Chhath Puja 2022: उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज समापन हो गया. बिहार, झारखंड के प्रचलित पर्व छठ की छटा अब अन्य राज्य जैसे यूपी और दिल्ली के अलावा विदेशों में भी देखने को मिल रही है.
सूर्योपासना का यह पर्व कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है. इस वर्ष छठ पर्व की शुरुआत शुक्रवार को स्नान यानी नहाय-खाय के साथ हुई. इसके बाद शनिवार को व्रतियों ने ‘खरना’ का प्रसाद ग्रहण किया. ‘खरना’ के दिन व्रती उपवास कर शाम को स्नान के बाद विधि-विधान से रोटी और गुड़ से बनी खीर का प्रसाद ग्रहण करते हैं. इसी के साथ व्रती महिलाओं का दो दिवसीय निर्जला उपवास शुरू हो गया.
इससे पहले रविवार को डूबते सूरज को अर्घ्य दिया गया. यह व्रत गुरुवार को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ संपन्न हुआ. छठ के चौथा दिन आज उगते सूर्य को अर्घ्य देकर विधि-विधान से पूजा संपन्न की गई. घाटों पर खास रौनक दिखी.
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25 मार्च 2023, शनिवार – नहाय-खाय
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26 मार्च 2023, रविवार – खरना
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27 मार्च 2023 , सोमवार – डूबते सूर्य का अर्घ्य
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28 मार्च 2023, मंगलवार – उगते सूर्य का अर्घ्य
सूर्यास्त का समय (संध्या अर्घ्य): – 27 मार्च, 05:30 PM
सूर्योदय का समय (उषा अर्घ्य) – 28 मार्च, 06:40 AM
जानें कब मनाया जाता है छठ पूजा का पर्व
सूर्य की उपासना का पर्व साल में दो बार मनाया जाता है. चैत्र शुक्ल षष्ठी व कार्तिक शुक्ल षष्ठी इन दो तिथियों को यह पर्व मनाया जाता है. हालांकि कार्तिक शुक्ल षष्ठी को मनाये जाने वाला छठ पर्व मुख्य माना जाता है. कार्तिक छठ पूजा का विशेष महत्व माना जाता है.
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17 नवंबर 2023, शुक्रवार – नहाय-खाय
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18 नवंबर 2023, शनिवार – खरना
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19 नवंबर 2023 रविवार (संध्या अर्घ्य) सूर्यास्त का समय : सोमवार – डूबते सूर्य का अर्घ्य
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20 नवंबर 2023 सोमवार (उषा अर्घ्य) सूर्योदय का समय – उगते सूर्य का अर्घ्य