Chhattisgarh Assembly Election Results : पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की मतगणना जारी है. इसमें भाजपा शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन राज्यों की सत्ता में आती हुई नजर आ रही है. जिस छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की वापसी लगभग तय मानी जा रही थी , वो भी अब कांग्रेस के हाथ से निकलता नजर आ रहा है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार रुझानों में भाजपा ने छत्तीसगढ़ में 53 सीटों के बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है. छत्तीसगढ़ में भाजपा ने बड़ा उलटफेर किया है. रुझानों में भाजपा स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार में आती दिखाई दे रही है. क्या इसकी वजह महादेव बेटिंग ऐप है?
कहीं ‘महादेव’ ही तो कांग्रेस से रूठ नहीं गए?
छत्तीसगढ़ के रुझान सभी एग्जिट पोल को झूठा साबित करते नजर आ रहे हैं. भाजपा जहां 54 सीट पर आगे है, वहीं कांग्रेस के खाते में मात्र 33 सीट जाती दिख रही है. चुनाव प्रचार और मतदान के बाद भूपेश बघेल एक बार फिर सरकार बनाने का दावा कर रहे थे. लेकिन रुझान अब अलग ही दृश्य बयान कर रहे हैं. अगर यह रुझान अंतिम तौर पर नतीजों में तब्दील हुए तो यह सवाल उठना लाजिमी है कि कहीं ‘महादेव’ ही कांग्रेस से रूठ तो नहीं गए? हम यहां महादेव बेटिंग ऐप की बात कर रहे हैं, जिसने चुनाव प्रचार के दौरान छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार को हिलाकर रख दिया था.
कल्याणकारी योजनाओं पर भारी पड़ा महादेव ऐप का दाग?
मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह भाजपा ने छत्तीसगढ़ में अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की थी. यह बात और है कि डॉ रमन सिंह ही पार्टी के स्टार कैंपेनर थे. वह अपनी चुनावी सभाओं में कहा करते कि मतदान से पहले बीजेपी के कार्यकाल को याद कीजिए. नतीजों से साफ है कि उनकी यह अपील काम कर गई. छत्तीसगढ़ के चुनाव रुझानों से साफ है कि भूपेश बघेल जमीनी स्तर पर अपना जलवा बिखेर नहीं पाये. जमीनी स्तर पर छत्तीसगढ़ की जनता की भलाई के लिए उन्होंने कई योजनाएं अमल में लायीं, लेकिन रुझानों को देखकर पता चलता है कि जनता को लुभाने में वह नाकाम रहे. ऐसे में कांग्रेस की हार में महादेव ऐप की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है.