Christmas 2021: झारखंड के गढ़वा जिले के सुदूरवर्ती ईसाई बहुल नावा भंडरिया (वर्तमान नाम भंडरिया) में सबसे पहले 1936 में मिट्टी के एक छोटे से गिरजाघर में प्रार्थना हुयी थी. आज शुक्रवार देर रात फिर चरनी में प्रभु यीशु अवतरित होंगे. वहीं मिस्सा पूजा के साथ ही गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभा होगी. ईसाई सम्प्रदाय के लोग प्रभु से आशीष मांगेंगे. सभी चर्च में क्रिसमस की तैयारी पूरी हो चुकी है.
गढ़वा जिले के रमकंडा, भंडरिया व बड़गड़ क्षेत्र में स्थापित दर्जनों चर्च में सालेम चर्च भंडरिया के साथ ही रोमन कैथोलिक चर्च कंजिया काफी पुराना गिरजाघर है. इसके अलावा बड़गड़ प्रखंड के कालाखजुरी का बेतेल चर्च, महुंगाई, जमौती, रामर, छेतकी-पंडरापानी, होमिया, लिदकी, बड़गड़, बिंजपुर व करचा सहित रोमन कैथोलिक चर्च कंजिया, सालेटोंगरी, बाड़ीखजूरी, कुंभीकोना, सालो, महुआबथान व रमकंडा प्रखंड का चेटे के गिरजाटोली, बरवा गांव के चर्च में इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है.
Also Read: Christmas 2021: क्रिसमस को लेकर सजे चर्च, प्रभु यीशु के आगमन को लेकर मसीही विश्वासियों की क्या है तैयारीआज शुक्रवार देर रात मिस्सा पूजा के साथ ही चरनी में प्रभु यीशु का जन्म होगा. इन गिरजाघरों में चरनी बनाने का काम पूरा हो चुका है. वहीं ईसाई सम्प्रदाय से जुड़े लोग क्रिसमस पर्व की तैयारी जोर शोर से कर रहे हैं. बताया जाता है कि भंडरिया धर्मप्रांत के अधीन बड़गड़, गढ़वा, छतीसगढ़ का सरगुजा जिला, बरवाडीह, डालटनगंज तथा बड़गड़ क्षेत्र शामिल है, लेकिन वर्तमान में छतीसगढ़ का सरगुजा जिला भंडरिया धर्मप्रांत से अलग हो चुका है.
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