छत्तीसगढ़ के मंत्री ताम्रध्वज साहू ने सरपंच से विधायक और सांसद तक का तय किया है सफर
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 आ गए हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने चुनाव के लिए कमर कस ली है. भूपेश बघेल की सरकार में ताम्रध्वज साहू मंत्री हैं. सरपंच से विधायक और सांसद तक का सफर कर चुके हैं. दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के विधायक के बारे में विस्तार से जानें.
छत्तीसगढ़ के दिग्गज कांग्रेस नेता ताम्रध्वज साहू सूबे के लोक निर्माण, गृह, जेल, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री हैं. 80 से अधिक बसंत देख चुके ताम्रध्वज साहू अनारक्षित दुर्ग (ग्रामीण) विधानसभा सीट से विधायक हैं. वर्ष 2014 में पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. अब तक चार बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं. वर्ष 1998 में पहली बार वह मध्यप्रदेश विधानसभा पहुंचे थे. इसके बाद वर्ष 2003, 2008 एवं 2018 में भी उन्होंने विधानसभा का चुनाव जीता.
लंबा है ताम्रध्वज साहू का राजनीतिक करियर
उनका राजनीतिक करियर बहुत लंबा है. वर्ष 2000 में मध्यप्रदेश से अलग होकर छत्तीसगढ़ राज्य बना. अजीत जोगी की सरकार बनी. इस सरकार में ताम्रध्वज साहू को जल संसाधन, आयाकट, ऊर्जा तथा शिक्षा (उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, स्कूल शिक्षा), जनशक्ति नियोजन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कृषि, पशुपालन, सहकारिता विभाग का मंत्री बनाया गया. वर्ष 2004 से 2006 तक वह छत्तीसगढ़ विधानसभा की शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति के सदस्य रहे.
विधानसभा की कई समितियों में रहे सदस्य
वर्ष 2005-06 में ताम्रध्वज साहू को प्रत्यायुक्त विधान समिति, वर्ष 2006-08 में सदस्य सुविधा एवं सम्मान समिति, वर्ष 2008-09 में लोक लेखा समिति, वर्ष 2009-10 में शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति, वर्ष 2011-12 में याचिका समिति, वर्ष 2011-13 में प्रश्न एवं संदर्भ समिति, वर्ष 2012-13 में प्राक्कलन समिति, वर्ष 2013-14 में सरकारी उपक्रमों संबंधी समिति, सामान्य प्रयोजन समिति, विशेषाधिकार समिति का सदस्य बनाया गया.
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2014 में पहली बार लोकसभा के सांसद बने
वर्ष 2014 में पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए. लोकसभा की राजभाषा समिति, कोयला एवं इस्पात संबंधी स्थायी समिति, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य बनाये गये. वर्ष 2018 में भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी, तो उनको लोक निर्माण, गृह, जेल, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री बनाया गया.
पर्यावरण, आध्यात्मिक क्षेत्र में है रुचि
बेमेतरा जिले के पतोरा गांव में मोहन लाल साहू के घर 6 अगस्त 1949 जन्मे ताम्रध्वज साहू का विवाह 1968 में कमला देवी साहू से हुआ. इन की चार संतानें हैं. तीन पुत्र और एक पुत्री हैं. ताम्रध्वज साहू ने हायर सेकेंड्री तक की पढ़ाई की है. उनका व्यवसाय कृषि है. ईरान और दुबई की यात्रा कर चुके हैं. पर्यावरण (बागवानी), अध्ययन, आध्यात्मिक (रामायण सेवा समिति) क्षेत्र एवं सामाजिक कार्यों में उनकी रुचि है.
ताम्रध्वज साहू को मिले 51.34 फीसदी वोट
वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के जागेश्वर साहू को पराजित किया. विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 1,99,296 थी. इनमें से 1,48,425 लोगों यानी 74.47 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. ताम्रध्वज साहू को 76,208 (51.34 फीसदी) वोट मिले. जागेश्वर साहू को 49,096 (33.08 फीसदी), जेसीसी (जे) के डॉ बालमुकुंद देवांगन को 11,485 (7.74 फीसदी) और निर्दलीय उम्मीदवार चुम्मन लाल देशमुख को 2,819 (1.90 फीसदी) वोट प्राप्त हुए.
2008 और 2013 में दुर्ग ग्रामीण सीट पर जीती थी बीजेपी
वर्ष 2008 और वर्ष 2013 में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. वर्ष 2008 में प्रतिमा चंद्राकर ने इस सीट को बीजेपी के लिए जीता था, जबकि वर्ष 2013 में श्रीमती रामशिला साहू ने बीजेपी का झंडा बुलंद किया था. लेकिन, वर्ष 2018 में ताम्रध्वज साहू ने यहां जीत दर्ज की.
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सरपंच से विधायक और सांसद तक का सफर
उनका राजनीतिक जीवन वर्ष 1998 से भी पहले का है. इस दौरान उन्होंने कई राजनीतिक और सामाजिक जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. अगर उनके पॉलिटिकल करियर पर नजर डालेंगे, तो पायेंगे कि वर्ष 1998 के पहले वह मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री, मध्यप्रदेश कांग्रेस सेवा दल के उपाध्यक्ष, दुर्ग जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्य, दुर्ग ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के संगठन मंत्री, छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू समाज के अध्यक्ष, मध्यप्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम के उपाध्यक्ष (राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त), दुर्ग जिला साहू संघ के अधय्क्ष, मध्यप्रदेश किसान कांग्रेस के उपाध्यक्ष, मध्यप्रदेश डाक-तार विभाग के सलाहकार मंडल के सदस्य, दुर्ग जिला 20 सूत्री के सदस्य, दुर्ग जनपद पंचायत के सदस्य, दुर्ग सहकारी विपणन समिति मर्यादित के अध्यक्ष, दुर्ग जिला पंचायत परिषद के अध्यक्ष, शिक्षित बेरोजगार समिति के अध्यक्ष, दुर्ग जिला मानस संघ के अध्यक्ष, उतई मध्यप्रदेश विद्युत मंडल की सलाहकार समिति के सदस्य, पाऊवारा ग्राम पंचायत के सरपंच, छत्तीसगढ़ प्रदेश वैश्य संगठन के अध्यक्ष और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य रह चुके हैं.
छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में इसी साल है चुनाव
छत्तीसगढ़ में नवंबर में दो चरणों में चुनाव कराये जा रहे हैं. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों का जायजा लेने के बाद चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. इस बार सात और 17 नवंबर को मतदान होगा. छत्तीसगढ़ के अलावा चार और राज्यों (मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम) में भी अलग-अलग तारीखों पर चुनाव होंगे. तीन दिसंबर को सभी राज्यों में एक साथ मतगणना होगी.
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