Chardham Yatra 2020: लॉकडाउन के बीच बदरीनाथ धाम के खुले कपाट, पूजा में शामिल हुए केवल 28 लोग
Chardham Yatra 2020: कोरोनासंकट और लॉकडाउन के बीच बदरीनाथ धाम के कपाट आज शुक्रवार को शुभ मुहूर्त तड़के चार बजकर 30 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोल दिए गए. लॉकडाउन की वजह से इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब कपाट खुलते वक्त धाम में श्रद्धालु मौजूद नहीं थे. यहां आज होने वाला विष्णु सहस्त्रनाम पाठ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की होगी.
कोरोनासंकट और लॉकडाउन के बीच बदरीनाथ धाम के कपाट आज शुक्रवार को शुभ मुहूर्त तड़के चार बजकर 30 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ खोल दिए गए. इस मौके पर बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी, धर्माधिकारी, अपर धर्माधिकारी व अन्य पूजा स्थलों से जुड़े 28 लोग ही शामिल हुए. कोरोना लॉकडाउन की वजह से इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब कपाट खुलते वक्त धाम में श्रद्धालु मौजूद नहीं थे. यहां आज होने वाला विष्णु सहस्त्रनाम पाठ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम की होगी. देश को कोरोना से मुक्ति की कामना की जाएगी.
Uttarakhand: The portals of Badrinath Temple opened at 4:30 am today. 28 people including the Chief Priest was present at the temple when its portals opened. pic.twitter.com/jVDGmoZ9Vs
— ANI (@ANI) May 15, 2020
मंदिर को खोले जाने के मद्देनजर परिसर को फूलों से भव्य रूप से सजाया गया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बदरीनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार को तड़के सुबह 4:30 बजे धनिष्ठा नक्षत्र पर खोले गए. सबसे पहले बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार के द्वार वेद मंत्रों की ध्वनि के साथ खोले गए. द्वार के ताले की चाबी देवस्थानम बोर्ड के द्वारा खोली गई. इसके बाद मंदिर के गर्भ गृह के द्वार के खोले गए. इससे पहले भगवान केदारनाथ धाम के कपाट विधि विधान और पूजा अर्चना के बाद बीते 29 अप्रैल को खोल दिए गए थे. कपाट खुलने के दौरान वहां पर तीर्थयात्री और स्थानीय लोगों की कमी साफ देखी गई थी.
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26 अप्रैल को खुले थे गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट रविवार को अक्षय तृतिया के मौके पर वैदिक मंत्रोच्चारण व पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले गये थे. दोनो धामों के कपाट खुलने के बाद आगामी छह माह तक श्रद्धालु धामों में मां गंगा व यमुना के दर्शनों के भागी बन सकेंगे. हालांकि लॉकडाउन के कारण कपाट खोलते वक्त श्रद्धालु नहीं पहुंच सके.