स्वतंत्रता दिवस पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने की 15 बड़ी घोषणाएं, देखें लिस्ट
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कई घोषणाएं की. जिसमें छेड़खानी और दुष्कर्म के आरोपियों को सरकारी नौकरी नहीं देने की बात कही गई है. इसके अलावा अन्य कई घोषणाएं हुईं-
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में समारोह का आयोजन किया गया, जहां सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़वासियों को अनेक सौगात देते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की-
तीन श्रेणियों में दिया जाएगा छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी सम्मान
प्रदेश के साहित्यिक वातावरण को और भी सुदृढ़ करने के लिए साहित्यकारों को तीन श्रेणियों में दिया जाएगा छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी सम्मान-
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पहला- छत्तीसगढ़ एवं अन्य बोली जैसे गोंडी, हल्बी, सरगुजिया, कुरुख आदि में लिखे गए साहित्य के लिए.
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दूसरा- हिंदी में लिखे गए पद्य के लिए
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तीसरा- हिंदी में लिखे गए गद्य के लिए यह सम्मान दिया जाएगा.
हर श्रेणी में सम्मानित साहित्यकारों को 5 लाख रुपये नगद व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे.
छत्तीसगढ़ में ऐसे लोगों को सरकारी नौकरी नहीं
महिलाओं की सुरक्षा एवं सम्मान को प्रथमिकता देते हुए छत्तीसगढ़ में लड़कियों और महिलाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म आदि के आरोपियों को सरकारी नौकरी से प्रतिबंधित किया जाएगा.
उत्कृष्ठ खिलाड़ी बनेंगे छत्तीगढ़िया ओलंपिक के प्रतिभागी
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लंबी कूद, 100 मीटर दौड़ एवं कुश्ती के खेल में 18 से 40 वर्ष के आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को उत्कृष्ठ खिलाड़ी घोषित किया जाएगा. यह प्रावधान इसी साल लागू किए जाएंगे.
स्कूलों में कार्यरत अंशकालीन सफाईकर्मियों और रसोइयों के मानदेय में वृद्धि
छत्तीसगढ़ में शिक्षा सुविधाओं में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले सफाईकर्मियों और मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम से जुड़े रसोइयों के मानदेय में 500 रुपये प्रतिमाह वृद्धि किए जाने की घोषणा.
खिलाड़ियों का प्रोत्साहन
छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में लंबी कूद, 100 मीटर दौड़ एवं कुश्ती के खेल में 18 से 40 साल के आयु वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को उत्कृष्ठ खिलाड़ी घोषित किए जाने की घोषणा हुई. यह प्रावधान इसी साल लागू किए जाएंगे.
विद्यार्थियों को मिलेगी फ्री परिवहन सुविधा
अब प्रदेश के सरकारी महाविद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को घर से कॉलेज और कॉलेज से घर आने-जाने के लिए बस के माध्यम से फ्री परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
शहरी आजीविका के क्षेत्र में कार्यरत सामुदायिक संगठकों को उपहार
शहरी आजीविका के क्षेत्र में कार्यरत सामुदायिक संगठकों के उत्कृष्ठ कार्यों को देखते हुए, उनके मानदेय में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई.
मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक पेंशन सहायता योजना की होगी शुरुआत
निर्माण कार्य करने वाले ऐसे मजदूर, जिनकी आयु 60 वर्ष पूरी हो चुकी हो और जो 10 साल तक पंजीकृत रहे हैं, उन्हें पर्यंत हर महीने 1500 रुपये दी जायेगी.
संविदा प्रशिक्षण अधिकारियों व गेस्ट लेक्चरर के वेतम में वृद्धि
औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में कार्यरत संविदा प्रशिक्षण अधिकारियों के एकमुश्त संविदा वेतन के 25,780 रुपये से बढ़कर 32,740 रुपये करने और गेस्ट लेक्चरर के प्रतिमाह अधिकतम भुगतान की सीमा को 13000 रुपये से बढ़ाकर 15000 रुपये प्रतिमाह करने की घोषणा.
रेशम कीट एवं मधुमक्खी पालन को भी मिलेगा कृषि का दर्जा
मछली पालन और लाख पालन को कृषि का दर्जा दिए जाने के सकारात्मक परिणामों को देखते हुए छत्तीसगढ़ में अब रेशम कीट पालन एवं मधुमक्खी पालन को भी कृषि का दर्जा देने की घोषणा की गई है.
प्रदेश के सभी विकासखंड मुख्यालयों में ऑनलाइन कोचिंग कक्षाओं की व्यवस्था की जाएगी
प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों के 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स भी इंजीनियरिंग एवं मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षाओं की बेहतर रूप से तैयारी कर सकें, इसके लिए राज्य सरकार शीघ्र ही देश के ख्याति प्राप्त कोचिंग संस्थाओं से ऑनलाइन कोचिंग निःशुल्क कराने की व्यवस्था करने जा रही है.
छत्तीसगढ़ कुक्कुटपालन प्रोत्साहन योजना का होगा शुभारंभ
छत्तीसगढ़ प्रदेश में कुक्कुटपालन को प्रोत्साहित करने, नये रोजगार एवं स्वरोजगार के अवसर सृजित किये जाने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ कुक्कुटपालन प्रोत्साहन योजना प्रारंभ किये जाने की घोषणा की गई है. इस योजना के अंतर्गत कुक्कुट पालकों को सब्सिडी और वाणिज्यिक दर के स्थान पर अब रियायती दर पर बिजली उपलब्ध कराई जाएगी.
राज्य के जिन क्षेत्रों में छत्तीसगढ़ी भाषा बोली जाती है, वहां छत्तीसगढ़ी भाषा एवं आदिवासी क्षेत्रों में वहां की स्थानीय बोली को अगले शिक्षा सत्र से कक्षा एक से कक्षा पांचवी तक के सिलेबस में एक विषय के रूप में शामिल किया जाएगा.
नवा छत्तीसगढ़ गढ़ने में आधुनिक प्रौद्योगिकी की भूमिका को देखते हुए अगले साल शिक्षा सत्र से स्कूली बच्चों के पाठ्यक्रम में भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स जैसी अत्यधुनिक तकनीकि की जानकारी सिलेबस में शामिल होंगे.
प्रदेश के सभी जिलों के कम-से-कम एक कॉलेज में पोस्ट-ग्रेजुएट कक्षाओं में अध्ययन की सुविधा होगी.
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