Loading election data...

शीतलकुची के मुद्दे पर बंगाल में सियासी बवाल, BJP के सभी 77 विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा देने के निर्देश

Bengal BJP MLA Central Security: पश्चिम बंगाल में सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया. दूसरी तरफ शुभेंदु अधिकारी को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया. उन्हें सदन में नेता प्रतिपक्ष का जिम्मा भी दिया गया है. इन सबके बीच पश्चिम बंगाल में नवनिर्वाचित बीजेपी के सभी 77 नवनिर्वाचित विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा देने का फैसला लिया गया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2021 8:41 PM
an image

पश्चिम बंगाल में सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया. दूसरी तरफ शुभेंदु अधिकारी को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया. उन्हें सदन में नेता प्रतिपक्ष का जिम्मा भी दिया गया है. इन सबके बीच पश्चिम बंगाल में नवनिर्वाचित बीजेपी के सभी 77 नवनिर्वाचित विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा देने का फैसला लिया गया है. सूत्रों की मानें तो पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव रिजल्ट के बाद हिंसा की हुई घटनाओं की जांच करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय की चार सदस्यीय टीम राज्य में पहुंची है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की टीम ने ही एक साल के लिए सभी 77 नवनिर्वाचित बीजेपी विधायकों को केंद्रीय सुरक्षा देने को कहा है.

Also Read: मंत्री बनते ही मुश्किल में फिरहाद हकीम, नारदा मामले में TMC नेताओं पर केस चलाने को मंजूरी
शीतलकुची के मुद्दे पर बंगाल में सियासी बवाल

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान कूच बिहार के शीतलकुची में हुई फायरिंग की घटना में चार लोगों की मौत के बाद उठा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को सीएम ममता बनर्जी ने कूच बिहार के शीतलकुची फायरिंग को नरसंहार से जोड़ दिया था. दूसरी तरफ बीजेपी ने शीतलकुची फायरिंग की घटना की जांच में जुटी बंगाल पुलिस की सीआईडी के सीआईएसएफ के चार जवानों, एक इंस्पेक्टर और एक डिप्टी कमांडेंट को पूछताछ के लिए बुलाने पर राज्य की ममता बनर्जी सरकार को घेरा है. सीआईएसएफ के जवानों, अधिकारियों को मंगलवार (11 मई) को सीआईडी मुख्यालय में पेश होने को कहा गया है.


सीआईएसएफ को नोटिस भेजना राजनीति

बीजेपी महासचिव और पश्चिम बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने सीआईएसएफ के जवानों और अधिकारियों को शीतलकुची फायरिंग की घटना में सीआईडी मुख्यालय बुलाने को लेकर टीएमसी सरकार की ओछी राजनीति करार दिया है. कैलाश विजयवर्गीय के मुताबिक सीआईडी को किसी तरह का अधिकार नहीं है कि वो सीआईएसएफ के जवानों और अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाए. इस मसले पर बीजेपी विधायक दल के नेता शुभेंदु अधिकारी का भी कहना है कि सीआईडी ममता बनर्जी सरकार के इशारे पर काम कर रही है. सीआईएसएफ गृह मंत्रालय के अधीन काम करता है. उसे नोटिस भेजने का अधिकारी सीआईडी के पास नहीं है.

Also Read: नंदीग्राम के सुपर विजेता शुभेंदु अधिकारी बने नेता प्रतिपक्ष, कहा- बंगाल को हिंसा मुक्त बनाकर लेंगे सांस
शीतलकुची फायरिंग में चार लोगों की मौत

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चौथे चरण में कूच बिहार के शीतलकुची में फायरिंग की घटना हुई थी. इस घटना में चार लोगों की मौत हुई थी. इस मसले पर बंगाल में खूब सियासी बयानबाजी भी देखने को मिली थी. इसी मामले पर सीएम ममता बनर्जी का एक कथित ऑडियो टेप भी वायरल हुआ था. मामले की जांच बंगाल सरकार ने सीआईडी को सौंपी है. सीआईडी ने मामले की जांच को आगे बढ़ाकर सीआईएसएफ के छह अधिकारियों और जवानों को पूछताछ के लिए मंगलवार को मुख्यालय में आने का नोटिस दिया है. इसी नोटिस का बीजेपी विरोध कर रही है.

Exit mobile version