Gorakhpur News: मांसाहारी भोजन करने वाले लोगों को सावन के तुरंत बाद जजेब ज्यादा ढीली करनी पड़ रही है. सावन माह के खत्म होते ही मटन, चिकन के साथ-साथ अंडे के भाव में काफी उछाल आया है.
पिछले दो महीने से इसका कारोबार काफी मंदा था. साथ ही चिकन, मटन और अंडे के भाव में भी काफी गिरावट थी. लेकिन, सावन माह की खत्म होते ही अचानक मांग बढ़ने की वजह से इनकी कीमत में उछाल आ गया है. गोरखपुर में लगभग एक महीना पहले अंडे की कीमत 125 रुपए प्रति ट्रे थी, जो अब बढ़कर 180 रुपए तक पहुंच गई है.
चिकन की बात करें तो उसके भाव पहले 120 से 140 रुपए प्रति किलोग्राम था, जो बढ़कर 240 से 260 रुपए पहुंच गया है. सावन के महीने में कुछ दिनों तक 100 से 120 रुपए प्रति किलोग्राम की चिकन की बिक्री हुई.
चिकन कारोबारियों की मानें तो 120 से 140 रुपए प्रति किलोग्राम वाले चिकन में भी 100 से 120 रुपए की तेजी आई है. इसकी कीमत दो तीन दिन के अंदर ही 240 से 260 रुपए प्रति किलोग्राम पहुंच गई है. सावन माह में चिकन और मटन का बाजार कारी 70 प्रतिशत गिर जाता है. इस बार दो माह का सावन होने के कारण मुर्गा कारोबारियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.
चिकन विक्रेता शाहनवाज ने बताया कि हर बार एक माह के अंदर कारोबार पटरी पर आ जाता था. इस बार दो माह कारोबार प्रभावित रहा. फार्म से मुर्गे की आपूर्ति बंद रही. इस दौरान मुर्गे का वजन भी बढ़ गया. एक मुर्गे का औसत वजन एक से डेढ़ किलोग्राम तक होता है. बिक्री बंद होने से एक किलोग्राम का मुर्गा अब दो से सवा दो किलोग्राम तक हो गया है.
थोक अंडा कारोबारी जावेद अहमद अली बताया कि जिलों में स्थानीय पोल्ट्री फार्म के अलावा ज्यादातर अंडे की आपूर्ति हरियाणा से होती है. सावन में मांग घटने से 180–200 रुपए प्रति ट्रे बिकने वाला अंडा 125 रुपए में बिक रहा था. अब फिर इसकी कीमत 180 रुपए प्रति ट्रे पहुंच गई है. सावन खत्म होना के बाद शुक्रवार से चिकन, मटन और अंडे की दुकान पर ज्यादा खरीदार देखने को मिल रहे हैं. शुक्रवार से शहर के सभी रेस्टोरेंट और ढाबों पर लोगों की भीड़ उमड़ेगी.
रेलवे स्टेशन स्थित मिर्च मसाला भोजनालय के संचालक भोला भाई की माने तो सावन के चलते 70 प्रतिशत तक बिक्री में कमी आ गई थी. लेकिन, अब होटल में लोगों की भीड़ बढ़ेगी. इनमें नॉनवेज खाने वालों की संख्या सबसे अधिक होगी.
रिपोर्ट–कुमार प्रदीप, गोरखपुर