मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को आशंका जतायी कि केंद्र सरकार 2024 तक विभिन्न योजनाओं के तहत बंगाल को मिलने वाली राशि रोक सकती है. अलीपुर में नवनिर्मित धन धान्य ऑडिटोरियम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने बंगाल को योजनाओं के लिए फंड देना बंद कर दिया है. लेकिन अब सुनने में आ रहा है कि हमें 2024 तक केंद्र सरकार द्वारा कोई फंड नहीं दिया जायेगा. अगर सच में ऐसा होता है तो वह जरूरत पड़ने पर अपनी साड़ी का आंचल फैलाकर पश्चिम बंगाल में हमारी माताओं व बहनों के सामने भीख मांग लूंगी, लेकिन केंद्र सरकार के आगे हाथ नहीं फैलायेंगी.
वह केंद्र की भाजपा सरकार के आगे नहीं झुकेंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी-कभी हमें केंद्र सरकार से फंड दिया जाता है और कभी नहीं. केंद्र पर तीखा हमला बोलते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा : मेरी इस बात के कारण इसकी प्रबल संभावना है कि अगले वर्ष तक केंद्र सरकार राज्य को फंड न दे. मेरे मष्तिष्क में, मेरे मन में बस यही होता है कि लोग मुझे कभी गलत न समझें. गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है, जब सीएम ने केंद्र पर बंगाल सरकार को फंड न देने का आरोप लगाया हो.
इससे पहले 29-30 मार्च को उन्होंने राज्य की योजनाओं के लिए केंद्र की ओर से फंड न देने का आरोप लगाकर कोलकाता में दो दिन का धरना भी दिया था. गौरतलब है कि इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा था कि केंद्र सरकार के पास राज्य सरकार का 1.15 लाख करोड़ रुपये बकाया है, जिसका भुगतान केंद्र सरकार नहीं कर रही है. अपने दम पर राज्य सरकार करेगी बंगाल का विकास: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार पर इतना रुपया बकाया होने के बावजूद पश्चिम बंगाल सरकार निरंतर राज्य के विकासशील योजनाओं को क्रियान्वित कर रही है.
इसका जीता जागता उदाहरण है यह धनधान्य ऑडिटोरियम. मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा दीघा में जगन्नाथ मंदिर का निर्माण किया जा रहा है, जो अगले एक वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि वह स्वयं पिछले दिनों मंदिर के निर्माण कार्य का दौरा करने पहुंची थीं. दीघा में बन रहा मंदिर भव्य होगा. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर में राज्य सरकार द्वारा कई नये फ्लाइओवर बनाने की भी योजना बनायी है, जल्द ही इस बारे में विस्तृत जानकारी दी जायेगी.
वहीं, महानगर में मेट्रो की परियोजनाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक केंद्रीय रेल मंत्री थीं, उसी समय कोलकाता में इन मेट्रो परियोजनाओं को मंजूरी दी थी और इन परियोजनाओं के लिए उन्होंने दो लाख रुपये आवंटित किये थे. उनके द्वारा शुरू की गयी योजनाओं का काम अब पूरा होने जा रहा है.
बंगाल के विकास का प्रतीक है धन धान्य ऑडिटोरियम
अलीपुर में करीब 450 करोड़ रुपये की लागत से शंख के आकार के बने धनधान्य ऑडिटोरियम का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बंगाल के विकास और नवाचार का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कुशल कामगारों की कड़ी मेहनत ने इस सपने को साकार किया है. इसके निर्माण के लिए करीब 600 मजदूर दिन रात काम कर रहे थे. ऑडिटोरियम के अंदर की संरचना 6500 मेट्रिक स्टील से बनी है, जबकि बाहरी हिस्सा महंगे जस्ते की चादर से निर्माण हुआ है.
इसे जर्मनी से मंगाया गया है. इसके अलावा रात के समय अथवा कार्यक्रम के वक्त जलने वाली लाइटें भी बेहद खास हैं. इनमें से 33 हजार तरह की रोशनी निकलेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2018 में इसका निर्माण कार्य शुरू हुआ था और दो सालों से अधिक समय के कोरोना संकट के बावजूद इतने बड़े ऑडिटोरियम का निर्माण पूरा कर लिया गया है.