Child Marriage : झारखंड में नाबालिग भतीजी से शादी करना चाहता था बड़ा पापा, इज्जत के लिए करायी जा रही थी दूसरी शादी, ऐसा रुका बाल विवाह

Child Marriage, Ramgarh News, रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ जिले में अपनी नाबालिग भतीजी से उसका बड़ा पापा शादी करना चाहता था. जब चौथी क्लास में पढ़नेवाली बच्ची अपने बड़े पापा के घर गयी, तो बड़े पापा ने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया. जब इसकी भनक बच्ची के पिता को लगी, तो वे उसे अपने घर ले आए और इज्जत बचाने के लिए उसकी शादी एक नाबालिग लड़के से कर रहे थे, तभी बाल कल्याण समिति के हस्तक्षेप ये बाल विवाह रुका.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2021 9:25 AM
an image

Child Marriage, Ramgarh News, रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ जिले में अपनी नाबालिग भतीजी से उसका बड़ा पापा शादी करना चाहता था. जब चौथी क्लास में पढ़नेवाली बच्ची अपने बड़े पापा के घर गयी, तो बड़े पापा ने उसकी मांग में सिंदूर भर दिया. जब इसकी भनक बच्ची के पिता को लगी, तो वे उसे अपने घर ले आए और इज्जत बचाने के लिए उसकी शादी एक नाबालिग लड़के से कर रहे थे, तभी बाल कल्याण समिति के हस्तक्षेप ये बाल विवाह रुका.

रामगढ़ जिले में चौथी कक्षा में पढ़नेवाली करीब 12 साल की नाबालिग बच्ची बाल विवाह से बच गयी. हद तो ये है कि इतनी कम उम्र में उसकी दूसरी बार शादी करायी जा रही थी. एक तो उसके बड़े पापा ने रिश्तों को लज्जित करते हुए उसकी मांग भर दी, उसके बाद इज्जत की खातिर उसकी दूसरी शादी नाबालिग लड़के से करायी जा रही थी. रामगढ़ जिला बाल कल्याण समिति की तत्परता से बच्ची को नया जीवन मिला. उसे शेल्टर होम भेजा गया है.

Also Read: 8 जनवरी से देश भर के साधु- संतों का रजरप्पा में होगा जुटान, झारखंड में पहली बार हो रहा ऐसा आयोजन

नाबालिग बच्ची के माता-पिता को जब जानकारी मिली तो बदनामी से बचने के लिए गिरिडीह के 17 साल के लड़के से उसकी शादी तय कर दी. शादी हो रही थी, दोनों नाबालिग विवाह के बंधन में बंधने वाले ही थे, तभी पुलिस और जिला बाल कल्याण समिति के हस्तक्षेप से बाल विवाह रुका. आश्चर्य देखिए नाबालिग बिटिया को ये मालूम भी नहीं कि उसकी शादी कहां हो रही है. किस लड़के से हो रही है. महज चौथी कक्षा में पढ़नेवाली बिटिया दूसरी बार ब्याही जा रही थी. बताया जा रहा है कि नाबालिग लड़का भी शादी को तैयार नहीं था, लेकिन पारिवारिक दबाव में उसकी शादी की जा रही थी.

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version