Kanpur : गंदगी से भरे छठ घाटों पर भारी अवस्था और जंगली घास…
छठ आयोजकों का कहना है कि शहर में लगभग एक दर्जन स्थानों पर होने वाले सार्वजनिक आयोजनों में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ होती है.
कानपुर. उत्तर प्रदेश में दीपावली के बाद छठ पूजा की तैयारी शुरू हो गई. लेकिन,घाटों की हालत श्रद्धालुओं को परेशान कर रही है. सभी जगह गंदगी अवस्था और खर पतवार के साथ जंगली घास उगी हुई है. इसी के साथ छठ पूजा के लिए बनाए जाने वाले कृत्रिम तालाबों का भी काम अभी शुरू नहीं हुआ है.छठ पूजा आयोजन कॉमेडियन खाटू की समस्या दूर करने में हो रही लापरवाही से आक्रोश में है.दीपावली के तुरंत बाद छठ पूजा पर्व मनाया जाता है. इस बार छठ पूजा पर्व 17 से शुरू होगा. कमेटी के आयोजकों का कहना है कि 17 नवंबर को नहाए खाए से छठ पर्व की शुरुआत होगी. इसके बाद 18 को खरना होगा और 19 को व्रती महिलाएं डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी. 20 को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा.
10 लाख श्रद्धालुओं की उमड़ती है भीड़
आयोजकों का कहना है कि शहर में लगभग एक दर्जन स्थानों पर होने वाले सार्वजनिक आयोजनों में लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ होती है.लगातार सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं. लेकिन, इस बार प्रशासन और नगर निगम की ओर से छठ पूजा स्थल पर किए जाने वाले कार्यों के प्रति लापरवाही बढ़ती जा रही है.घाटो और पार्कों में बनने वाले कृत्रिम तालाबों में कोई काम नहीं हुआ है. ऐसे में लगता है कि इस बार महिलाओं को गंदगी भरे घाटों पर ही छठ पूजा करना पड़ेगा.उन्होंने बताया कि घाटों और पूजा स्थलों की सफाई के लिए अधिकारियों से शिकायत की गई.लेकिन,कोई सुनवाई नहीं हुई.
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अभी तक नहीं बनने शुरू हुए कृत्रिम तालाब
शास्त्री नगर बड़ा पार्क, छोटा सेंट्रल पार्क, पनकी, कमला नगर, प्रकाश विद्या मंदिर इंटर कॉलेज सहित 10 स्थानों पर कृत्रिम तालाब का निर्माण किया जाता है.अभी तक इन क्रत्रिम घाटों का निर्माण नहीं हुआ है. कमेटी के पदाधिकारी का कहना है कि अब यदि प्रशासन ने नगर निगम की ओर से नए घाटों का निर्माण होता भी है तो फिसलन होने की वजह से महिलाओं को पूजन करने में समस्या सामने आएगी.