छत्तीसगढ़ के जांजगीर चंपा जिले में 11 वर्षीय लड़के के गहरे बोरवेल (Chhattisgarh Borewell Incident) में गिरने के 45 घंटे से अधिक समय बाद रविवार को भी बचावकर्मी उसे बचाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि लड़का होश में है और गुजरात के रोबोट विशेषज्ञों (Robot Experts) की एक टीम मौके पर पहुंच गई है. लड़के को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है, जो बोरवेल में लगभग 60 फुट गहराई में फंसा हुआ है.
राहुल के बचाव के ऐतिहासिक ऑपरेशन में अब रोबोट भी शामिल है। रोबोट को लैपटॉप से कंट्रोल कर नीचे कमांड दिया जा रहा है।
इस काम को रेस्क्यू रोबोट बनाने वाले गुजरात के श्री महेश अहीर द्वारा किया जा रहा। उन्होंने पूर्व में भी इस काम को बखूबी अंजाम दिया है।#saverahulabhiyaan pic.twitter.com/bT1QrmbKAD— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) June 12, 2022
अधिकारियों के अनुसार राहुल साहू (Rahul Sahu) शुक्रवार को करीब दो बजे मलखरोदा विकास खंड के पिहरिड गांव में अपने घर के पीछे खेलते समय 60 फुट गहरे बोरवेल में गिर गया था. उन्होंने कहा कि बचाव दल में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और सेना के अधिकारियों सहित 500 से अधिक कर्मी शामिल हैं. वे बच्चे को सुरक्षित निकालने के लिए अत्याधुनिक मशीनों और वाहनों का उपयोग कर रहे हैं.
एक सुकून भरी खबर है। बोरवेल में गिरा राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भरने में मदद कर रहा है। गुजरात की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य का जायजा ले रही है।#saverahulabhiyaan pic.twitter.com/IQ1ZD0FEPe
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ताजा जानकारी के अनुसार, शुक्रवार शाम से जारी समानांतर गड्ढा खोदने का काम अंतिम चरण में है. फिर एक सुरंग बनाई जाएगी जो बचाव दल के बोरवेल तक पहुंचने और बच्चे को निकालने में मदद करेगी. अधिकारियों ने बताया कि गुजरात से रोबोट विशेषज्ञों की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई है और रोबोट की मदद से बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है.
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सरकारी बयान में कहा गया, स्वास्थ्य अधिकारी कैमरों के माध्यम से लगातार राहुल की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं. वह सचेत है और हिल-डुल रहा है. रविवार तड़के उसे शीतल पेय और केला दिया गया और आज सुबह रस पिलाया गया. बोरवेल में ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए एक पाइप लगाया गया है.
अधिकारियों के मुताबिक एनडीआरएफ, सेना की चार सदस्यीय टीम, 150 से अधिक पुलिसकर्मियों और एसडीआरएफ के 15 कर्मियों सहित 500 से अधिक कर्मी शुक्रवार शाम चार बजे से शुरू हुए बचाव अभियान में जुटे हैं. सरकारी बयान के अनुसार, जिस बोरवेल में लड़का फंसा हुआ है उसके अंदर कुछ पानी है और एनडीआरएफ के जवान रस्सी से बंधे बर्तन की मदद से पानी को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं. लड़का भी पानी निकालने की कवायद में मदद कर रहा है.
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