भी प्रकार की धर्म संगत पाबंदी नहीं है.

लगातार तीसरा वर्ष गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र गहण

5 जुलाई को लगने वाला यह चंद्रग्रहण इस बार भी गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा है. यह लगातार तीसरा साल है जब गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लग रहा है.

शुभ नहीं है एक महीने में तीन ग्रहण

पांच जून से लेकर पांच जुलाई के बीच का यह तीसरा ग्रहण है. ज्योतिषियों की मुताबिक एक महीने में अंतराल में तीन ग्रहण का पड़ना अशुभ माना जाता है. इसके प्रभाव से प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है.

पूरे आकार में नजर आएगा चंद्रमा

इस बार ग्रहण में चंद्रमा पूरे आकार में नजर आएगा. इस बार ग्रहण में चांद कटा हुआ नहीं दिखेगा. अमूमन ग्रहण में चंद्रमा कटा हुआ दिखाई देता है.

खुली आंखों से भी देख सकतें हैं ग्रहण

चंद्र ग्रहण को खुली आंखों से भी देखा जा सकता है. सूर्य ग्रहण में जहां आंखों से देखने पर नुकसान होने की संभावना रहती है, वहीं चंद्र ग्रहण में ऐसा कुछ नहीं होता है.

चंद्रग्रहण कैसे लगता है?

चंद्र ग्रहण एक खगोलीय स्थिति से उत्पन्न एक घटना है. जब चंद्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी जाती है, तब चंद्र ग्रहण लगता है. यह घटना पूर्णिमा तिथि को ही घटती है. इसदौरान सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी तीनों एक ही लाइन पर होती है.

5 जुलाई को साल का तीसरा चंद्र ग्रहण

5 जुलाई को साल का चौथा ग्रहण लग रह है. जबकि साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लगेगा. 30 दिनों के अंदर लगने वाला ये तीसरा ग्रहण है. सबसे पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी को लगा था. दूसरा चंद्र ग्रहण 5 जून को लगा था जबकि सूर्य ग्रहण 21 जून को लगा था. 5 जुलाई 2020 का चंद्र ग्रहण एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा. इसका प्रभाव भी भारत में नहीं पड़ेगा इसलिए इसके सूतक काल की भी मान्यता नहीं होगी. उपछाया चंद्र ग्रहण पृथ्वी के बाहरी छाया पर ही पड़ेगी.

किस किस जगह पर दिखेगा चंद्र ग्रहण

यह चंद्र अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा.

इस राशि पर पड़ेगा गहरा असर

इस बार ये चंद्र ग्रहण धनु राशि पर लग रहा है, इसलिए इस राशि के जातकों पर गहरा असर पड़ने वाला है. धनु राशि के जातकों को इस दिन मानसिक तनाव, सेहत से जुड़ी समस्या और माता को कष्ट हो सकता है. इस राशि के जातक इस प्रभाव को कम करने के लिए भगवान शिव की अराधना और सोमवार को व्रत रखने से लाभ मिलेगा.

ग्रहण में बरते ये सावधानियां

ग्रहण लगने से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है इसलिए सूतक काल लगने के बाद कुछ भी नहीं खाना चाहिए.

गर्भवती महिलाओं को इस दौरान सात्विक भोजन करने की सालह दी जाती है .

पानी पीते समय तुलसी के पत्ते डालकर इसे उबाल कर पीना चाहिए.

चंद्र ग्रहण में सूतक काल लगने के बाद कुछ भी नहीं खाना चाहिए. माना जाता है कि ग्रहण पोषक तत्व को भी प्रभावित करता है इसलिए इस दौरान खाना बनाने की भी मनाही होती है.

कुछ लोग ग्रहण पर उपवास भी रखते हैं लेकिन बीमार व्यक्तियों को ऐसा करने से बचना चाहिए.

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