पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee) ने कूचबिहार में एक सरकारी कार्यक्रम के मंच से बीएसएफ के खिलाफ विस्फोटक दावा किया है. उन्होंने चेतावनी दी है कि बीएसएफ अलग से पहचान पत्र जारी कर रहा है. अगर वह पहचान पत्र लेंगे तो एनआरसी के तहत आ जायेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि किसी विशेष भगवान की पूजा करने के भाजपा के आदेश का पालन करने के लिए हम बाध्य नहीं हैं.भाजपा लोगों को फोन करके धमकी दे रही है कि अगर उन्होंने उसे वोट नहीं दिया तो उनके घर ईडी, सीबीआई को भेज दिया जाएगा.
पिछले विधानसभा चुनाव में शीतलकुची में सीआईएसएफ जवानों की गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गयी थी. उस घटना का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, ‘मत भूलिए, बीएसएफ ने चार लड़कों को गोली मारकर हत्या कर दी थी. मैं कूचबिहार में उनके उत्पीड़न के बारे में जानती हूं. मैं जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक, मुख्य सचिव से ध्यान रखने को कहूंगी. बीएसएफ अगर अत्याचार करें तो तुरंत थाने में एफआईआर दर्ज कराएं. वे डरा-धमका कर वोट करना चाहते हैं.
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इस दिन ममता बनर्जी ने एक बार फिर सीएए, एनआरसी के खिलाफ आवाज उठाई. उन्होंने सभी को नागरिकता का आश्वासन देते हुए कहा, ‘जैसे ही वोट करीब आ रहा है, सीएए पर काम शुरू हो जा रहा है. सीएए को लेकर इधर-उधर मत घूमें. कोई एनआरसी नहीं होगा. हर कोई नागरिक है. नागरिकता के बिना वोट देने का कोई अधिकार नहीं होगा. ममता का दावा है कि सीएए मुद्दे को चुनाव से पहले राजनीति करने के लिए एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया जा रहा है.