Jharkhand News: गढ़वा जिले के रमकंडा प्रखंड मुख्यालय के जन वितरण प्रणाली दुकानदार सुषमा गुप्ता के यहां से लाभुक को वितरण किये गये चावल में प्लास्टिक का चावल होने का दावा किया गया है. राशन लेने वाले लाभुक प्रदीप साव और गोविंद साव ने चावल की बारीकी से जांच की, तो उन्हें प्लास्टिक का चावल होने की बात सामने आयी. वहीं, प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सह बीडीओ पुष्कर सिंह मुंडा ने राशन दुकान के चावल में प्लास्टिक का चावल मिलने की बात को गलत बताया. कहा कि यह पॉलिस युक्त चावल है.
सामान्य चावल से भिन्न है यह चावल
जानकारी देते हुए उक्त लाभुकों ने बताया कि सोमवार को राशन दुकान से उन्होंने अपने नियमित राशन का उठाव किया. उक्त चावल में प्लास्टिक का चावल होने की सूचना पर जब बारीकी से छंटाई की गयी, तो उसमें प्लास्टिक का चावल मिलने का दावा किया गया है. जो सामान्य चावल से भिन्न है. बताया कि उक्त चावल को धोने और उसे उबालने पर भी सामान्य चावल से अलग है.
दांत में चिपक रहा है यह चावल
लाभुक सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि प्लास्टिक वाले चावल को जलाने पर उसमें प्लास्टिक जलाने के समय होने वाली अभिक्रिया हो रही है. इसके अलावे उक्त चावल दांत से चबाने पर वह दांत में चिपक रहा है, जबकि सामान्य चावल को चबाने पर दांत में चिपकने जैसी स्थिति नही आ रही है. ग्रामीण राजकुमार साव, टूनु साव, सुरेंद्र ठाकुर सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में मिलने वाले राशन में इस तरह का चावल नहीं आता था.
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राशन डीलरों ने बताया कि रंका के राशन गोदाम से प्रखंड के सभी डीलरों के यहां इसी तरह का चावल अब पहुंच रहा है. राशन गोदाम में भी इस बात की चर्चा होती रहती है. बताया कि सामान्य चावल से अलग दिखता है. करीब एक बोरी में 200 ग्राम तक मिला हुआ रहता है.