Dantewada blast: छत्तीसगढ़ का दंतेवाड़ा ब्लास्ट, जिसमें 10 जवान सहित एक ड्राइवर की मौत हो गई. इस नक्सल हमले को लेकर बस्तर पुलिस ने कुछ खुलासे किए हैं. बक्सर पुलिस के मुताबिक, नक्सलियों ने ये बम कम से कम दो महीने पहले ‘फॉक्सहोल मैकेनिज्म’ के माध्यम से लगाया गया था.
पुलिस ने बताया कि फॉक्सहोल मैकेनिज्म सुरंग खोदने की एक शैली है. इसी के माध्यम से नक्सलियों ने सुरंग खोदकर सड़क के नीचे आईईडी लगाया था, जिसके कारण बम डिटेक्ट नहीं किया जा सका. पुलिस के मुताबिक, उस सड़क पर समय-समय पर खनन किया जाता है. पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि करीब डेढ़ या दो महीने पहले सड़क के किनारे सुरंग खोदकर आईईडी लगाया गया था और इससे जुड़े तार जमीन से 2-3 इंच नीचे छिपे हुए थे.
जांच के आधार पर बस्तर पुलिस ने चैतू, देवा, मंगटू, रणसाई, जैलाल, बामन, कुछ, राकेश, भीमा सहित अन्य नक्सली कैडरों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 307, 302, आर्म्स एक्ट, यूएपीए अधिनियम और अन्य अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने कहा कि नक्सलवाद के शिकार लोगों के लिए विभागीय प्रावधान और सरकार की नीति के तहत आने वाले दिनों में पीड़ित परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति, आर्थिक सहायता और अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी.
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बता दें कि 26 अप्रैल को, छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बड़ा नक्सली हमला हुआ. नक्सलियों ने अरहानपुर थाना क्षेत्र में एक एमयूवी को बम से उड़ा दिया. अरहानपुर रोड में हुए इस नक्सल हमले में 10 जवानों और 1 ड्राइवर की मौत हो गई. इस नक्सली हमले को लेकर पुलिस सरगर्मी बढ़ गई है. पुलिस मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी है.
सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें जिला रिजर्व गार्ड के जवानों के वाहन पर आईईडी विस्फोट के बाद जवान का बैग जमीन पर पड़ा नजर आ रहा है. वहीं एक नक्सली हमले को अंजाम देने के लिए हाथ में बंदूक लिए जंगल में रेंगता हुआ नजर आ रहा है. वीडियो के अंत में गोलियों की आवाज भी सुनाई दे रही थी. हालांकि, इस वीडियो की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं है.