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108 Names of Maa Durga: नवरात्रि में करते हैं मां दुर्गा के 108 नामों का जाप, जानें क्या है नियम?

108 Names of Maa Durga: 9 दिनों तक चलने वाली इस पूजा में लोग माता के 108 नामों का जाप करते हैं. माना जाता है कि सच्चे मन से मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करने से देवी प्रसन्न होती है और उनपर माता का कृपा होती है

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2022 11:43 AM

108 names of Maa Durga: नवरात्र शुरू होते भक्तिमय माहौल बन गया है. इस साल शारदीय नवरात्र पूरे 9 दिनों तक होगा जो काफी शुभ माना जा रहा है. नवरात्रि करने के कई नियम और विधि है. 9 दिनों तक चलने वाली इस पूजा में लोग माता के 108 नामों का जाप करते हैं. माना जाता है कि सच्चे मन से मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करने से देवी प्रसन्न होती है और उनपर माता का कृपा होती है.

कैसे करें मां दुर्गा के 108 नामों का जाप

  • नवरात्रि में प्रतिदिन दुर्गा के 108 नामों का जाप और आरती करने से साधक को माता का आर्शीवाद मिलता है.

  • मां के नामों का जाप करने से पहले हाथ पैर अच्छे से धो लें या स्नान कर लें

  • बैठने से पहले अपने बालों को संवार लें

  • नामों का जाप करने से पहले एक दीपक जला लें

  • किसी रोशनी जगह पर बैठें

  • आंखें बंद करके ‘ऊं’ का उच्चारण करें और भगवान गणेश का स्मरण करें

  • फिर मां दुर्गा का ध्यान करें और उनके स्वरूप को याद करें, उनकी महिमा और कई अवतारों के बारे में सोंचे

  • मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करें, साथ ही सभी नामों के अर्थ को समझे

  • मां दुर्गा के 108 नामों का पाठ करने के बाद देवी का धन्यवाद करें

  • जिसके बाद मां दुर्गा की आरती करें.

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मां दुर्गा के 108 नाम इस प्रकार हैं-

सती, साध्वी, भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, आर्या, दुर्गा, जया, आद्या, त्रिनेत्रा, शूलधारिणी, पिनाकधारिणी, चित्रा, चंद्रघंटा, महातपा, मन, बुद्धि, अहंकारा, चित्तरूपा, चिता, चिति, सर्वमंत्रमयी, सत्ता, सत्यानंदस्वरुपिणी, अनंता, भाविनी, भव्या, अभव्या, सदागति, शाम्भवी, देवमाता, चिंता, रत्नप्रिया, सर्वविद्या, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा, अनेकवर्णा, पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, कलमंजरीरंजिनी, अमेयविक्रमा, क्रूरा, सुंदरी, सुरसुंदरी, वनदुर्गा, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, ब्राह्मी, माहेश्वरी, ऐंद्री, कौमारी, वैष्णवी, चामुंडा, वाराही, लक्ष्मी, पुरुषाकृति, विमला, उत्कर्षिनी, ज्ञाना, क्रिया, नित्या, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया, सर्ववाहनवाहना, निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, चंडमुंडविनाशिनी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, अनेकशस्त्रहस्ता, अनेकास्त्रधारिणी, कुमारी, एककन्या, कैशोरी, युवती, यति, अप्रौढ़ा, प्रौढ़ा, वृद्धमाता, बलप्रदा, महोदरी, मुक्तकेशी, घोररूपा, महाबला, अग्निज्वाला, रौद्रमुखी, कालरात्रि, तपस्विनी, नारायणी, भद्रकाली, विष्णुमाया, जलोदरी, शिवदुती, कराली, अनंता, परमेश्वरी, कात्यायनी, सावित्री, प्रत्यक्षा और ब्रह्मावादिनी।

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