उत्कृष्ठ सेवा के लिए जिला मजिस्ट्रेट मुक्ता आर्य को स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित

डीएम ने बताया कि उनका लक्ष्य घर-घर तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाना है. राज्य की दुआरे सरकार योजना लोगों के लिए काफी बेहतर सिद्ध हुई है. इस योजना के तहत सरकार लोगों के मोहल्ले और घरों तक खुद पहुंच रही है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 17, 2023 3:51 PM

कोलकाता, श्रीकांत शर्मा : सर्विस काल में उत्कृष्ठ सेवा के लिए हावड़ा की डीएम मुक्ता आर्य को स्वतंत्रता दिवस पर विशेष सेवा पदक से पुरस्कृत किया गया. रेड रोड पर आयोजित 77 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें मेडल पहनाकर सम्मानित किया. उनके साथ ही हावड़ा ग्रामीण की पुलिस अधीक्षक स्वाति भंगालिया को भी सीएम ने पुरस्कृत किया. पुरस्कृत होने के बाद डीएम ने बताया कि उनका लक्ष्य घर-घर तक सरकारी योजनाओं को पहुंचाना है.

घर-घर तक सरकारी सुविधाओं को पहुंचाना ही मुख्य लक्ष्य : मुक्ता आर्य

राज्य की दुआरे सरकार योजना लोगों के लिए काफी बेहतर सिद्ध हुई है. इस योजना के तहत सरकार लोगों के मोहल्ले और घरों तक खुद पहुंच रही है. लक्ष्मी भंडार योजनाओं हो या फिर स्वास्थ्य साथी योजना, महिलाओं को प्राथमिकता देकर मुख्यमंत्री ने महिलाओं को सम्मान दिया है. उल्लेखनीय है कि इससे पहले भी हावड़ा की डीएम मुक्ता आर्य को 2022 में भारतीय चुनाव आयोग द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार 2021-22 में पुरस्कृत किया गया था. 2022 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बतौर जिला मुख्य निर्वाचन अधिकारी बेहतरीन ड्यूटी के लिए भारतीय चुनाव आयोग द्वारा उन्हें चुना गया था.

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पिता का पार्थिव शरीर रख कर की थी चुनावी ड्यूटी

2022 में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मिसाल पेश करने वाली आइएएस अधिकारी मुक्ता आर्य को चुनाव आयोग ने सम्मानित किया था. पिता के निधन के बाद उनका पार्थिव शरीर रख कर अगले दिन ही मुक्ता आर्य ड्यूटी पर पहुंच गयी थीं. मुक्ता आर्य उस वक्त हावड़ा की डीएम और जिला निर्वाचन अधिकारी थीं. हावड़ा में मतदान से एक रात पहले ही उनके पिता की हृदय गति रुकने से निधन हो गया था. उस वक्त चुनाव निर्वाचन अधिकारी में ड्यूटी कर रही मुक्ता आर्य ने मतदान होने तक अपने पिता के पार्थिव शरीर को अस्पताल के शवगृह में रखने का फैसला लिया था. उल्लेखनीय है कि मुक्ता आर्य के पिता राधेश्याम आर्य, दिल्ली में श्रम आयोग के आयुक्त पद से सेवानिवृत्त हुए थे. 2008 बैच की भारतीय सिविल सेवा (आइएएस) अधिकारी मुक्ता आर्य हावड़ा से पहले हुगली की एडीएम के पद नियुक्त थीं. उसके बाद डीएम के चार्ज में भी रहीं

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11 आइएएस व पांच आइपीएस को किया पुरस्कृत

रेड रोड पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस वर्ष राज्य के 11 उच्चपदस्थ नौकरशाहों को सम्मानित किया. इस दौरान पांच आइपीएस अधिकारियों को भी पदक देकर पुरस्कृत किया गया. मुख्यमंत्री ने स्वयं आइएस और आइपीएस अधिकारियों को पदक और प्रशस्ति पत्र दिया. आइएएस और आइपीएस अधिकारियों को जनता के लिए किये गये उत्कृष्ट योगदान के लिए विशेष पुरस्कार से नवाजा गया. पदक प्राप्त करने वालों में राज्य के आइएस अधिकारियों में अतिरिक्त मुख्य सचिव बीपी गोपालिका, आइएएस विवेक कुमार, आइएएस मनोज पंत, आइएएस प्रभात मिश्रा, आइएएस संघमित्रा घोष और आइएएस नारायण निगम, आइएएस शांतनु बसु और आइएएस पीबी सलीम शामिल थे. इसके अलावा, उत्तर 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट शरत कुमार द्विवेदी, हावड़ा की जिला मजिस्ट्रेट मुक्ता आर्य और बीरभूम के जिला मजिस्ट्रेट बिधान रॉय को भी विशेष सम्मान मिला है.

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पांच आइपीएस अधिकारियों को किया गया सम्मानित

वहीं, पांच आइपीएस अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया. पदक प्राप्त करने वाले आइपीएस अधिकारियों में पश्चिम बंगाल पुलिस के पश्चिमी जोन के एडीजी आइजीपी त्रिपुरारी अथर्व, अलीपुरदुआर के पुलिस अधीक्षक वाइ रघुवंशी, हावड़ा ग्रामीण अधीक्षक स्वाति भंगालिया, पुरुलिया के पुलिस अधीक्षक अभिजीत बंद्योपाध्याय, पश्चिम मेदिनीपुर के पुलिस अधीक्षक धृतिमान सरकार और हुगली ग्रामीण अधीक्षक अमनदीप हैं.

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