Chandra Grahan 2020 Time in India: इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण कल यानि शुक्रवार की रात में लग रहा है. यह ग्रहण 05 जून की मध्य रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और 6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगा. इस ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 19 मिनट है. यह उपछाया चंद्रग्रहण होगा. हालांकि उपछाया ग्रहण में सूतक काल मान्य नहीं होता है. यह ग्रहण यूरोप, अफ्रीका , एशिया और आस्ट्रेलिया में देखा जाएगा. उपछाया ग्रहण मानव जीवन पर अधिक प्रभाव नहीं डालता है, लेकिन इस बार यह उपछाया ग्रहण ही लोगों की परेशानी में डाल सकती है. इस दौरान पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है. इस माहामारी से भारत में करीब दो लाख लोग संक्रमित हो चुके है. वहीं, ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार इस दौरान देश के कई हिस्सों में आंधी, तुफान, चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदा आने की संभावना बढ़ गई है. ज्योतिष के अनुसार इस समय कई ग्रह वक्री अवस्था में है, इस दौरान कई ग्रह राशि भी परिवर्तन करने वाले है. इन सभी ग्रहों का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ने वाला है.
मेष राशि: इस ग्रहण से इस राशि वालों के जीवन में परेशानियां बढ़ेंगी, धोखा मिल सकता है. इस राशि के जातक ग्रहण के शुभ प्रभाव के लिए तिल, गुड़ का दान करें. ग्रहण के दौरान ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीनारायण नम: का 11 माला जाप करें.
वृष राशि: इस राशि वाले जातक ग्रहण के प्रभाव से मानभंग यानि अपयश और शारीरिक कष्ट पा सकते हैं तथा अपनों से मतभेद हो सकता है. इस राशि के जातक कंबल व गर्म ऊनी वस्त्र का दान करें. भगवान विष्णु के ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का 05 माला जाप करें.
मिथुन राशि: व्यापार में नुकसान और पति-पत्नी को कष्ट होगा, इस राशि के जातक ग्रहण से कष्टों से बचने एवं मनोभिलाषाओं की पूर्ति के लिए ग्रहण के पश्चात चींटियों को पंजीरी और गाय को हरा चारा अवश्य ही खिलाएं, फल और हरी सब्जी का दान करें. भगवान श्री कृष्ण के मन्त्र ॐ क्लीं कृष्णायै नम: मन्त्र का 11 माला जाप अवश्य ही करें.
कर्क राशि: इस राशि के जातकों को स्त्रीचिन्ता, शत्रु परास्त होंगे, करियर में उन्नति होगी. इस राशि के जातक ग्रहण के शुभ फलों के लिए घी और गुड़ का दान करें. हनुमान चालीसा का पाठ करे. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मन्त्र का 5 माला जाप करें.
सिंह राशि: इस राशि के जातक निजी जीवन में ज्यादा अच्छा अनुभव करेंगे. इस राशि के जातक ग्रहण से शुभ फलों को प्राप्त करने के लिए गुड़ और शहद का दान करें. ॐ क्लीं ब्रह्मणे जगदाधारायै नम: मन्त्र का 11 माला जाप करें.
कन्या राशि: इस राशि के जातकों चिंता बढ़ेगी, महिला पक्ष से कष्ट, कर्जों में बढ़ोतरी होगी. इस राशि के जातक गुड़, तिल और अनाज का दान करें. भगवान श्री हरि के मन्त्र ॐ विष्णवे नमः मन्त्र का 21 माला जाप करें.
तुला राशि: इस राशि के जातकों की व्यथा और चिंता में बढ़ोतरी, सिर दर्द से परेशान हो सकते है. इस राशि के जातक ग्रहण से शुभ फलो को प्राप्त करने के लिए गर्म वस्त्र, कम्बल, पुस्तकों का दान करें. ॐ हं हनुमतये नमः मन्त्र का 11 माला जाप करें.
वृश्चिक राशि: इस राशि पर ही ग्रहण पड़ रहा है. इस लिए इन्हें विशेष सावधानी रखनी चाहिए. आकस्मिक घात, निवेश से नुकसान हो सकता है. इस राशि के जातकों को सफेद तिल, गुड़, दूध और गेंहू का दान करना चाहिए. इस राशि के जातक ॐ घृणिः सूर्याय नमः मन्त्र का 21 जाप करें. आदित्य ह्रदय स्तोत्र का पाठ करें.
धनु राशि: इस राशि के जातकों के लिए ग्रहण क्षति दे सकता है. अच्छी सेहत और कष्टों की निवृत्ति के लिए इस राशि के जातक घी, शहद, तिल, गुड़, का दान करें. धनु राशि के जातक ॐ क्लीं कृष्णायै नम: का 11 माला जाप करें.
मकर राशि: इस राशि के जातकों के लिए धन लाभ के योग बनेंगे नए कामों की शुरुआत बेहतर साथ ही खर्चों में भी बढ़ोतरी होगी. इस राशि के जातक ऊनी वस्त्र, कंबल, गेहूं, का दान करें. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का 21 जाप करें, और श्री सूक्त का पाठ करें.
कुंभ राशि: इस राशि के जातकों के लिए ग्रहण सुख कारी, रूके हुए धन की वापसी. इस राशि के जातक शहद, गुड़, तिल का दान करें. ॐ ह्रीं नीलकंठाय नमः का 11 माला जाप अवश्य ही करें. साथ ही शिव स्तोत्र का पाठ करें.
मीन राशि: इस राशि के जातकों के लिए ग्रहण सुख एवं श्री देने वाला, परिवार में सुखों की बढ़ोत्तरी होगी. इस राशि के जातक ग्रहण के शुभ फलों को प्राप्त करने के लिए गुड़, घी और चने की दाल का दान करें. ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मन्त्र का 21 माला जाप करें. विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें.