छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता और पूर्व सांसद रणविजय सिंह जूदेव पर हमला हो गया है. इसकी सूचना उन्होंने थाने को दी है और पुलिस से मांग की है कि अंबिकापुर-रांची नेशनल हाईवे पर स्थित जशपुर में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाये. रणवजिय सिंह जूदेव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर पत्रकारों को इसकी जानकारी दी.
पत्रकारों को श्री जूदेव ने बताया कि वह रात को साढ़े 11 बजे के आसपास कहीं से आ रहे थे. जशपुर में बालाछापर मोड़ के पास अचानक से उनकी गाड़ी पर हमला हुआ. उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया. आखिर क्यों हमला हुआ और किसने हमला किया, इसकी जानकारी लेने के लिए उन्होंने थोड़ी देर के लिए गाड़ी रोकी, लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया.
जशपुर के राजघराने से है रणविजय का ताल्लुक
जशपुर के सबसे प्रभावशाली लोगों में शुमार हैं बीजेपी के पूर्व सांसद. जशपुर के राजघराने से ताल्लुक रखते हैं. दिलीप सिंह जूदेव के भाई हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में रणविजय सिंह जूदेव ने कहा कि एकदम से मेरी गाड़ी पर हमला हुआ. मुझे लगा कोई चीज मेरी गाड़ी से आकर टकरायी. थोड़ी देर के लिए हमने गाड़ी रोकी और यह देखने की कोशिश की कि किसने हम पर हमला किया.
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जशपुर में कभी नहीं होती थी ऐसी घटना : जूदेव
श्री जूदेव वने कहा कि अगर किसी जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम लोगों के साथ क्या हो सकता है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है. यह बेहद चिंताजनक बात है. उन्होंने कहा कि जशपुर में पहले कभी ऐसी घटना नहीं होती थी. रणविजय सिंह ने कहा कि उन्होंने अपने निजी सुरक्षाकर्मियों को भेजकर थाने में इसकी सूचना दी.
बेटे के साथ राउरकेला से लौट रहे थे रणविजय सिंह जूदेव
उन्होंने कहा कि अंबिकापुर-रांची का यह नेशनल हाई-वे है. पत्थलगांव-जशपुर को भी यह हाई-वे जोड़ता है. रात को बड़ी संख्या में लोग इस रास्ते से आना-जाना करते हैं. उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए थाने में हमने सूचना दी है. बताया जा रहा है कि रणविजय सिंह जूदेव पड़ोसी राज्य ओडिशा के राउरकेला से अपने बेटे के साथ जशपुर लौट रहे थे. उसी दौरान उनकी कार पर हमला करके उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गयी, जिससे गाड़ी का शीशा टूट गया.
जशपुर कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज करवायी
सूत्रों के मुताबिक, रणविजय सिंह जूदेव जिस कार में जा रहे थे, उसे उनके बेटे प्रताप सिंह जूदेव चला रहे थे. रणविजय सिंह भी आगे की ही सीट पर बैठे थे. गनीमत यह रही कि सिर्फ कार का शीशा टूटा. पिता-पुत्र को किसी प्रकार की चोट नहीं आयी. घर पहुंचने के बाद अपने निजी सुरक्षा गार्ड के जरिये उन्होंने जशपुर कोतवाली थाने में इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज करवा दी है. समाचार लिखे जाने तक इस सिलसिले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.