प्रखंड में संचालित कई निजी विद्यालयों द्वारा मनमानी की जा रही है. सरकारी आदेश को ताक पर रख कर अपने नियम से विद्यालय का संचालन कर रहे हैं. ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित करने के सरकार के आदेश की अवहेलना करते हुए कई निजी स्कूलों को खोल रखा है. स्कूल संचालकों को शिक्षा विभाग के आदेशों की न तो कोई परवाह है और न ही अधिकारियों का डर.
शिक्षा विभाग की ओर से कोई कार्रवाई भी नहीं की जा रही है. ऐसे में इन विद्यालय संचालकों का मनोबल भी बढ़ता जा रहा है. वहीं भीषण गर्मी की वजह से स्कूल जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को परेशानी हो रही है. परिजन भी बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मजबूर हैं. प्रखंड मुख्यालय में संचालित चिल्ड्रेन पाराडाइज़ एकेडमी, कौलेश्वरी मॉडल पब्लिक स्कूल व मुख्य चौक के नजदीक संचालित सरस्वती शिशु विद्य मंदिर विद्यालय नियम विरुद्ध संचालित हैं.
मालूम हो कि सरकार ने 22 मई से 10 जून तक विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी घोषित की थी. लगातार बढ़ती गर्मी को देखते हुई 17 जून तक स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. यह आदेश सरकारी व निजी स्कूलों पर प्रभावी हैं. इसके बाद भी कई निजी विद्यालयों ने सरकारी आदेश की अवहेलना कर स्कूल खोल रखा है. कई स्कूलों में न तो पंखे हैं और न ही पीने के पानी की उचित व्यवस्था.
इन स्कूलों को बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता नहीं है. अभिभावकों को लगता है कि इस प्रतियोगी युग में उनका बच्चा पढ़ाई में पिछड़ जायेगा, इसे लेकर बच्चों को मजबूरन स्कूल भेज रहे हैं. परिजन भी शिक्षा विभाग से विद्यालयों पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.