पूरा देश आज चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग देखने का इंतजार कर रहा है. चंद्रमा पर लैंडिंग आज, 23 अगस्त को शाम 6:04 बजे होने की उम्मीद है. मिशन के लैंडर का नाम वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है.
अंतरिक्ष यान चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला है. रैपर बादशाह ने इसकी लैंडिंग से पहले जश्न की शुभकामनाएं साझा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया. उन्होंने लिखा, “आ गई घड़ी है देखो सबसे बड़ी, है हमसे बस दो कदमों पर देखो जीत खादी. #Chandrayaan3Landing @isro (sic).”
अभिनेता रितेश देशमुख ने भी ट्विटर पर इसरो टी-शर्ट में अपनी एक तस्वीर साझा की. उन्होंने अपना उत्साह और खुशी जाहिर करते हुए लिखा, “यह #Chandrayaan3Landing Day 6.04 है.”
शेखर कपूर ने चंद्रमा की एक तस्वीर साझा की और लिखा, “लगभग 250.000 किमी दूर… आज, भारत का #चंद्रयान 3मिशन चंद्रमा के दूर अंधेरे में लैंडिंग का प्रयास करेगा. एक अरब दिल इसकी सुरक्षित लैंडिंग के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. अंतरिक्ष की खोज में भारत दुनिया में सबसे आगे है.. जय हिंद #isroindia (sic).”
अनुभवी अभिनेता अनुपम खेर ने अंतरिक्ष यान की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए शुभकामनाएं साझा की. उन्होंने लिखा, “हे गणपति बप्पा, मैं चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए आपसे प्रार्थना करता हूं. जय श्री गणेश.”
बॉलीवुड अभिनेता परेश रावल ने भारत के चंद्रयान-3 के प्रति अपना उत्साह व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “मैं बहुत उत्साहित हूं. एक भारतीय होने के नाते मुझे बहुत-बहुत गर्व महसूस हो रहा है. जो लोग कहते थे कि यह साधुओं, सपेरों की भूमि है, आज यह देश जा रहा है.” चांद तक.. यह बहुत खुशी की बात है, गर्व की बात है.”
करीना कपूर ने चंद्रयान 3 को लेकर कहा, “यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का क्षण है. आप अपने दिल में उस गर्व को महसूस करते हैं. भारतीय होने के नाते, हम सभी अभी इसे देखने का इंतजार कर रहे हैं. बहुत सारे लोग आने वाले हैं.” मैं इसे देखने के लिए तैयार हूं. मैं सांस रोककर इसे अपने दोनों बेटों के साथ भी करने जा रही हूं.”
इसरो के तीसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान 3 का लैंडर मॉड्यूल बुधवार शाम को चंद्र मिशन पर उतरने का प्रयास करने के लिए तैयार है. एक सफल सॉफ्ट लैंडिंग भारत को चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव, पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह, तक पहुंचने वाला पहला देश बना देगी.
चंद्रयान 3, चंद्रयान-2 का अनुवर्ती मिशन है, जिसका उद्देश्य चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और नरम लैंडिंग का प्रदर्शन करना, चंद्रमा पर घूमना और इन-सीटू वैज्ञानिक प्रयोगों का संचालन करना है.