Chess World Cup 2023 Final, Magnus Carlsen Vs Praggnanandhaa: वर्ल्ड नंबर 1 चेस खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने फिडे विश्व कप फाइनल में 18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा को टाईब्रेक के दोनों मुकाबलों में मात देकर खिताब को अपने नाम किया है. फाइनल में पहले दो राउंड में नजीता नहीं निकला और ये दोनों गेम ड्रॉ पर समाप्त हुए. विश्व कप के विजेता का फैसला गुरुवार को टाईब्रेकर के जरिए हुआ, जहां 25 मिनट के पहले रैपिड गेम में कार्लसन ने बाजी मारी. दूसरा गेम ड्रॉ पर समाप्त हुआ और मैग्नस कार्लसन 2021 के बाद पहली बार विश्व कप जीतने में कामयाब हुए.
प्रज्ञानानंदा को हराकर मैग्नस कार्लसन बने चैंपियन
पांच बार के विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को भारत के ग्रैंडमास्टर प्रज्ञानानंदा से पहले टाइब्रेक मुकाबले में कड़ी चुनौती मिली और 45 चालों के बाद वह जीत सके. दूसरे मुकाबले में हालांकि उन्होंने दबदबा बनाया और आसानी से जीते. दोनों के बीच अंतिम स्कोर कार्लसन का 1.5 जबकि प्रज्ञानंदा का 0.5 रहा था. इस मैच में 18 चाल के बाद क्वींस बदल गई थी, लेकिन इसका फायदा कार्लसन को मिला. इस हार के साथ ही भारत के प्रज्ञानंदा इतिहास रचने से चूक गए. इससे पहले मंगलवार और बुधवार को दो क्लासिकल मुकाबले ड्रॉ रहे थे जिससे मुकाबला टाइब्रेक में खिंचा.
International Chess Federation (FIDE) tweets, "Praggnanandhaa is the runner-up of the 2023 FIDE World Cup! Congratulations to the 18-year-old Indian prodigy on an impressive tournament! On his way to the final, Praggnanandhaa beat, among others, world #2 Hikaru Nakamura and #3… pic.twitter.com/g9Ky5VUdA4
— ANI (@ANI) August 24, 2023
शतरंज विश्व कप के विजेता कार्लसन को 1,10,000 डॉलर मिलेंगे, जबकि उपविजेता प्रागनानंद को 80,000 डॉलर मिलेंगे. बता दें कि पांच बार शतरंज विश्व चैम्पियनशिप विजेता कार्लसन का यह पहला विश्व कप खिताब है.
प्रज्ञानानंदा विश्व कप फाइनल खेलने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी
प्रज्ञानानंदा ने टूर्नामेंट में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी हिकारू नकामूरा और तीसरे नंबर के खिलाड़ी फेबियानो कारूआना को हराकर कार्लसन के खिलाफ फाइनल में जगह बनाई. इस टूर्नामेंट के बाद प्रज्ञानानंदा ने कैंडिडेट्स 2024 टूर्नामेंट में जगह बना ली जो कनाडा में होगा. वह बॉबी फिशर और कार्लसन के बाद इस टूर्नामेंट में जगह बनाने वाले तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी बन गए. प्रज्ञानानंदा ने फिडे विश्व कप फाइनल खेलने वाले विश्वनाथन आनंद के बाद दूसरे और सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी बनकर भारतीय शतरंज के इतिहास का सुनहरा अध्याय लिख डाला.
विश्व कप में ऐसा रहा प्रज्ञानानंदा का सफर..
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पहले दौर में बाय मिला
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दूसरे दौर में फ्रांस के ग्रैंडमास्टर मैक्सिम लागार्डे को 1.5 . 0.5 से हराया
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तीसरे दौर में चेक गणराज्य के ग्रैंडमास्टर डेविड नवारा को 1.5 . 0.5 से हराया
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चौथे दौर में दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी अमेरिका के हिकारू नकामूरा को 3 . 1 से मात दी
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पांचवें दौर में हंगरी के फेरेंग बेरकेस को 1.5 . 0.5 से हराया
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छठे दौर में हमवतन अर्जुन एरिगेसी को 5 . 4 से हराया
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इटली . अमेरिका के ग्रैंडमास्टर और दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी फेबियानो कारूआना को सेमीफाइनल में 3.5 – 2.5 से हराया. विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने
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फाइनल का पहला मुकाबला 35 चालों के बाद ड्रॉ रहा
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दूसरा मुकाबला 30 चालों के बाद ड्रॉ रहा
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मैग्नस कार्लसन ने टाइब्रेक में प्रज्ञानानंदा को हराया