Loading election data...

पिता की संपत्ति अपने नाम कर चार बेटों ने विधवा मां को घर से निकाला, न्याय के लिए पहुंची डीएम के जनता दरबार

मुंगेर में डीएम के जनता दरबार में एक दिल दहला देने वाला फरियाद सामने आया. एक विधवा की फरियाद सुनकर सभी लोग भावुक हो गये. उसकी शिकायत किसी और से नहीं बल्कि अपने ही औलादों से थी जो उसकी सुध नहीं लेते हैं. सारी संपत्ति को अपने नाम करके संतानों ने उसे दर-दर की ठोकर खाने छोड़ दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 3, 2021 4:05 PM

मुंगेर में डीएम के जनता दरबार में एक दिल दहला देने वाला फरियाद सामने आया. एक विधवा की फरियाद सुनकर सभी लोग भावुक हो गये. उसकी शिकायत किसी और से नहीं बल्कि अपने ही औलादों से थी जो उसकी सुध नहीं लेते हैं. सारी संपत्ति को अपने नाम करके संतानों ने उसे दर-दर की ठोकर खाने छोड़ दिया है.

जिलाधिकारी नवीन कुमार के जनता दरबार में गुरुवार को न्याय मांगने वालों की होड़ लगी रही. कोई सरकारी महकमा से परेशान होकर न्याय मांगने पहुंचा तो कोई मुख्यमंत्री बालिका प्रोत्साहन योजना का लाभ मांगने पहुंची. हर कोई अपना दुख-दर्द लेकर आये थे. कई लोगों की पीड़ा और प्रताड़ना की कहानी ने झकझोर कर रख दिया. जिलाधिकारी ने भी मामलों को सुना और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये.

जमालपुर ईस्ट कॉलोनी थाना क्षेत्र के नयागांव बजरंगबली चौक निवासी मसोमात सिया देवी किसी और से नहीं बल्कि अपने पुत्रों के कारण ही दर-दर की ठोकर खाने को विवश है. सिया देवी ने कहा कि उसे चार पुत्र है. पति व ससुर द्वारा खरीदी संपत्ति को चारों ने आपस में बांट लिया है. पति द्वारा खरीदी जमीन पर अपने पुत्र संख्या 3 एवं 4 के साथ रहती थी.

Also Read: खतरे में पड़ सकती है लालू यादव के बेटे तेज प्रताप की विधायकी, हाईकोर्ट ने दिया यह आदेश…

सिया देवी ने कहा कि मैंने पुत्र संख्या 4 को 90 हजार रुपये नकद भी दिया. जब तक रुपया चला तब तक मुझे साथ रखा गया. वर्तमान में दोनों पुत्रों ने घर से बाहर कर दिया है. मैं दर-दर भटक रही हूं. एक बेटा दिल्ली में रहता है. जो एक हजार देता है. उसी से किसी तरह खाना-पीना चल रहा है. पति की मृत्यु के बाद कोई सहारा नहीं दे रहा है. उचित कार्रवाई करते हुए मेरे नरक जैसी जिंदगी को सुधार दे साहब.

POSTED BY: Thakur Shaktilochan

Next Article

Exit mobile version