छत्तीसगढ़ : डॉ रमन सिंह, तीन मंत्री एवं कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज समेत 223 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कई दिग्गज नेता चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, भूपेश बघेल के मंत्री कवासी लखमा, अकबर भाई भी शामिल हैं.
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तैयारी पूरी हो चुकी है. मंगलवार (सात नवंबर) को वोटिंग के लिए मतदानकर्मी और सुरक्षाकर्मी अपने-अपने मतदान केंद्र पर पहुंच चुके हैं. छत्तीसगढ़ के मतदाताओं में भी मतदान को लेकर जबर्दस्त उत्साह देखा जा रहा है. शांतिपूर्ण वोटिंग के लिए चुनाव आयोग ने सुरक्षा के चाक-चौबंद प्रबंध किए हैं. पहले चरण में जिन 20 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं, उसमें कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) कई दिग्गज नेताओं की किस्मत का फैसला होगा. राजनांदगांव से पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता डॉ रमन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं, तो कवर्धा से भूपेश बघेल सरकार के मंत्री अकबर भाई किस्मत आजमा रहे हैं. कोंटा (एसटी) सीट से लगातार चार बार चुनाव जीत चुके कवासी लखमा एक बार फिर किस्मत आजमा रहे हैं, तो छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज चित्रकोट (एसटी) सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. बीजेपी की कद्दावर आदिवासी नेता लता उसेंडी भी मैदान में हैं. लता उसेंडी कोंडागांव (एसटी) सीट से चुनाव लड़ रहीं हैं. पहले चरण में एक पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस सरकार के तीन मंत्री, बीजेपी की ओर से चार पूर्व मंत्री और एक पूर्व आईएएस अधिकारी समेत कुल 223 प्रत्याशी मैदान में हैं. 40,78,681 मतदाता इन उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे.
पहले चरण में इन 20 सीटों पर वोट
अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण में 20 विधानसभा क्षेत्रों में से 10 विधानसभा क्षेत्रों मोहला मानपुर (एसटी), अंतागढ़ (एसटी), भानुप्रतापपुर (एसटी), कांकेर (एसटी), केशकाल (एसटी), कोंडागांव (एसटी), नारायणपुर (एसटी), दंतेवाड़ा (एसटी), बीजापुर (एसटी), कोंटा (एसटी) में सुबह सात बजे से दोपहर तीन बजे तक तथा 10 विधानसभा क्षेत्रों पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़ (एससी), राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी, बस्तर (एसटी), जगदलपुर, चित्रकोट (एसटी) विधानसभा सीट पर सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा.
20 में से 12 सीटें एसटी के लिए आरक्षित
पहले चरण में जिन 20 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 12 अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए जबकि एक अनुसूचित जाति (एससी) वर्ग के लिए आरक्षित है. वर्ष 2018 के चुनाव में बीजेपी को इन 20 सीटों में से 18 पर हार का सामना करना पड़ा था. पहले चरण में सबसे अधिक उम्मीदवार राजनांदगांव निर्वाचन क्षेत्र (29) में हैं. सबसे कम सात-सात उम्मीदवार चित्रकोट और दंतेवाड़ा सीटों हैं.
पहले चरण में ये हैं प्रमुख उम्मीदवार
पहले चरण में कांग्रेस से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज (चित्रकोट सीट), मंत्री कवासी लखमा (कोंटा), मोहन मरकाम (कोंडागांव), मोहम्मद अकबर (कवर्धा) और दिवंगत कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के बेटे छवींद्र कर्मा (दंतेवाड़ा) प्रमुख उम्मीदवार हैं. वहीं, बीजेपी से पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (राजनांदगांव), राज्य के चार पूर्व मंत्री केदार कश्यप (नारायणपुर), लता उसेंडी (कोंडागांव), विक्रम उसेंडी (अंतागढ़) और महेश गागड़ा (बीजापुर) तथा पूर्व आईएएस अधिकारी नीलकंठ टेकाम (केशकाल) प्रमुख उम्मीदवार हैं.
डॉ रमन सिंह के खिलाफ गिरीश देवांगन
कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ ओबीसी नेता और छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन को राजनांदगांव से रमन सिंह के खिलाफ मैदान में उतारा है. राज्य में चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी को भानुप्रतापपुर सीट से टिकट दिया है. वहीं कांग्रेस विधायक अनूप नाग, जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया, तो वह अपनी मौजूदा अंतागढ़ सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
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223 उम्मीदवारों में 25 महिला
अधिकारियों ने बताया कि प्रथम चरण के 20 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 223 उम्मीदवार हैं. इनमें 198 पुरुष तथा 25 महिला हैं. सात नवंबर को 40,78,681 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इनमें 19,93,937 पुरुष, 20,84,675 महिला और 69 तृतीय लिंग के मतदाता हैं.
156 मतदान दल को हेलीकॉप्टर से भेजा गया
प्रथम चरण में निर्वाचन के लिए कुल 5,304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. 25,429 मतदानकर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि पांच जिलों सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, कांकेर और नारायणपुर में कुल 156 मतदान दलों को हेलीकॉप्टरों से मतदान केंद्र तक भेजा गया. 5,148 मतदान दलों को बसों से संबंधित केंद्रों पर भेजा गया.
शांतिपूर्ण मतदान के लिए 60 हजार जवान तैनात
राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गये हैं. कुल मतदान केंद्रों में से 2,431 में वेब कास्टिंग सुविधा उपलब्ध होगी. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 12 निर्वाचन क्षेत्रों में शांतिपूर्ण मतदान के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के 40 हजार जवान समेत 60 हजार सुरक्षाबल के जवान तैनात किए गए हैं.
महादेव ऐप, धर्मांतरण और कानून-व्यवस्था बने प्रमुख मुद्दे
पहले चरण की सीटों पर प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर हमला बोला. वहीं, बीजेपी के अन्य नेताओं ने धर्मांतरण, बिगड़ती कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार को घेरा. बीजेपी नेताओं ने बड़े पैमाने पर रैलियां कीं और दावा किया कि पार्टी के चुनावी वादे मोदी की गारंटी हैं. दूसरी ओर, इधर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार किया. इन्होंने दावा किया कि उन्होंने वर्ष 2018 में किसानों, आदिवासियों, युवाओं और महिलाओं से किए गए वादों को पूरा किया है.
कांग्रेस, बीजेपी ने उतारे 20-20 उम्मीदवार
पहले चरण में कुल 223 उम्मीदवारों में 72 उम्मीदवार निर्दलीय, 16 जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जोगी), 20 कांग्रेस, 20 बीजेपी, 10 आम आदमी पार्टी, 14 बहुजन समाज पार्टी, 12 राष्ट्रीय जनसभा पार्टी, 8 सीपीआई, 8 सर्व आदि दल, 7 हमर राज पार्टी, 5 अंबेडकराइट पार्टी ऑफ इंडिया, 6 गोंडवाणा गणतंत्र पार्टी, 6 आजाद जनता पार्टी, 3 फॉरवर्ड डेमोक्रेटिक लेबर पार्टी और भाारतीय शक्ति चेतना पार्टी एवं छत्तीसगढ़िया पार्टी के टिकट पर 1-1 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.
कांग्रेस के अभी हैं 71 सदस्य
उल्लेखनीय है कि सूबे में वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने इन निर्वाचन क्षेत्रों में 17 सीटें जीतीं थीं. बीजेपी को दो और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) को एक सीट मिली थी. बाद में कांग्रेस ने उपचुनावों में शेष तीन में से दो सीटें और जीत ली थी. छत्तीसगढ़ में 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 68 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. इस चुनाव में बीजेपी को 15 सीटों पर तथा जेसीसी (जे) और बसपा को क्रमशः पांच और दो सीटों पर जीत मिली थी. कांग्रेस के विधायकों की संख्या वर्तमान में 71 है जबकि बीजेपी के सदस्यों की संख्या 13 रह गई है.
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