चतरा के सदर अस्पताल का हाल, एक ओपीडी के सहारे 300 मरीजों का हो रहा है उपचार
चतरा के 300 से अधिक मरीज प्रतिदिन इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंचते हैं, लेकिन एक डॉक्टर के भरोसे सभी का इलाज होता है. इससे डॉक्टर व मरीज दोनों परेशान रहते हैं.
चतरा, अभिमन्यु:
सरकार की ओर से स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन इसका समुचित लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. सदर अस्पताल में लगभग 15 दिनों से मात्र एक ओपीडी का संचालन किया जा रहा है. जिसके कारण मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों से 300 से अधिक मरीज प्रतिदिन इलाज कराने यहां पहुंचते हैं, लेकिन एक डॉक्टर के भरोसे सभी का इलाज होता है. इससे डॉक्टर व मरीज दोनों परेशान रहते हैं. मरीजों को लाइन में कई घंटे खड़ा रहना पड़ता है. समय बर्बाद होने के बाद भी समुचित इलाज नहीं हो पाता है. अस्पताल में इलाज कराने आये मरीजों ने उपायुक्त व सिविल सर्जन से ओपीडी की संख्या बढ़ाने की मांग की है, ताकि मरीजों का बेहतर इलाज हो सके.
चतरा के राकेश कुमार, गोवर्धन सिंह, कान्हाचट्टी के आशीष कुमार ने कहा कि कई बार इलाज के लिए यहां आये्र, लेकिन सही ढंग से इलाज नहीं हो पाया. सरकार सभी तरह की सुविधा प्रदान कर रही है. इसके बाद भी स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. वहीं महिला नेहा प्रवीण, सुषमा कुमारी व संगीता देवी ने कहा कि सदर अस्पताल में नियमित रूप से महिला चिकित्सक नहीं रहती है.
महीने में तीन-चार बार ही महिला ओपीडी संचालित किया जाता है, जिसके कारण इलाज से वंचित रह रहे हैं. कई महिलाओं ने बताया कि मजबूरन बाहर जाकर इलाज कराना पड़ता है. पुरुष चिकित्सक से खुल कर बात नहीं कर पाती हूं. जिस दिन महिला चिकित्सक रहती हैं, उस दिन महिलाओं की लंबी लाइन लगी रहती है.
छह ओपीडी का होता था संचालन
सदर अस्पताल में सात माह पूर्व छह ओपीडी का संचालन होता था, जिसमें दो जेनरल ओपीडी, एक महिला, एक सर्जरी, एक डेंटल व एक मेडिसिन ओपीडी शामिल हैं. अधिक ओपीडी का संचालन होने से मरीजों का समुचित इलाज हो पाता था. डॉक्टर मरीज को बेहतर इलाज के साथ-साथ समय देकर उचित परामर्श भी देते थे.