हाइपरटेंशन, आत्महत्या की प्रवृत्ति रोकने खुशी रथ पहुंचा लोहरदगा, गांव गांव जाकर देगा खुशियों का संदेश
एसडीपीओ ने कहा कि ईश्वर का अनमोल उपहार हंसी-खुशी है. प्रकृति प्रदत्त अमूल्य जीवन में एक ओर दिल खोलकर हंसना और खुश रहना हर चेहरा को निखारता है, वहीं दूसरी ओर यह जीवन में उत्पन्न तनाव की अचूक दवा है.
आमलोगों के जीवन से तनाव, आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए गुरुवार को खुशी रथ लोहरदगा पहुंचा. लाइफ केयर हॉस्पिटल, रांची और खुशी क्लास के संयुक्त बैनर तले कार्यक्रम के तहत लोहरदगा पहुंचे इस रथ के माध्यम से गांव गांव जाकर लोगों तक खुशी संदेश पहुंचाने का कार्य किया जायेगा. रथ के लोहरदगा पहुंचने के बाद इसे शहर की गलियों और गांव के चौराहों तक जाने के लिए हरी झंडी दिखाकर सुभाष चौक से रवाना किया गया.
लोहरदगा जिले के गांव-गांव में घूमेगा खुशी रथ
इस दौरान बतौर अतिथि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य ओम प्रकाश सिंह, जिला अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह, भाजपा पिछड़ी जाति मोर्चा प्रदेश सदस्य अजय पंकज, सदर थाना प्रभारी अनिल उरांव, जियाउल असरफी, एसआई संतोष यादव सहित खुशी क्लास के संस्थापक मुकेश सिंह चौहान व सद्स्य संदीप कुमार साव मुख्य रूप से उपस्थित रहे. अब यह रथ लोहरदगा के सभी गांवों में घूम-घूम कर खुशियों का संदेश देगा.
हाइपरटेंशन, आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने का प्रयास होगा
खुशी रथ के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए मुकेश सिंह चौहान ने बताया कि समाज में हाइपरटेंशन, तनाव, अवसाद, आत्महत्या की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है. एक सर्वे के अनुसार झारखंड में हर 14 में से एक व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हैं. खुशी मिशन इसी तनाव, डिप्रेसन, आत्महत्या की प्रवृति को रोकने का एक प्रयास कर रही है.जिसके तहत खुशी रथ गांव-गांव तक पहुंच रहा है.
हंसी व खुशी ईश्वर का अनमोल उपहार है
मौके पर एसडीपीओ ने कहा कि ईश्वर का अनमोल उपहार हंसी-खुशी है. प्रकृति प्रदत्त अमूल्य जीवन में एक ओर दिल खोलकर हंसना और खुश रहना हर चेहरा को निखारता है, वहीं दूसरी ओर यह जीवन में उत्पन्न तनाव की अचूक दवा है. उन्होंने कहा कि निश्चित ही इस दिशा में यह रथ महत्वपूर्ण साबित होगी.