खरसावां के कलाकारों ने यूपी के प्रयागराज में बांधा समां, शिकारी नृत्य के जरिये वन्य जीव संरक्षण का दिया संदेश
jharkhand news: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में खरसावां के छऊ नृत्य कलाकरों ने समां बांध दिया. इस दौरान कलाकारों ने शिकारी नृत्य पेश कर वन्य जीव संरक्षण पर जोर देते हुए जंगली जानवरों का शिकार नहीं करने का संदेश दिया.
Jharkhand news: भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय की ओर से उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र द्वारा उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में राष्ट्रीय स्तर का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम में भवेश छऊ नृत्य कला केंद्र, देहरीडीह (खरसावां) के कलाकारों द्वारा छऊ नृत्य पेश किया गया. कार्यक्रम में देहरीडीह के कलाकारों ने खरसावां शैली के छऊ नृत्य पेशकर लोगों का मन मोह लिया.
परमानंद नंदा के निर्देशन में कलाकारों द्वारा पौराणिक कथाओं पर आधारित चंडी युद्ध, माया बंधन व द्वापर लीला और झारखंडी संस्कृति पर आधारित सबर नृत्य पेश किया. वहीं, कलाकारों ने शिकारी नृत्य के जरिये वन्य जीव संरक्षण पर जोर देते हुए जंगली जानवरों का शिकार नहीं करने का संदेश दिया.
साथ ही माया बंधन नृत्य में राधा-कृष्ण के शाश्वत प्रेत को रेखंकित किया. छऊ नृत्य दल में मुख्य रुप से छऊ गुरु परमानंद नंदा, सोनु लौहार, अजीत रविदास, रामनाथ सामंत, अर्जुन सामंत ठाकुर मछुआ, टाकलु सामंत, सुदन मुंडा, सोमा मुंडा, सोनिया गोप, सुमी हेंब्रम सरीता जामुदा आदि कलाकार शामिल थे.
रिपोर्ट : शचिंद्र कुमार दाश, खरसावां.