झारखंड : फर्जी पुलिस बनकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा, चतरा पुलिस ने 4 आरोपी को किया गिरफ्तार

चतरा में फर्जी पुलिस बनकर लोगों से ठगी करने के गिरोह का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बताया गया कि गिरोह के कुछ लोग मादक पदार्थ खरीदने के लिए पहले खरीदार बनते हैं. बाद में अन्य सदस्य पुलिस का रौब दिखाते हुए मोटी रकम वसूल कर छोड़ता है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 2, 2023 6:58 PM

चतरा, मो तसलीम : चतरा जिला अंतर्गत सदर थाने की पुलिस ने फर्जी पुलिस बनकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया. पुलिस ने इस गिरोह के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार इन ठगों के पास से पुलिस ने दो बाइक और तीन मोबाइल जब्त किया है

इन आरोपियों की हुई गिरफ्तारी

गिरफ्तार आरोपियों में शहर के नगवां मुहल्ला निवासी मो राजा उर्फ मजहर आलम (पिता शहजाद आलम), बाजारटांड़ निवासी मुकेश कुमार सोनी उर्फ शनिचर (पिता स्वर्गीय विनोद प्रसाद सोनी), ब्लॉक मोड़ सजना निवासी आदित्य कुमार (पिता मुनी यादव) और प्रतापपुर थाना क्षेत्र के हुमार गांव निवासी आदर्श कुमार राय उर्फ आरडीएक्स (पिता स्वर्गीय मुकेश राय) शामिल हैं.

भेड़ीफॉर्म स्थित लक्ष्मणपुर डैम के पास घटना को दिया था अंजाम

इस संबंध में सदर थाना प्रभारी मनोहर करमाली ने बताया कि 30 अप्रैल को कैलाशनगर निवासी विक्रम कुमार राणा ने थाना में आवेदन देकर आठ लोगों के खिलाफ पुलिस बनकर मारपीट करने, फोन-पे के माध्यम से 30 हजार रुपये की ठगी करने एवं बाइक लूटने का आरोप लगाया था. इन आरोपियों ने भेड़ीफॉर्म स्थित लक्ष्मणपुर डैम के पास घटना को अंजाम दिया था.

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अन्य आराेपियों की जल्द होगी गिरफ्तारी

घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने त्वरित उद्भेदन के लिए छापेमारी दल का गठन किया. टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार सभी आरोपियों ने अपने अपराध स्वीकार किये. उन्होंने बताया कि अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी अभियान चल रही है. जल्द अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा.

कुछ दिनो से सक्रिय था गिरोह

जानकारी के अनुसार, उक्त गिरोह कुछ दिनों से पुलिस के नाम पर अवैध वसूली कर रहा था. गिरोह के कुछ सदस्य पहले खरीदार बनते हैं. इसके बाद अन्य सदस्य पुलिस का रौब दिखाते हुए मादक पदार्थो को बेचते पकड़ लेते हैं. साथ ही मोटी रकम लेकर उक्त लोगों को छोड़ा जाता है. इधर, छापेमारी दल में सदर थाना प्रभारी मनोहर करमाली के अलावा पुलिस अवर निरीक्षक निरंजन कुमार, दीपक रजक, मनोज कुमार पाल, सोनिया सोय व सशस्त्र बल के जवान शामिल थे.

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