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Chandra Grahan 2021 Date, India Timings Updates: 15 दिन बाद लगेगा साल का दूसरा ग्रहण, इस चंद्र ग्रहण के बाद राशिनुसार जरूर करें ये टोटके, बुरे प्रभावों से मिलेगी मुक्ति

Chandra Grahan May 2021 Date and Time, Timings in India, Rashifal, Precautions: हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी बुध पूर्णिमा पर साल का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगने वाला है. 26 मई, बुधवार को दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से ग्रहण आरंभ हो जाएगा जो शाम 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. ज्योतिष आचार्यों की माने तो यह वृषभ राशि व अनुराधा नक्षत्र में लगने वाला है साथ ही साथ बुध ग्रह का राशि परिवर्तन भी होने वाला है. ऐसे में सभी राशियों पर विभिन्न प्रभाव पड़ेगा. तो आइये जानते हैं इस चंद्र ग्रहण से जुड़ी सभी जानकारियां...

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2021 7:34 PM

मुख्य बातें

Chandra Grahan May 2021 Date and Time, Timings in India, Rashifal, Precautions: हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानी बुध पूर्णिमा पर साल का पहला चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगने वाला है. 26 मई, बुधवार को दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से ग्रहण आरंभ हो जाएगा जो शाम 7 बजकर 19 मिनट तक रहेगा. ज्योतिष आचार्यों की माने तो यह वृषभ राशि व अनुराधा नक्षत्र में लगने वाला है साथ ही साथ बुध ग्रह का राशि परिवर्तन भी होने वाला है. ऐसे में सभी राशियों पर विभिन्न प्रभाव पड़ेगा. तो आइये जानते हैं इस चंद्र ग्रहण से जुड़ी सभी जानकारियां…

लाइव अपडेट

चंद्रग्रहण की समाप्ति के बाद बुरे प्रभाव से बचने के लिए क्या करें

  • संभव हो तो गंगाजल मिलाकर स्नान कर लें

  • घर को भी गंगा जल से स्वच्छ करें

  • सफेद चीजें जैसे सफेद कपड़े, चावल, चीनी आदि का दान करें

  • जिनके कुंडली में पहले से चंद्रमा कमजोर है वे चंद्र ग्रहण के बाद शांति के लिए पूजा-हवन करवा सकते हैं

कहां-कहां दिखेगा दूसरा चंद्रग्रहण

साल का अंतिम व दूसरा चंद्र ग्रहण भारत, अमेरिका, पूर्वी एशिया, उत्तरी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र में दिखाई देने वाला है. जो 19 नवंबर को लगेगा.

अगले चंद्र ग्रहण का समय क्या होगा

साल 2021 का अंतिम ग्रहण और वर्ष का दूसरा चंद्र ग्रहण 19 नवंबर को लगने वाला है. जो भारतीय समयानुसार 11 बजकर 32 मिनट से आरंभ होगा और 17 बजकर 33 मिनट पर समाप्त होगा.

जिनके कुंडली में पहले से कमजोर है चंद्रमा वे क्या करें

चंद्र ग्रहण को मन का प्रतिक माना गया है. इसका प्रभाव सीधे आपके मन और मस्तिष्क पर पड़ता है. ऐसे में जिन जातकों के कुंडली में पहले से ही चंद्रमा कमजोर स्थिति में है उन्हें विशेष सावधान रहने की जरूरत है. उन्हें शांति के विशेष उपाय करने चाहिए. चंद्र ग्रहण के पश्चात भी घर में पूजा-पाठ करवाना चाहिए.

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अभी चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए क्या करें

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा का संचांर होता है. ऐसे में सभी जातकों को इस ग्रहण मंत्र का जाप करना चाहिए.

ॐ क्षीरपुत्राय विद्महे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नोः चन्द्रः प्रचोदयात्

चंद्रग्रहण की समाप्ति के बाद जरूर करें ये टोटके

  • चंद्रग्रहण का समापन शाम 7 बजकर 19 मिनट पर होने वाला है.

  • ऐसे में ग्रहण से उत्पन्न हुई नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करने के लिए कुछ टोटके करने चाहिए

  • इसमें गंगाजल से घर का शुद्धिकरण शामिल है. जिसका छिड़काव पूरे घर में होना चाहिए.

साल 2021 का आखिरी सूर्यग्रहण (Surya Grahan 2021 Date)

साल 2021 का दूसरा सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2021 Date) और अंतिम ग्रहण 4 दिसंबर को लगने वाला है. हालांकि, इसके भारत में दिखने की उम्मीद नहीं है. यह दक्षिण अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, अंटार्कटिका और ऑस्ट्रेलिया में दिखाई देने वाला है.

साल 2021 में फिर कब लगेगा चंद्रग्रहण (Chandra Grahan 2021)

इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2021 Date) और तीसरा ग्रहण 19 नवंबर को पड़ने वाला है. यह भी आंशिक चंद्रग्रहण होगा. जो भारत के अलावा अमेरिका, उत्तरी यूरोप, प्रशांत महासागर व ऑस्ट्रेलिया में दिखाई दे सकता है.

साल 2021 का पहला सूर्यग्रहण (Surya Grahan 2021) कब

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2021 Date) पहले चंद्र ग्रहण के 15 दिन बाद ही पड़ने वाला है. जी हां! 10 जून को लगने वाला है सूर्य ग्रहण. यह भी आंशिक रूप से होगा. जो भारत, कनाडा, यूरोप, रुस, ग्रीनलैंड, एशिया और उत्तरी अमेरिका में दिखाई दे सकता है.

इस साल कितने ग्रहण पड़ेंगे

इस साल कुल 4 ग्रहण पड़ने वाले हैं. जिनमें एक आज यानी 26 मई 2021, बुधवार का चंद्र ग्रहण भी शामिल है.

कब तक है चंद्र ग्रहण

आज पड़ने वाला चंद्र ग्रहण कुल 5 घंटे 02 मिनट तक के लिए है. जो दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से शुरू होगा और 07 बजकर 19 मिनट तक रहेगा.

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इन जगहों पर दिखाई देगा चंद्र ग्रहण

भारत में ये चंद्र ग्रहण अगरतला, आइजोल, कोलकाता, चेरापूंजी, कूचबिहार, डायमंड हार्बर, दीघा, गुवाहाटी, इंफाल, ईटानगर, कोहिमा, लामडिंग, मालदा, उत्तरी लखीमपुर, पासीघाट, पोर्ट ब्लेयर, पुरी, शिलांग, सिबसागर और सिलचर में दिखाई देगा. वहीं, राजधानी दिल्ली में ये चंद्र ग्रहण नजर नहीं आएगा.

आज के चंद्रग्रहण की खूबसूरत तस्वीर

चंद्रग्रहण कुछ बादलों के माध्यम से ज्वालामुखी खाड़ी में Krakatau के साथ

सिडनी के इनर वेस्ट में दिखा सुपर ब्लड मून का नजारा

ग्रहण खत्म होने के बाद करें ये कार्य

ग्रहण समाप्त होने के बाद नकारात्मक प्रभावों को नष्ट करने के लिए स्नान करना चाहिए. शुद्ध जल से स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करना चाहिए. ऐसा करने से आपके ऊपर ग्रहण का प्रभाव शून्य हो जाएगा. वहीं, जब शुद्धि की प्रक्रिया पूरी कर लें तब जाकर कुछ अन्य कार्य करें.

41 दिन पहले से और 41 दिन बाद तक रहता है ग्रहण का असर

मान्यता है कि किसी भी ग्रहण से 41 दिन पहले और 41 दिन बाद तक ग्रहण का प्रभाव प्राकृतिक आपदाओं जैसे चक्रवात, भूकंप, भूस्ख्लन में दिखता रहता है. जैसे यास और ताउते नामक समुद्री तूफान भी इस ग्रहण का प्रभाव माना जा रहा है.

जानें कितने देर दिखेगा चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण आज शाम 5 बजकर 38 मिनट से 5 बजकर 45 मिनट तक के लिये देखा जा सकता है. भारत में ये ग्रहण का सर्वाधिक समय होगा. चंद्रोदय के ठीक बाद अरुणाचल प्रदेश और असम के सुदूर पूर्वोत्तर हिस्सों में बेहद कम समय के लिये आंशिक चरण नजर आएगा. यह पुरी और मालदा से भी शाम 6 बजकर 21 मिनट से देखा जा सकता है, लेकिन यहां नजारा सिर्फ दो मिनट के लिये दिखेगा.

चंद्रग्रहण में इन राशियों के लोगों पर पड़ेगा असर

चंद्र ग्रहण लग चुका हैं. यह ग्रहण वृश्चिक राशि के लिए थोड़ा कष्टदायक है. मेष और कन्या के लिए थोड़ी आर्थिक हानि रह सकती है. सिंह व कन्या के लिए थोड़ा सा कष्टदायक है. वहीं, सिंह राशि को थोड़ी आर्थिक हानि और तुला के लिए व्यवसाय में संघर्ष की संभावना रहेगी. कन्या राशि के लिए आर्थिक शुभ है. वहीं कुम्भ और मिथुन के लिए शारीरिक रूप से कष्टदायी है.

घर में सुख-समृद्धि के लिए करें ये उपाय

चंद्र ग्रहण पर चीटियों को पिसा हुआ चावल और आटा खिलाएं. इस उपाय से कुंडली में चंद्रमा शुभ स्थिति में मौजूद रहता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. इस दिन चांदी के एक टुकड़े को दूध और गंगाजल में मिलाकर चंद्रमा की छाया में रख दें फिर चंद्र ग्रहण के बाद उसे तिजोरी में संभाल कर रख दीजिए. ऐसे करने पर घर में मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहेगी.

ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं रखें अपना विशेष ध्यान

चंद्रग्रहण की शुरुआत हो चुकी है. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए. गर्भवती महिलाओं को चंद्रग्रहण के दौरान किसी भी तरह की नुकीली चीजों के इस्तेमाल से बचना चाहिए.

चंद्र ग्रहण की हो चुकी है शुरुआत

साल का पहला चंद्र ग्रहण की शुरुआत हो चुकी है. ग्रहण की शुरुआत दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से हुई है, लेकिन पूर्ण चंद्र ग्रहण का नजारा कुछ ही मिनट के लिए देखने को मिलेगा.

ग्रहण काल में ये काम जरूर करें

  • अपने इष्ट देव की आराधना करें

  • जहां जिस स्थिति में बैठे है वहां मंत्रोचार करें

  • ग्रहण की समाप्ति के पश्चात आप सफेद चीज जैसे आटा, चावल, चीनी आदि चीजों का दान करें.

  • ग्रहण लगने से पहले खाने पीने की चीजों में तुलसी पत्ता डाल दें.

  • ग्रहण समाप्त होते हैं खुद स्नान करें, साथ ही साथ घर को भी स्वच्छ कर लें

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या नहीं करना चाहिए

  • चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं करें.

  • इस दौरान धारदार वस्तुओं का भूल कर भी इस्तेमाल नहीं करें.

  • किसी से वाद-विवाद करने से बचें.

  • इस दौरान खाना बनाने से बचें

  • ग्रहण काल के दौरान सोना भी वर्जित होता है.

  • यहां तक कि मल-मूत्र विसर्जन भी निषेध माना गया है.

  • इस दौरान शारीरिक संबंध भूलकर भी ना बनाएं.

  • साथ ही साथ बाल में कंघी लगाना, दातुन करना आदि इस दौरान नहीं करें

  • गर्भवती महिला इस दौरान घर से बाहर ना निकलें. गर्भ में पल रहे बच्चे को नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.

ग्रहण में इन नियमों का करें पालन

चंद्र ग्रहण के दौरान शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है.‌ इस काल में भगवान की मूर्ति को ना छुएं और किसी मंदिर के दर्शन करने ना जाएं. अपने घर के मंदिर के कपाट को बंद कर दें. चंद्र ग्रहण काल‌ में भोजन नहीं पकाना चाहिए और‌ ना ही खाना चाहिए. इस‌ दौरान घर में कलह ना करें और‌ ना ही शारीरिक संबंध बनाएं.

वृश्चिक, वृषभ और कर्क राशि वालों पर पड़ेगा इस ग्रहण का ज्यादा प्रभाव

इस साल का पहला चंद्रग्रहण आज कुछ ही देर में लग जाएगा. यह ग्रहण वृश्चिक राशि में लग रहा है, इसलिए इसका सबसे अधिक प्रभाव वृश्चिक राशि पर पड़ेगा. Jyotish Shastra में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. वृश्चिक राशि के साथ इसका प्रभाव वृषभ राशि और कर्क राशि पर अधिक अधिक पड़ेगा. इसलिए वृश्चिक, वृषभ और कर्क राशि वालों को शिव की पूजा करनी चाहिए और क्रोध, तनाव और वाणी दोष आदि से बचना चाहिए.

राशिनुसार जरूर करें ये टोटके

मेष राशि- ग्रहण के समय हनुमान जी की पूजा और सुंदरकांड का पाठ करें. ग्रहण के बाद मंदिर को साफ करके हनुमान जी के आगे चमेली के तेल का दीपक जलाएं.

वृषभ राशि- ग्रहण के समय भगवान शिव का नाम जपें. साथ ही महामृत्युंजय मंत्र को पढ़ते रहें.

मिथुन राशि- आपको ग्रहण के दौरान ऊं नमो नारायणाय नमः का जप करते रहना चाहिए.

कर्क राशि- चंद्र ग्रहण के बाद सफेद वस्त्रों का दान करें. इससे आपकी धन की समस्या दूर हो जाएगी.

सिंह राशि- चंद्रग्रहण के वक्‍त लगातार आदित्‍य हृदय स्रोत का पाठ करें. ग्रहण के बाद गरीबों को अनाज दान करें.

कन्या राशि- ग्रहण के दौरान दुर्गा सप्तशती का पाठ करें. इससे आपके ऊपर बुरे प्रभाव कम होंगे.

तुला राशि- ग्रहण के वक्‍त बीज मंत्र ऊं क्रीं कालिके स्वाहा का लगातार जाप करने से दांपत्य रिश्ते में लड़ाई-झगड़े कम होंगे.

वृश्चिक राशि- ग्रहण के दौरान आपको हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. इससे आपको दुर्घटना का सामना नहीं करना पड़ेगा.

धनु राशि- हनुमान चालीसा का पाठ करें इससे जीवनसाथी के स्वास्थ्य की वजह से परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

मकर राशि- ग्रहण के दौरान ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करें. इससे आपको रोगों का सामना नहीं करना पड़ेगा.

कुंभ राशि- ग्रहण के दौरान शनिदेव की उपासना करें. और ग्रहण के बाद काली वस्तुओं का दान करें.

मीन राशि- ग्रहण के वक्‍त विष्णु सहस्रनाम का पाठ निरंतर करते रहना चाहिए.

जानें कहां-कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण

यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. इसे भारत, अमेरिका, उत्तरी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर में देखा जा सकेगा. यह भारत में अरुणाचल और असम के कुछ हिस्सों में चंद्रोदय के समय नजर आएगा.

ग्रहण काल में न करें ये काम

ग्रहण के समय हानिकारक किरणें निकलती है. ये किरणें खाने को दूषित कर देती हैं. इस दूषित भोजन को खाने से मां और शिशु की सेहत प्रभावित हो सकती है. जब ग्रहण लग रहा हो, उस समय अपनी किसी भी दवा का सेवन न करें और न ही ईश्‍वर की मूर्ति को छुएं.

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चंद्र ग्रहण के बाद दिखेगा सुपर ब्लड मून

चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है और जब तीनों एक सीध में होते हैं. पूरब में आज शाम आसमान पर पूर्ण चंद्रग्रहण के ठीक बाद एक दुर्लभ विशाल और सुर्खचंद्रमा (सुपर ब्लड मून) नजर आएगा.

चंद्र ग्रहण के दौरान भूल कर भी न करें ये गलती

  • किसी भी प्रकार के नए कार्य की शुरुआत करने की भूल न करें.

  • इस दौरान भोजन भूल कर भी न बनाएं और खाने से भी परहेज करें.

  • इस दौरा वाद-विवाद से भी बचे.

  • धारदार वस्तु साथ में न रखें.

  • देवी-देवताओं की प्रतिमा न छूएं और न पूजा करें और

  • तुलसी के पौधों को न छूएं.

  • सूतक काल के समय सोएं भी नहीं

क्या है सूतक काल, कब लगता है

दरअसल, सूतक काल को हिंदू धर्म में अशुभ माना गया है. यह ग्रहण के से 9 घंटे पूर्व के लिए लगता है. इस दौरान कोई भी प्रकार के शुभ कार्यों की मनाही होती है. साथ ही साथ विशेष सावधानी भी बरतनी होती है. हालांकि, सूतक काल हमेशा पूर्ण चंद्र ग्रहण के दौरान ही लगता है. अर्थात जो चंद्र ग्रहण नंगी आंखों से भ देखा जा सके. आपको बता दें कि भारत के अधिकांश हिस्सों में आज लगने वाला चंद्र ग्रहण आंशिक होगा अर्थात यह एक उपछाया चंद्र ग्रहण की तरह होगा. जो नंगी आंखों से नहीं दिख पाएगा. ऐसे में धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कुछ स्थानों को छोड़ बाकि देश के बाकि हिस्सों में सूतक काल मान्य नहीं होगा.

झारखंड में मान्य नहीं होगा सूतक काल, जानें द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण का सही समय

  • उपच्छाया चन्द्र ग्रहण: रांची

  • प्रच्छाया में कोई ग्रहण नहीं है.

  • चन्द्रोदय के बाद उपच्छाया ग्रहण खाली आँख से नहीं दिखेगा.

  • चन्द्रोदय: 06:34 पी एम

  • उपच्छाया से पहला स्पर्श: 02:18 पी एम

  • प्रच्छाया से पहला स्पर्श: 03:15 पी एम

  • खग्रास प्रारम्भ: 04:43 पी एम

  • परमग्रास चन्द्र ग्रहण: 04:48 पी एम

  • खग्रास समाप्त: 04:54 पी एम

  • प्रच्छाया से अन्तिम स्पर्श: 06:21 पी एम

  • उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श: 07:19 पी एम

  • खग्रास की अवधि: 00 घण्टे 11 मिनट्स 16 सेकण्ड्स

  • खण्डग्रास की अवधि: 03 घण्टे 06 मिनट्स 22 सेकण्ड्स

  • उपच्छाया की अवधि: 05 घण्टे 00 मिनट्स 39 सेकण्ड्स

  • चन्द्र ग्रहण का परिमाण: 1.01

  • उपच्छाया चन्द्र ग्रहण का परिमाण: 1.95

  • सूतक प्रारम्भ: लागू नहीं है.

  • सूतक समाप्त: लागू नहीं है.

  • बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ: लागू नहीं है.

  • बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त: लागू नहीं है.

कैसा दिखेगा आज चंद्रमा

आज जिन स्थानों में पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखने वाला है, वहां सुर्ख लाल रंग का दिखाई देगा चंद्रमा

भारत के किन शहरों में दिखेगा आंशिक चंद्र ग्रहण

विशेषज्ञों की मानें तो भारत के अगरतला, कोलकाता, चेरापूंजी, कूचबिहार, इम्फाल, मालदा, कोहिमा, ईटानगर, गुवाहाटी, पुरी, सिलचर, लुमडिंग और दीघा जैसे शहरों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखने की संभावना है.

कब-कब लगता है ग्रहण

दरअसल, विज्ञान के अनुसार जब पृथ्वी सूर्य की तो चंद्रमा जब पृथ्वी की परिक्रमा करता है तो एक स्थिति के बाद वह एक दूसरे के सीध में आ जाता है ऐसी ही स्थिति में ही ग्रहण लगता है. आपको बता दें कि चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बिल्कुल बीच में आकर सूर्य की रोशनी को ढक लेता है. इस अवस्था में सूर्य ग्रहण लगता है. वहीं, इसके विपरीत जब पृथ्वी चंद्र और सूर्य के बीच आ जाता है और चंद्र की छाया को ढक लेता है तो ऐसी स्थिति में चंद्र ग्रहण लगता है.

बंगाल में होगा मान्य होगा सूतक काल, द्रिक पंचांग के अनुसार चंद्र ग्रहण का सही समय

  • खण्डग्रास चन्द्र ग्रहण: कोलकाता

  • चन्द्र ग्रहण प्रारम्भ (चन्द्रोदय के साथ): 06:19 पी एम

  • चन्द्र ग्रहण समाप्त: 06:21 पी एम

  • चन्द्रोदय: 06:19 पी एम

  • स्थानीय ग्रहण की अवधि: 00 घण्टे 01 मिनट 57 सेकण्ड्स

  • उपच्छाया से पहला स्पर्श: 02:18 पी एम

  • प्रच्छाया से पहला स्पर्श: 03:15 पी एम

  • खग्रास प्रारम्भ: 04:43 पी एम

  • परमग्रास चन्द्र ग्रहण: 04:48 पी एम

  • खग्रास समाप्त: 04:54 पी एम

  • प्रच्छाया से अन्तिम स्पर्श: 06:21 पी एम

  • उपच्छाया से अन्तिम स्पर्श: 07:19 पी एम

  • खग्रास की अवधि: 00 घण्टे 11 मिनट्स 16 सेकण्ड्स

  • खण्डग्रास की अवधि: 03 घण्टे 06 मिनट्स 22 सेकण्ड्स

  • उपच्छाया की अवधि: 05 घण्टे 00 मिनट्स 39 सेकण्ड्स

  • चन्द्र ग्रहण का परिमाण: 1.01

  • उपच्छाया चन्द्र ग्रहण का परिमाण: 1.95

  • सूतक प्रारम्भ: 08:13 ए एम

  • सूतक समाप्त: 06:21 पी एम

  • बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक प्रारम्भ: 02:54 पी एम

  • बच्चों, बृद्धों और अस्वस्थ लोगों के लिये सूतक समाप्त: 06:21 पी एम

क्या झारखंड में दिखेगा चंद्र ग्रहण?

अंग्रेजी वेबसाइट टाइम एंड डेट के मुताबिक झारखंड में भी चंद्र ग्रहण का नजारा कहीं भी दिखने की संभावना नहीं है. हालांकि, ऑनलाइन आप टाइम एंड डेट के साइट से जाकर इसे देख सकते हैं.

गर्भवती महिलाएं चंद्र ग्रहण से पहले और बाद में क्या बरतें सावधानी

  • गर्भवती महिलाओं को अपने साथ लोहे का कोई समान रखना चाहिए

  • आज भूखे पेट नहीं रहना चाहिए

  • कोई नुकिली चीज साथ में भूल कर भी न रखें

  • घर से बाहर न निकलें

  • ग्रहण से पहले सभी खाने वाली सामग्री में तुलसी पत्ता डाल दें

  • ग्रहण के बाद संभव हो तो गंगा जल से घर को स्वच्छ कर लें

  • साथ ही खुद भी स्नान करके ड्रेस बदल लें

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानी (Chandra Grahan Precautions For Pregnant Ladies)

ग्रहण को धार्मिक मान्यताएं है. जिसके अनुसार चंद्र ग्रहण गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है. ऐसे में ग्रहण के दौरान उन्हें घर में बंद ही रहना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान कुछ शैतानी शक्तियां या नकारात्मक प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चों पर पड़ता है. जिससे भविष्य में उसे क्षति पहुंच सकती है.

बंगाल समेत इस स्थान से महज 2 मिनट के लिए दिखेगा चंद्र ग्रहण

वहीं, ओडिशा के पुरी और बंगाल के मालदा में यह 6 बजकर 21 मिनट पर यह महज दो मिनट के लिए ही दिख सकता है.

इस स्थान से 45 मिनट तक के लिए दिखेगा ग्रहण

आईएमडी की रिपोर्ट की मानें तो पोर्ट ब्लेयर से ग्रहण शाम के 5 बजकर 38 मिनट से 45 मिनट तक के लिये देखा जा सकेगा. यह सबसे लंबा समय होगा.

क्या पटना, बिहार में दिखेगा चंद्र ग्रहण

अंग्रेजी वेबसाइट टाइम एंड डेट के मुताबिक पटना व बिहार के अन्य जिलों में यह चंद्र ग्रहण दिखने की कोई संभावना नहीं है.

ग्रहण समय सारणी

  • ग्रहण आरंभ: 15 बजकर 15 मिनट पर

  • खग्रास आरंभ: 16 बजकर 40 मिनट पर

  • ग्रहण मध्य समय: 16 बजकर 49 मिनट पर

  • ग्रहण समाप्ति समय:16 बजकर 58 मिनट

  • खग्रास समाप्ति समय: 18 बजकर 23 मिनट पर

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शाम में नजर आयेगा सुपर ब्लड मून

विशेषज्ञों की मानें तो चंद्र ग्रहण दोपहर में करीब सवा तीन बजे शुरू होना है और शाम 7 बजकर 19 मिनट तक समाप्त हो जाएगा. ऐसे में पूरब में आज की शाम आसमान में पूर्ण चंद्र ग्रहण के ठीक बाद सुपर ब्लड मून नजर आ सकता है. यह काफी दुर्लभ और विशालकाय होगा तथा सुर्ख चंद्रमा दिखेगा.

बंगाल, असम, त्रिपुरा, मेघालय समेत इन स्थानों पर दिखेगा चंद्र ग्रहण

एक ज्‍योतिर्विद की मानें तो यह बंगाल, अरुणाचल, नागालैंड, असम, त्रिपुरा, मेघालय में बहुत कम समय के लिए दिखने वाला है. भारत में यह उपछाया आंशिक रूप से उपछाया चंद्रग्रहण की तरह दिखने वाला है. इसके अलावा यह जापान, इंडोनेशिया, बांग्लादेश, सिंगापुर, बर्मा आस्ट्रे्लिया, दक्षिणी अमरीका, प्रशांत और हिन्द महासागर में भी दिखेगा.

चंद्र ग्रहण ग्रहण के प्रभावों से बचने के उपाय

  • भगवान् शिव का पाठ करें .

  • गरीबो को भोजन करावे और वस्त्र दान करें.

  • जमाखोरी और मुनाफाखोरी करने से बचे.

  • अपने कार्य में कामचोरी और बेईमानी से भी बचे.

  • चीटियों को आटा, शक्कर और तिल के तेल से बना पाउडर मिश्रण खिलावे.

  • भगवान गणेश जी की श्रद्धापूर्वक आराधना करें .

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कन्या राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण के उपाय

उपाय: कन्या राशि वाले जातक आज ॐ बुं बुधाय नमः मंत्र का जाप करें.

सिंह राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण के उपाय

उपाय: सिंह राशि वाले जातक आज ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें.

कर्क राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण के उपाय

उपाय: कर्क राशि वाले जातक ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम: मंत्र का जाप करें.

मिथुन राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण के उपाय

उपाय: मिथुन राशि वाले जातक आज ॐ बुं बुधाय नमः मंत्र का जाप करें.

आज दिखेगा सुपर मून

आज लगने वाले चंद्र ग्रहण के दौरान सुपर मून की स्थिति बनेगी. जो दोपहर 1 बजकर 53 मिनट पर होगा. दरअसल, इस समय चंद्रमा और पृथ्वी से दूरी बेहद कम हो जाएगी. चंद्रमा से मात्र 3,57,309 किलोमीटर की दूरी पर रहेगा पृथ्वी. इस स्थिति को ‘पेरिगी’ कहा जाता है.

वृषभ राशि वालों के लिए चंद्र ग्रहण के उपाय

उपाय: वृषभ राशि के जातक चंद्र ग्रहण पर करें ॐ शुं शुक्राय नम: मंत्र का जाप करें.

मेष राशि वाले चंद्र ग्रहण पर करें ये उपाय

उपाय: मेष राशि ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: मंत्र का जाप करें.

चंद्र ग्रहण के मंत्र सभी राशि के जातकों के लिए

तमोमय महाभीम सोमसूर्यविमर्दन।

हेमताराप्रदानेन मम शान्तिप्रदो भव॥१॥

विधुन्तुद नमस्तुभ्यं सिंहिकानन्दनाच्युत।

दानेनानेन नागस्य रक्ष मां वेधजाद्भयात्॥२॥

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें

  • चंद्र ग्रहण से पहले सभी भोजन में तुलसी पत्ता डाल दें

  • इष्ट देव की आराधना करें

  • चंद्र ग्रहण के दौराप मंत्रोचार करें

  • ग्रहण से पहले अपने घर के मंदिर का कपाट बंद कर दें

  • चंद्र ग्रहण समाप्त होने के बाद आप सफेद चीजों का दान करें. इनमें आटा, चावल, चीनी आदि का भी दान कर सकते हैं.

  • ग्रहण समाप्त होते ही स्नान करें, घर को भी स्वच्छ कर लें

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें

  • चंद्र ग्रहण के दौरान किसी प्रकार का शुभ कार्य न करें.

  • किसी से वाद-विवाद करने से भी बचें.

  • शारीरिक संबंध ना बनाएं

  • धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल न करें.

  • चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन करने से बचें

  • ग्रहण काल के दौरान नींद से सोना भी वर्जित माना गया है.

  • इस दौरान मल-मूत्र विसर्जन भी भी नहीं करना चाहिए, इससे पहले या बाद में कर लेना चाहिए

  • इस दौरान बाल में कंघी नहीं लगाना चाहिए, दातुन भी नहीं करना चाहिए

  • इस दिन किसी पर गुस्सा करने के बजाय शांत रहें.

  • गर्भवती महिलाओं और बुढ़े-बुजूर्ग इस दौरान विशेष ख्याल रखें. घर से बाहर न निकलें. इसका नकारात्मक प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चे पर पड़ सकता है.

Chandra Grahan Ke Totke: चंद्रग्रहण के द‍िन इन टोटकों से संवारे अपनी किस्मत, होगा धन लाभ, दूर होगी आर्थिक तंगी

सूतक काल लगेगा या नहीं

वैसे तो विदेश में पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने वाला है. लेकिन, भारत में यह आंशिक रूप से उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा. ऐसे में धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा.

Chandra Grahan 2021, Rashifal, 26 May: बुध पूर्णिमा पर चंद्र ग्रहण और बुध गोचर, मेष से मीन तक सभी राशियों पर क्या पड़ेगा प्रभाव, देखें अपना राशिफल, पंचांग

मेष राशि वाले चंद्र ग्रहण पर करें ये उपाय

उपाय: मेष राशि ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: मंत्र का जाप करें.

चंद्र ग्रहण कब लगता है

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण हमेशा पूर्णिमा के दिन ही लगता है. जैसा कि ज्ञात हो सूर्य के चारों ओर पृथ्वी और पृथ्वी के चारों ओर चन्द्रमा चक्कर लगाते रहते हैं. ऐसे में एक समय ऐसा आता है जब सूर्य, पृथ्वी व चन्द्रमा सब एक सीध में आ जाते हैं. ऐसी स्थिति में सूर्य की रौशनी चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाती या कहे तो पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है. जिसे चन्द्र ग्रहण के रूप में जाना जाता है.

चंद्रग्रहण का मेष राशि पर प्रभाव

चंद्रग्रहण का नकारात्मक प्रभाव मेष राशि वालों पर पड़ने वाला है. शारीरिक रूप से सुस्ती महसूस हो सकता है. इस दौरान मानसिक तनाव से गुजर सकते है. बेहतर होगा परिवार के साथ समय बिताए. समस्याओं पर खुलकर बात करें. लंबे वक्त से अधूरा कार्य पूरा होने की संभावना है. व्यापार में नुकसान हो सकता है.

चंद्र ग्रहण का वृश्चिक राशि पर प्रभाव 

मेष से मीन तक पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव पड़ने वाला है. लेकिन, क्योंकि वृश्चिक राशि में चंद्र ग्रहण लग रहा है. ऐसे में इसका सबसे अधिक प्रभाव इसी राशि पर पड़ेगा. इन्हें अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा. जीवन साथी के साथ मनमुटाव हो सकता है. इस दौरान आर्थिक नुकसान भी होने की संभावना है. धन निवेश करने के लिहाज से समय अनुकूल नहीं है. लेनदेन के मामलों में भी सावधान रहें.

कब लगेगा चंद्र ग्रहण 2021

  • चंद्र ग्रहण तिथि: बुधवार, 26 मई 2021

  • चंद्र ग्रहण समय आरंभ: दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से

  • चंद्र ग्रहण समय समाप्त: शाम 07 बजकर 19 मिनट तक

  • कुल अवधी: 5 घंटे 02 मिनट की

वृश्चिक राशि में लग रहा आज का चंद्र ग्रहण

बुद्ध पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण दोपहर से लगने वाला है. ज्योतिष मामले के जानकारों के अनुसार यह ग्रहण वृश्चिक राशि (Vrishchik Rashifal) और अनुराधा नक्षत्र (Anuradha Nakshatra) में लगने वाला है. ऐसे में वृश्चिक राशि के जातकों को विशेष रूप से सावधान रहने की जरूरत है.

चंद्र ग्रहण के उपाय

धार्मिक गुरुओं की मानें तो चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव को कम किया जा सकता है. इससे बचने के लिए चंद्र ग्रहण के दौरान अपने ईष्ट देव को याद करते रहना चाहिए, साथ ही साथ भगवान का मंत्र जाप भी करना चाहिए. इसके अलावा चंद्र ग्रहण के समाप्त होते ही सफेद चीजों का भी दान करना चाहिए जैसे चावल, चीनी आदि.

इस साल लगेंगे चार ग्रहण

इस साल कुल चार ग्रहण लगने वाले है. इनमें दो सूर्यग्रहण (Surya Grahan) और दो चंद्रग्रहण (Chandra Grahan) भी शामिल है. पहला चंद्र ग्रहण आज पड़ रहा है जबकि दूसरा चंद्रग्रहण दिसंबर में पड़ेगा.

किस समय लगेगा चंद्र ग्रहण?

भारतीय समय के अनुसार, 26 मई को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण दोपहर 2:17 मिनट पर शुरू होगा और 7:19 बजे तक खत्म होगा.

किस समय लगेगा चंद्र ग्रहण?

भारतीय समय के अनुसार, 26 मई को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण दोपहर 2:17 मिनट पर शुरू होगा और 7:19 बजे तक खत्म होगा.

कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण?

चंद्र ग्रहण 2021 उत्तरी/दक्षिण अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अटलांटिक, हिंद महासागर , अंटार्कटिका और प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में देखा जा सकेगा.

चंद्र ग्रहण के दौरान करें ये काम

  • ग्रहण शुरू होने से पहले स्नान आदि करना शुभ माना जाता है.

  • ग्रहण काल में अपने इष्ट देव या देवी की पूजा अर्चना करना शुभ होता है.

  • चंद्र ग्रहण में दान करना बेहद शुभ माना जाता है.

  • ग्रहण समाप्त होने के बाद घर में गंगा जल का छिड़काव करना चाहिए.

  • ग्रहण खत्म होने के बाद एक बार फिर स्नान करना चाहिए.

  • ग्रहण काल के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी की पत्ती डालनी चाहिए.

मान्यता के अनुसार, ग्रहण काल में ये काम नहीं करना चाहिए

  • ग्रहण के दौरान तेल लगाना, जल पीना, बाल बनाना, कपड़े धोना और ताला खोलने जैसे कार्य नहीं करने चाहिए.

  • ग्रहण काल में भोजन करने वाले मनुष्य जितने अन्न के दाने खाता है, उसे उतने सालों तक नरक में वास करना पड़ता है.

  • ग्रहण काल में सोने से व्यक्ति रोगी होता है.

  • चंद्र ग्रहण में तीन प्रहर का भोजन करना वर्जित माना जाता है.

  • ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल आदि नहीं तोड़ने चाहिए.

  • ग्रहण काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए.

चंद्र ग्रहण दोष के अन्‍य कारण

राहु, राशि के किसी भी हिस्‍से में चंद्र के साथ पाया जाता है, जबकि केतू समान राशि में चंद्र के साथ पाया जाता है. राहु, चंद्र महादशा के दौरान ग्रहण लगाते हैं. चंद्र ग्रहण के दिन बच्‍चे को स्‍नान अवश्‍य कराएं.

वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगेगा चंद्र ग्रहण

यह चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगेगा. जिसके कारण इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव सबसे ज्यादा इसी राशि वालों पर पड़ेगा.

चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होता है

पूर्ण चंद्र ग्रहण

जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा को पूरी तरह से ढक लेती है, तब पूर्ण चंद्र ग्रहण लगता है. इस दौरान चंद्रमा पूरी तरह से लाल दिखाई देता है. जिसे सुपर ब्लड मून भी कहा जाता है.

क्या होता है आंशिक चंद्र ग्रहण

जब चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी आ जाती है और चंद्रमा के कुछ ही भाग पर पृथ्वी की छाया पड़ पाती है. इसे ही आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं.

उपच्छाया चंद्र ग्रहण

उपछाया चंद्र ग्रहण को पेनुमब्रल भी कहते हैं. इस अवस्था में सूर्य और चंद्र के बीच पृथ्वी उस समय आती है, जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में नहीं होते हैं. इस स्थिति में पृथ्वी की बाहरी हिस्से की छाया यानी उपच्छाया ही चंद्रमा पर पड़ती है. जिससे चन्द्रमा की सतह धुंधली पड़ जाती है. इसे उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहा जाता है.

कहां-कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

वैसे तो यह चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण है. लेकिन, भारत में यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण की तरह दिखेगा. सिक्किम को छोड़कर भारत के पूर्वोत्तर हिस्से में, पश्चिम बंगाल, ओडिशा व अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में यह उपछाया चंद्र ग्रहण की तरह दिखेगा. वहीं, विदेश में यह ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत महासागर, पूर्वी एशिया, अमेरिका समेत अन्य क्षेत्रों में पूर्ण रूप से दिखने वाला है.

पूर्णिमा तिथि

  • बुद्ध पूर्णिमा तिथि: 26 मई 2021, बुधवार

  • पूर्णिमा तिथि आरंभ: 25 मई 2021 की रात्रि 8 बजकर 29 मिनट से

  • पूर्णिमा तिथि समाप्त: 26 मई 2021 की शाम 4 बजकर 43 मिनट तक

चंद्र ग्रहण की तिथि व समय

  • चंद्र ग्रहण की तिथि: 26 मई 2021, बुधवार

  • चंद्र ग्रहण आरंभ: दोपहर 2 बजकर 17 मिनट से

  • चंद्र ग्रहण समाप्त: शाम 7 बजकर 19 मिनट तक

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