छत्तीसगढ़ चुनाव : बिलासपुर से 98 लाख के आभूषण और नकदी जब्त
पुलिस ने राजनीतिक दलों के चिह्न या झंडे लगे वाहनों में यात्रा करने वाले लोगों और नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ एक अभियान चलाया है. सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए 14 जांच चौकियां भी स्थापित की गईं हैं.
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में पुलिस ने दो अलग-अलग स्थानों से कुल 98.61 लाख रुपए के आभूषण और नकदी जब्त की है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार (15 अक्टूबर) को यह जानकारी दी. बिलासपुर के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि पुलिस ने शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात सिविल लाइन थाना क्षेत्र के अंतर्गत देवकीनंदन चौक पर एक कार को रोका और उसमें से 93 लाख रुपए के सोने व चांदी के आभूषण जब्त किए. वाहन सवार इन आभूषणों का कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया. अधिकारी ने बताया कि ठीक इसी तरह पुलिस ने शुक्रवार को कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत खपरगंज कबड्डी लाइन में एक कार से 5.61 लाख रुपए की बेहिसाबी नकदी जब्त की. उन्होंने बताया कि पुलिस ने राजनीतिक दलों के चिह्न या झंडे लगे वाहनों में यात्रा करने वाले लोगों और नशे में गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ एक अभियान चलाया है. सिंह ने बताया कि चुनाव के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए 14 जांच चौकियां भी स्थापित की गईं हैं. छत्तीसगढ़ में सात और 17 नवंबर को दो चरणों में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने हैं. इसके मद्देनजर राज्य में चुनाव से पहले आचार संहिता लागू है.
कांग्रेस ने भी उतारे 30 उम्मीदवार
बीजेपी, बीएसपी और आम आदमी पार्टी के बाद आज कांग्रेस ने भी अपने 30 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी. जैसे ही यह पता चला कि कांग्रेस ने अपने आठ विधायकों के टिकट काट दिए हैं, मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष अरुण साव ने सत्तासीन दल पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली राज्य सरकार अपनी नाकामियों का ठीकरा विधायकों पर फोड़ने का प्रयास कर रही है. अरुण साव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नवरात्रि के पहले दिन अपनी पहली सूची जारी करके ‘सनातनी’ (हिंदू धर्म समर्थक) होने का दिखावा कर रही है, लेकिन कवर्धा, बिरनपुर और मोहला-मानपुर में (सांप्रदायिक) घटनाएं सनातन धर्म तथा उसके अनुयायियों के प्रति पार्टी की नफरत को दर्शाती हैं.
12 कैबिनेट मंत्री समेत 22 विधायकों को कांग्रेस का टिकट
कांग्रेस ने रविवार को जो 30 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है, उसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, उनकी कैबिनेट के 12 सहयोगियों और राज्य की विधानसभा के अध्यक्ष चरणदास महंत समेत 22 विधायकों के नाम शामिल हैं. पार्टी ने आठ मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया है, जबकि राज्य इकाई के प्रमुख और सांसद दीपक बैज को उम्मीदवार बनाया है. इस पर अरुण साव ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने आठ विधायकों को टिकट देने से इंकार कर दिया है, उससे पता चलता है कि भूपेश बघेल ने अपनी सरकार की विफलता के लिए अपने विधायकों पर दोष मढ़ दिया है. कांग्रेस ने उन उम्मीदवारों को फिर से मैदान में उतारा है, जिन्होंने भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया है. यह (सत्ता बरकरार रहने पर) पार्टी के घोटाला करने के इरादे को दर्शाता है.
कांग्रेस का है 75 सीट जीतने का लक्ष्य
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ की जनता इस तरह के कदमों से वाकिफ है और चुनाव में कांग्रेस को सबक सिखाएगी. बता दें कि पहले चरण में सात नवंबर को 20 सीट पर मतदान होना है. कांग्रेस ने आज 20 में से 19 सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी. जगदलपुर के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा देर शाम तक होने की बात कही जा रही है. कांग्रेस ने कहा है कि हम (90 सदस्यीय सदन में) 75 सीट जीतने का लक्ष्य हासिल करेंगे.
दो चरणों में नवंबर में होगी छत्तीसगढ़ में वोटिंग
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान कराने का ऐलान निर्वाचन आयोग ने किया है. इसके तहत सात और 17 नवंबर को दो चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण में बस्तर संभाग की सभी 12 सीटों के अलावा दुर्ग संभाग की आठ विधानसभा सीटों पर मतदान कराए जाएंगे. दूसरे चरण में सूबे की शेष 70 सीटों पर मतदान होगा. विधानसभा की सभी 90 सीटों पर तीन दिसंबर को एक साथ मतगणना होगी.