Exclusive: शाहरुख खान की जासूसी करना चाहती हूं…जानिये अभिनेत्री वामिका गब्बी ने ऐसा क्यों कहा
अभिनेत्री वामिका गब्बी सोनी लिव पर हालिया स्ट्रीम हो रही वेब सीरीज चार्ली चोपड़ा द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली को लेकर चर्चा में है. विशाल भारद्वाज की वेब सीरीज में काम करने को लेकर एक्ट्रेस ने कहा कि, चार्ली से पहले मैंने सर के साथ एक और फिल्म ख़ुफ़िया शूट की थी, जो कि नेटफ्लिक्स के लिए है.
ग्रहण, माई और जुबली जैसी वेब सीरीज से मनोरंजन उद्योग का एक परिचित चेहरा बन चुकी है अभिनेत्री वामिका गब्बी सोनी लिव पर हालिया स्ट्रीम हो रही वेब सीरीज चार्ली चोपड़ा द मिस्ट्री ऑफ सोलंग वैली में शीर्षक भूमिका निभा रही हैं. वामिका कहती हैं कि इंडस्ट्री में उनके दस सालों का संघर्ष है,मेहनत है, जो अब रंग ला रही है, उर्मिला कोरी से हुई बातचीत.
जुबली के बाद चीज़ें कितनी बदली हैं ?
सबकुछ ही बदल गया है. काम को लेकर में चॉइसेज बदल गयी हैं. लोग अब ज़्यादा भरोसा दिखा रहे हैं. बड़ी फिल्मों के लिए ऑडिशंस और मीटिंग कर रही हूं. मैं बहुत थैंकफुल हूं कि मेरे साथ ये हो रहा है क्योंकि इस शहर में बहुत से लोग आते हैं,लेकिन जो सपना मैंने देखा था वो पूरा हो रहा है.
सफलता को क्या सेलिब्रेट भी करती हैं ?
सच कहूं तो करने का मौका ही नहीं मिला है, लेकिन इस साल कर रही हूं. २९ सितम्बर को मेरा जन्मदिन है. पिछले कई सारे बर्थ डेज को मैंने सेलिब्रेट नहीं किया. मेरे सभी बर्थडे वर्किंग रहे हैं. ये साल मेरे लिए बहुत स्पेशल रहा है, इसलिए मैंने तय किया है कि मैं इसे ऐसे ही जाने नहीं दूंगी.
क्या भारत से दूर सेलिब्रेट करने की प्लानिंग है ?
भारत से दूर नहीं, इतना समय मेरे पास नहीं है. अपने कुछ खास दोस्तों के साथ अपने घर पर इसे सेलिब्रेट करना चाहती हूं. वो करने का मौका इस बार मिल रहा तो बहुत खुश हूं. वैसे शूटिंग के लिए भारत से बाहर जाते रहते हैं. मेरे पिछले जन्मदिन पर मैं लंदन में थी, लेकिन क्या करें लंदन में रहकर जब अकेले जन्मदिन मना रहे हैं तो. विदेश में जन्मदिन मनाना तभी अच्छा लगता है,जब अपने लोग साथ में हो. अभी मैं घर पर रहूंगी , लेकिन अपने लोग ही होंगे तो मेरा घर ही लंदन होगा.
विशाल भारद्वाज की वेब सीरीज चार्ली चोपड़ा का आप चेहरा हैं, क्या फीलिंग कितनी खास है ?
बहुत खास है. मैं बहुत खुश हूं जिस शहर से आती हू. जिस बैकग्राउंड से आती हूं. मैं ऐसा कुछ कभी लाइफ में कर पाउंगी. किसी सीरीज में शीर्षक भूमिका निभाना फिर भी ठीक , लेकिन विशाल सर निर्देशित कर रहे हैं फिर ज़्यादा हो गया ना तो मेरे लिए यह बहुत खास है. विशाल सर के साथ इससे पहले वेब सीरीज मॉडर्न लव चेन्नई की थी. विशाल सर क एक शार्ट फिल्म फुर्सत भी की है, जिसमें मैं और ईशान खट्टर थे. अब चार्ली आ रहा है. चार्ली से पहले मैंने सर के साथ एक और फिल्म ख़ुफ़िया शूट की थी, जो कि नेटफ्लिक्स के लिए है. वो अगली रिलीज़ है. मैंने अब तक उनके साथ चार प्रोजेक्ट्स कर लिए हैं.
तब्बू के बाद क्या आप उनकी फेवरेट एक्ट्रेस हो गई हैं?
पता नहीं , मैं तो खुश होती हूं जब लोग बोलते हैं. मैं शुक्रगुज़ार हूँ कि वो मेरे साथ बार – बार काम कर रहे हैं. मैं उनसे बार – बार पूछती हूं कि आप पूरी तरह से निश्चित हैं कि आप मेरे साथ जुड़ना चाहते हैं. वो इतने काबिल डायरेक्टर हैं कि आपको कई बार लगता है कि आप कुछ गलत कर रहे हो और वे अब आपको कास्ट नहीं करेंगे, लेकिन जब अगला प्रोजेक्ट ऑफर होता है तो लगता है अरे मैं सही थी,तो यह एहसास बहुत खास है.
चार्ली चोपड़ा ने आपको किन चुनौतियों से रूबरू करवाया ?
पहली बार सीरीज का चेहरा बनी हूं तो एक प्रेशर तो था ही. किसी और की सीरीज देखते हुए बड़ी आसानी से कह देते हैं कि ठीक से नहीं हुआ. इसने ठीक से काम नहीं किया अब इस सीरीज में लगभग हर सीन में मैं आपको दिखूंगी, पता था सबकी नज़रें मुझ पर होंगी ही और उस किरदार का वो ग्राफ दिखाना. वेब सीरीज में किरदार की पूरी जर्नी दिख जाती है. वो भी डिटेलिंग के साथ, अगर आप वो नहीं दिखा पा रहे हो तो आप बुरे एक्टर हैं. मुझे बुरा एक्टर नहीं बनना था. मैंने पूरी कोशिश की कि मैं अपने किरदार के साथ न्याय कर पाऊं. न्याय करने का मतलब लोगों के मन को छू जाऊं.
आप अपने बचपन या युवा दिनों में जासूसी कहानियां पढ़ती थी?
नहीं , लेकिन ये ज़रूर कहूंगी कि हम सभी अपने घरों में डिटेक्टिव थे ही. मम्मी ने कुछ खाने की चीज़ छिपाकर रखी है , तो मैं और मेरा भाई ढूंढ ही लेते थे. कहीं ना कहीं हम डिटेक्टिव ही थे.
रियल लाइफ में किसी सेलिब्रिटी को स्पाय करने का मौका मिले , तो किसे करना चाहेंगी ?
निश्चित तौर पर शाहरुख़ खान. मैंने अपनी पूरी लाइफ में ऐसा इंसान नहीं देखा है , जिसका ऐसा ऑरा है, जिसमे इतनी दयालुता है. दिल में इतना शुकराना है. इतने बड़े एक्टर होने के बावजूद उनमें थोड़ा भी घमंड नहीं है. आजकल के एक्टर्स की लाइफ इतनी बड़ी नहीं है ,लेकिन उनका घमंड उनके सर चढ़कर बोलता है. शाहरुख़ खान में मुझे मैजिक दिखता है. मैं अपनी लाइफ और काम में वही मैजिक लाना चाहती हूं, इसलिए मैं उनको स्पाय करना चाहती हूं.
रियल लाइफ में कभी शाहरुख़ खान से मिलने का मौका मिला है ?
मैं उनको हाल ही में मिली थी. मेरी एक फिल्म का मुहूर्त था. फिल्म का नाम अभी नहीं बता पाऊंगी , जल्द ही इसकी घोषणा होगी. मेरी उस फिल्म के मुहूर्त पर शाहरुख़ खान आएंगे. ये मुझे भी नहीं पता था. मेरे लिए सरप्राइज टाइप था. ख़ुशी के मारे मैंने कुछ अजीब ही बोल दिया था. जिसे सुनकर मेरे आसपास के लोग बस चुप हो गए कि क्या बोल रही है. मुझे बस अब उनसे अगली मुलाकात का इंतज़ार है. मुझे पता है वो जल्द ही आएगा और हम साथ में बहुत सारा समय बिताएंगे.
फिल्म में नसीरुद्दीन शाह जैसा अभिनय भी है, उनके साथ कैमरा शेयर करने का अनुभव कैसा रहा?
उनके साथ काम करके समझ आता है कि वे इतने बड़े एक्टर क्यों हैं. उनमें धैर्य बहुत है. बहुत ज़्यादा ईमानदारी है. आप उनसे वह सीख सकते हैं. नसीर सर के अलावा सीरीज में रत्ना मैम , नीना मैम, गुलशन सर भी हैं , उनको देखकर आपको समझ आता है कि उनका ऑरा ही अलग है क्यों वे इतने सालों से काम कर रहे हैं. यह तभी महसूस होता है जब आप उनके साथ बैठे हो या काम कर रहे हो. आपको महसूस होता है.
पिछले दो साल आप इंडस्ट्री का एक अपरिचित चेहरा बन गयी हैं?
मैं बताना चाहूंगी पिछले दस साल से मैं मुंबई में संघर्ष कर रही हूं. जब वी मेट में मैने बाल कलाकार की भूमिका निभायी थी. उस वक़्त मैं आठवीं क्लास में थी. मैं 18 साल की उम्र में मुंबई गयी थी. उसके बाद संघर्ष का दौर शुरू हो गया था. मैंने ढेर सारी पंजाबी फ़िल्में की. साउथ की भी फ़िल्में की. घर पर भी बहुत समयतक बैठी रही तो मैंने अपने हिस्से का संघर्ष किया, हां दो सालों में मेरा ओटीटी पर जो भी काम आया वो सभी ने पसंद कियागया जिससे मेरा अच्छा फेज शुरू हो गया.
क्या डर भी है कि कहीं ये अच्छा फेज जल्दी ख़त्म ना हो जाए?
क्या डरना है, जो होना है वो होना ही है. मुझे इतना मज़ा आ रहा है । १८ साल की उम्र में मुंबई आयी थी. दस साल हो गए. मेरा डरने वाला फेज निकल गया. धीरे – धीरे खुद को समझ लिया और मान भी लिया था कि मेरा कुछ नहीं होगा. अब तो मेरा ज़िंदगी में मोटिव ही है कि बिना डर के जीना है. कल को हो सकता है कि मैं एक्टर भी ना रहूं, तो भी मैं अपनी लाइफ में कुछ न कुछ ठीक ठाक कर लुंगी. जो मिल रहा है, वो औकात से ज़्यादा ही है. मेरे माता पिता के अच्छे कर्म ही हैं , जो मुझे ये सब मिल रहा है. मेरी बहुत अच्छी फॅमिली है. बहुत अच्छे दोस्त हैं. मुझे ये भी पता है कि कल को मेरे पास कुछ भीं नहीं हुआ, तो भी मेरे दोस्त और मेरी फॅमिली मेरा ख्याल रखेगी. मुझे अच्छा खाना ही खिलाएंगे.
आनेवाले प्रोजेक्ट्स
ख़ुफ़िया आएगी. जिनी एक साउथ की फिल्म कर रही हूं. यह पैन इंडिया रिलीज़ होगी.बहुत ही अलग किरदार होगा.